एलआईसी के अलावा सरकार की अंडरटेकिंग वाली संस्था यूनिट ट्र्स्ट ऑफ इंडिया (SUUTI) के पास भी आईटीसी के 97.45 करोड़ शेयर हैं। इस हिसाब से SUUTI को 925.80 करोड़ रुपये डिविडेंड के तौर पर मिलेंगे।
बता दें बीते 6 महीने में एलआईसी 25 फीसद से अधिक फिसल गया है, लेकिन बजार के जानकारों की मानें तो अब शेयर रफ्तार पड़ेगा। क्योंकि सितंबर तिमही का रिज्ल्ट काफी अच्छा रहा, जिससे इसके शेयर रफ्तार पकड़ेंगे।
IIFL Securities के वाइस प्रेसिडेंड अनुज गुप्ता कहते हैं,“जिस किसी के पास कंपनी के शेयर हैं उन्हें यह स्टॉक होल्ड करने की सलाह दी जाती है। वहीं, नए निवेशक मौजूदा लेवल पर यह स्टॉक खरीद सकते हैं।”
एलआईसी 17 मई को शेयर बाजारों में लिस्टेड हुई थी। तब से कंपनी का शेयर अपने आईपीओ के इश्यू प्राइस 949 रुपये के स्तर तक भी नहीं जा सका है। शुक्रवार को कंपनी का शेयर 592.50 रुपये पर बंद हुआ।
एलआईसी 17 मई को शेयर बाजारों में लिस्टेड हुई थी। तब से कंपनी का शेयर भाव अपने आईपीओ के इश्यू प्राइस 949 रुपये के स्तर तक भी नहीं जा सका है।
बैंक ऑफ बड़ौदा सपोर्टेड इंडियाफर्स्ट लाइफ इंश्योरेंस (BoB-backed IndiaFirst Life Insurance) इस साल आईपीओ लाने जा रही है। कंपनी ने बाजार रेगुलेटरी सेबी (SEBI) को डाॅक्युमेंट्स जमा कराए हैं।
निवेशकों को सबसे अधिक झटका देने वाली कंपनियों में कंपनियों में वन97 कम्युनिकेशंस यानी पेटीएम है, जिसका भाव इश्यू प्राइस से 67 फीसदी नीचे चल रहा है। एलआईसी का भी शेयर भाव इश्यू प्राइस से 31 फीसदी नीचे
आज हम बात कर रहे हैं ऐसे 5 कंपनियों के आईपीओ (IPO) की जिन्होंने निवेशकों के पैसे को डुबो दिया है। एलआईसी (LIC) सहित इन कंपनियों के आईपीओ पर दांव लगाने वाले निवशकों को आज भी अच्छे दिन का इंतजार है।
एलआईसी जब से शेयर बाजार में लिस्ट हुई है उसके बाद से निवेशकों को झटके पर झटके लग रहे हैं। निवेशकों के लिए एक और बुरी खबर आई है। कंपनी मार्केट कैप के लिहाज से टॉप 10 कंपनियों की लिस्ट से बाहर हो गई है।
LIC ने एक्सचेंज फाइलिंग को दी जानकारी में बताया था कि वो वित्त वर्ष 2021-22 के लिए योग्य शेयरहोल्डर्स को 1.50 रुपये का डिविडेंड देगी। LIC ने इसके लिए 26 अगस्त 2022 की तारीख को रिकॉर्ड डेट तय किया था।
LIC ने एक्सचेंज फाइलिंग को दी जानकारी में बताया था कि वो वित्त वर्ष 2021-22 के लिए योग्य शेयरहोल्डर्स को 1.50 रुपये का डिविडेंड देगी। LIC ने इसके लिए 26 अगस्त 2022 की तारीख को रिकॉर्ड डेट तय किया था।
शेयर बाजार में पिछले सप्ताह शीर्ष 10 में पांच कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 30,737.51 करोड़ रुपये घट गया, जिसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड को सबसे अधिक नुकसान हुआ।
भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने चालू वित्त वर्ष के लिए पहली तिमाही ने नतीजें जारी कर दिए हैं। जून तिमाही में एलआईसी का नेट प्राॅफिट कई गुना बढ़कर 682.89 करोड़ रुपये पर पंहुच गया।
जब से यह कंपनी ने शेयर मार्केट में उतरी है उसके लिए समय अच्छा नहीं बीता है। ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल को LIC के स्टाॅक पर भरोसा है। यही वजह कि फर्म ने 830 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ Buy टैग भी दिया है।
इस सप्ताह शेयर बाजार से सबसे अधिक नुकसान रिलायंस इंडस्ट्रीज को हुआ। रिलायंस इंडस्ट्रीज के अलावा हिंदुस्तान यूनिलीवर और आईसीआईसीआई बैंक का बाजार पूंजीकरण भी घट गया।
Classification: लार्ज-कैप शेयरों में LIC और अडानी विल्मर की डायरेक्ट एंट्री होगी। वहीं, बैंक ऑफ बड़ौदा, अडानी पावर और बंधन बैंक समेत मिडकैप के 6 शेयर लार्ज-कैप कैटेगरी में चले जाएंगे।
ता दें कि NSE पर 650 रुपये प्रति इक्विटी शेयर का नया निचला स्तर बनाने के बाद भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के शेयर की कीमत लगातार तीन ट्रेडिंग सेशंस से बढ़ रही है।
LIC Share Price: भारत की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी LIC के शेयर IPO के बाद से 31% नीचे हैं और जेपी मॉर्गन के विश्लेषकों का मानना है कि बाजार नए सूचीबद्ध स्टॉक का गलत मूल्य निर्धारण कर रहे हैं।
देश के मोस्ट अवेटेड भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के आईपीओ का इतना बुरा हश्र होगा कि निवेशकों ने सोचा नहीं होगा। इस इश्यू में पैसे लगाने वाले अब हताश नजर आ रहे हैं और शेयर बेच कर निकल रहे हैं।
एलआईसी के शेयर आज लाल निशान के साथ ₹663 रुपये पर खुले, लेकिन जल्द ही चढ़ना शुरू हो गया और दिन के उच्च स्तर ₹684 पर पहुंच गए। अभी एनएसई पर सोमवार के बंद मूल्य ₹668.25 से 1.08 प्रतिशत से अधिक ऊपर है।
IndiaFirst शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने वाली नौवीं बीमा कंपनी होगी। राज्य के स्वामित्व वाली बीमा कंपनियां जनरल इंश्योरेंस कॉर्प ऑफ इंडिया और न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड भी लिस्टेड हैं।
सूचीबद्ध होने के बाद से ही एलआईसी का शेयर इश्यू प्राइस से निचले स्तर पर बना हुआ है। यह इस दौरान 708.70 रुपये प्रति शेयर के निचले स्तर और 920 रुपये प्रति शेयर के ऊंचे स्तर तक जा चुका है।
शेयर मार्केट (Share market) में डेब्यू करने के बाद अब तक LIC के निवेशकों को सिर्फ झटका ही लगा है। कंपनी 17 मई 2022 को NSE और BSE में लिस्ट हुई थी। तब से अब तक यह बिकवाली का ही शिकार है।
Share Tips: शेयर बाजार में लगातार गिरावट के बीच कुछ अच्छी कंपनियों के शेयर अब 52 हफ्ते के लो पर आ गए हैं। ये वो स्टॉक हैं, जिन्हें तेजी के दौर में आम निवेशकों के लिए महंगा लग रहा था।
गिरावट के मामले में एलआईसी का शेयर हर दिन नया रिकाॅर्ड बना रहा है। आज बुधवार को LIC के शेयर (LIC Stock) बीएसई पर लगभग 2% टूटकर 738 रुपये पर बंद हुए।
भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के शेयरों ने मंगलवार को गिरावट के मामले में नया रिकाॅर्ड बनाया। आज कंपनी के शेयर बीएसई पर 3.15% टूटकर 752.90 रुपये पर बंद हुए।
सोमवार की सुबह NSE कंपनी के LIC के शेयर 800.25 रुपये के लेवल पर ओपन हुए, लेकिन कुछ ही देर बाद यह नीचे गिरकर 786.10 रुपये के लेवल पर पहुंच गया। मार्केट का कैप भी घटकर 5 लाख करोड़ रुपये से कम हो गया है।
बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में भारतीय जीवन बीमा निगम यानी एलआईसी का शुद्ध लाभ 17 प्रतिशत घटकर 2,409 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने एक साल पहले समान तिमाही में 2,917 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।
देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम यानी एलआईसी (LIC) के शेयरों में आज भारी गिरावट देखी गई है। मंगलवार को कारोबारी सत्र के दौरान एलआईसी के शेयर दिन के निचले स्तर पहुंच गए थे।
राज्य द्वारा संचालित बीमा बीमा कंपनी लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड ने मार्च तक तीन महीनों में ₹2,371 करोड़ का स्टैंडअलोन शुद्ध लाभ पोस्ट किया है। यह पिछले साल की तुलना में 18% कम है।