Kisan Andolan: बीते साल 13 फरवरी से आंदोलन कर रहे किसान शंभू बॉर्डर से दिल्ली में घुसने तकी कोशिश करेंगे। इससे पहले किसानों ने तीन बार दिल्ली में घुसने की कोशिश की थी, लेकिन वे असफल रहे थे।
खनौरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों का कहना है कि वे भी आमरण अनशन करेंगे। बुधवार को सुबह ही किसानों ने इलाके को खाली किया और फिर प्रार्थना के बाद अनशन शुरू कर दिया। इस बीच किसानों का कहना है कि डल्लेवाल की हालत बिगड़ती जा रही है और हमें उनकी चिंता है।
50 दिनों से भूख हड़ताल कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का साथ देने के लिए अब 111 किसान बुधवार से आमरण अनशन पर बैठेंगे। यह अनशन खनौरी बॉर्डर पर शुरू किया जाएगा।
खनौरी बॉर्डर पर पिछले 20 महीने से धरना दे रहे 80 साल के किसान जग्गा सिंह की मौत हो गई है। उन्हें अधरंग का दौरा पड़ा था। वहीं भूख हड़ताल कर रहे जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत बेहद नाजुक है।
कुछ दिन पहले ही एक और किसान ने यहीं पर जान दे दी थी। अब रेशम सिंह ने ऐसा अतिवादी कदम उठा लिया। मौके पर प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि वह लंबे समय से चल रहे आंदोलन का कोई हल न निकलने से निराश थे। उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से आंदोलन पर संज्ञान न लेने को लेकर नाराजगी जताई और यह कदम उठा लिया।
आखिर हरियाणा के किसान पंजाब वालों के साथ आंदोलन में क्यों नहीं उतर रहे हैं। यही नहीं यूपी के किसानों में भी इसे लेकर कोई हलचल नहीं दिख रही है। पंजाब से लगते जिलों करनाल, अंबाला और कुरुक्षेत्र जैसे इलाकों में भी किसानों के बीच आंदोलन को लेकर उत्साह नहीं दिख रहा है। इसके कई कारण माने जा रहे हैं।
डल्लेवाल ने कहा कि मेरी प्राथमिकता कृषि सुधार है। मेरी जिंदगी और सेहत तो बाद की बात हैं। हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस नवाब सिंह, पूर्व डीजीपी बीएस संधू, अर्थशास्त्री बीएस घुम, कृषि एक्सपर्ट देविंदर शर्मा और पंजाब किसान आयोग के चेयरपर्सन सुखपाल को सुप्रीम कोर्ट ने तय कमेटी में शामिल किया है।
सुप्रीम कोर्ट के पैनल ने खनौरी बॉर्डर पर भूख हड़ताल कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मुलाकात की। पैनल ने उनसे चिकित्सा सहायता लेने की अपील की।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किसान आंदोलनकारियों को ही नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि यदि बिना किसी शर्त के वार्ता की जाए तो कुछ बात बन सकती है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार तो पहले ही वार्ता की पेशकश कर चुकी है, लेकिन इसके लिए बिना किसी शर्त के आगे आना होगा।
एसकेएम के डॉक्टरों का कहना है कि जगजीत सिंह डल्लेवाल अब बोलने में भी असमर्थ हैं। उनका कहना है कि अगर वह अनशन खत्म भी कर देते हैं तो भी जरूरी नहीं है कि उनके सभी अंग ठीक से काम करने लगें।
किसान महापंचायत में संबोधन के बाद किसान नेता डल्लेवाल की तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद पंजाब सरकार के अधिकारी दौड़ पड़े। बताया गया कि उन्हें उल्टियां होने लगी थीं और ब्लड प्रेशर गिरने लगा था।
राकेश टिकैत ने कहा कि हम सभी को दोबारा फिर से एकजुट होना पड़ेगा क्योंकि 4 साल पहले 22 जनवरी 2021 को भारत सरकार से संयुक्त किसान मोर्चा की बातचीत हुई थी उसके बाद कोई बातचीत नहीं हुई है।
किसानों की मांगों को लेकर पिछले 40 दिनों से भूख हड़ताल कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की अपील पर खनौरी बॉर्डर पर किसानों का मजमा लग गया। किसान महापंचायत को संबोधित करने के लिए उन्हें स्ट्रेचर पर लाया गया।
ये महिलाएं भारतीय किसान यूनियन (BKU) एकता उग्रहन से जुड़ी हुई थीं और हरियाणा के टोहणा में होने वाली किसान महापंचायत में भाग लेने के लिए जा रही थीं। दुर्घटना के समय महिलाएं और अन्य कार्यकर्ता बस से यात्रा कर रहे थे।
खनौरी बॉर्डर पर किसानों की अलग-अलग मागों को लेकर 39 दिन से अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने किसानों से अपील की है कि वे बड़ी संख्या में शनिवार को किसान महापंचायत में पहुंचें।
समिति को शंभू बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों से संपर्क साधने और उन्हें राष्ट्रीय राजमार्ग से अपने ट्रैक्टर और तंबू हटाने के लिए मनाने का कार्य सौंपा गया है, ताकि पंजाब और हरियाणा के लिए रास्ते खोले जा सकें।
मान ने कहा कि टोहाना में होने वाली महापंचायत में भाकियू के प्रवक्ता राकेश टिकैत, महासचिव युद्धवीर सिंह और अन्य नेता भी मौजूद रहेंगे। उन्होंने कहा कि इस आयोजन में पंजाब से भी बड़ी संख्या में किसान आएंगे। यही नहीं किसान नेताओं ने कहा कि जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत गंभीर है।
जगजीत सिंह डल्लेवाल 26 नवंबर से ही अनशन पर बैठे हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने का आदेश सुप्रीम कोर्ट ने दिया है। अगली सुनवाई 2 जनवरी को होगी और अदालत ने उस दिन पंजाब से रिपोर्ट पेश करने को कहा है। राज्य के डीजीपी गौरव यादव एवं मुख्य सचिव से व्यक्तिगत तौर पर सुनवाई में रहने को कहा है।
पंजाब सरकार ने सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि किसान नेता डल्लेवाल को अस्पताल भेजने के प्रयास किए जा रहा है। पहले कोर्ट ने पंजाब सरकार को 31 दिसंबर तक का समय दिया था। अब सुनवाई 2 जनवरी तक टाली गई है।
सुप्रीम कोर्ट आज भी किसान नेता जगजीत सिंह की हालत को लेकर सुनवाई करने वाला है। वहींं 3 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट का पैनल किसानों से बात करेगा। सोमवार को पंजाब में बंद का असर देखा गया।
किसानों ने रेल रोको अभियान भी छेड़ रखा है औऱ इसके चलते रेलवे ने पंजाब होकर आने-जाने वाली कुल 221 ट्रेनों को सोमवार को रद्द ही कर दिया है। इनमें से तमाम ट्रेनों का संचालन जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के लिए भी होता है। कई शहरों में एकदम सन्नाटा पसरा हुआ है।
ग्रेटर नोएडा में परी चौक के पास आज किसान महापंचायत होने जा रही है। इसे देखते हुए जहां बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है। वहीं, नोएडा पुलिस ने इसके लिए ट्रैफिक एडवाइजरी जारी कर लोगों को कुछ रास्तों से बचकर चलने की सलाह दी है।
जमीन अधिग्रहण से प्रभावित जिले के किसान सोमवार को ग्रेटर नोएडा में महापंचायत करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो पॉइंट पर होने वाली इस किसान मजदूर महापंचायत को भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत संबोधित करेंगे।
संयुक्त किसान मोर्चा ने 30 दिसंबर को ग्रेटर नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो पॉइंट पर महापंचायत करने का फैसला लिया है। इसमें भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के शामिल होने की भी उम्मीद है।
उप राष्ट्रपति ने कहा कि हर संस्था को यह संकल्प लेना चाहिए कि किसान को राहत देने वाले कार्य करेंगे और किसानों को जागरूक करेंगे। अगर इन संस्थाओं में प्रतिदिन 100 किसान भी आते हैं, तो एक बड़ा बदलाव आएगा।
प्याज उत्पादक किसान सरकार से तत्काल मदद की मांग कर रहे हैं। किसानों ने कहा है कि अगर सरकार ने जल्द ही इस मामले में दखल नहीं दी तो उनका आंदोलन तेज होगा।
खनौरी बॉर्डर पर पिछले 28 दिन से अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की है कि केंद्र सरकार का संसद की स्थायी समिति की सिफारिशों को मानने का निर्देश दिया जाए।
खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का अनशन 25वें दिन में प्रवेश कर गया है। डॉक्टरों का कहना है कि उनकी हालत बेहद नाजुक है। उन्हें हार्ट अटैक और मल्टी ऑर्गन फेल्योर का भी खतरा है।
14 दिसंबर को शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच करने वाले किसानों के जत्थे में शामिल जहर खाने वाले 57 साल के रणजोध सिंह की 18 दिसंबर को मौत हो गई थी। तीन दिन से वह पटियाला के राजिंदरा हॉस्पिटल में भर्ती था।
पंधेर ने कहा कि लगातार मरणव्रत पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत अब बेहद खराब हालत में पहुंच चुकी है और केंद्र लगातार किसानों के विरोध का कठोर शब्दों में जवाब दे रहा है।