इस सम्मेलन की शुरुआत 15 नवंबर को एम्स भुवनेश्वर के मुख्य सभागार में एक भव्य उद्घाटन समारोह के साथ हुई, जिसमें प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों और चिकित्सा दिग्गजों ने भाग लिया।
नालंदा जिले के नूरसराय के एक गांव में झोलाछाप डॉक्टर के गलत इंजेक्शन देने से बुखार से पीड़ित एक शख्स की जान चली गई। घटना के बाद आरोपी अपने क्लीनिक पर ताला मारकर फरार हो गया। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टर्स में से एक देबाशीष हलदर ने कहा, 'हम चाहते हैं कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चर्चा के लिए बैठें। हमारी सभी मांगों को लागू करें।'
जूनियर डॉक्टर ने कहा, ‘राज्य सरकार समय सीमा के भीतर हमारी मांगें पूरी करने में विफल रही, इसलिए हम अपनी मांगें पूरी होने तक आमरण अनशन शुरू कर रहे हैं। इसमें पारदर्शिता बनाए रखने के लिए हमने उस मंच पर सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं।
जूनियर डॉक्टर ने बताया कि इस घटना में 3 जूनियर डॉक्टर, 3 नर्स और स्वास्थ्यकर्मी घायल हो गए थे। हादसे के बाद कनिष्ठ चिकित्सकों और नर्स ने बेहतर सुरक्षा व्यवस्था की मांग को लेकर 'काम बंद करो' प्रदर्शन का आह्वान किया।
आंदोलनकारी डॉक्टर्स ने कहा, ‘हम इस बात पर जोर देना चाहेंगे कि बैठक की वीडियोग्राफी दोनों पक्षों के अलग-अलग वीडियोग्राफर की ओर से की जाए। अगर आपकी तरफ से ऐसा करना संभव न हो, तो बैठक की पूरी वीडियो रिकॉर्डिंग हमें सौंप दी जाए।'
पुलिस डिप्टी कमिश्नर अनीश सरकार ने कहा, 'यह साजिश संभवतः उस दिन रची गई, जिस दिन जूनियर चिकित्सक राज्य सचिवालय नबान्न गए थे। तकनीकी विश्लेषण के बाद ऑडियो क्लिप की पुष्टि हो गई है।'
रिपोर्ट के मुताबिक, उस समय संदीप घोष की उम्र 45 साल थी। वह हॉस्पिटल में क्लिनिकल अटैचमेंट प्रोग्राम के हिस्से के रूप में हांगकांग गए थे। तब वह मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज के हड्डी रोग विभाग के चीफ फिजिशियन थे।
रिपोर्ट में बताया गया कि डॉक्टर घायल इरफान की जांच कर रहे थे। इसी दौरान मरीज के कुछ रिश्तेदार वहां पर आ गए। उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया।
डॉक्टरों की सुरक्षा संबंधी चिंताओं का आंकलन करने के लिए IMA की ओर से ऑनलाइन सर्वे किया गया। इसमें पाया गया कि 45 प्रतिशत उत्तरदाताओं को रात्रि पाली के दौरान ड्यूटी रूम उपलब्ध नहीं था।
पीड़िता के पिता से सवाल किया गया कि क्या श्मशान घाट पर आपकी बेटी का शव जबरन जलाया गया? उसके जवाब में उन्होंने कहा कि वहां तीन शव थे, लेकिन हमारी बेटी का शव पहले जला दिया गया।
सरकारी आरजी कर अस्पताल के सेमिनार में बलात्कार और हत्या की शिकार हुई ट्रेनी डॉक्टर का शव शुक्रवार सुबह बरामद किया गया। इस सिलसिले में शनिवार को एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था।
कटक के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (ADSP) अनिल मिश्रा ने कहा, 'मंगलबाग पुलिस थाने में सोमवार को दोनों मरीजों की ओर से लिखित शिकायत दर्ज कराई गई जिसके बाद डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।'
अस्पताल अधिकारी को यह समन भेजे जाने से पहले पुलिस टीम 7 जूनियर डॉक्टरों से पूछताछ कर चुकी है जिनमें इंटर्न, हाउस स्टाफ और पोस्ट-ग्रेजुएट ट्रेनी भी शामिल हैं। ये वे लोग हैं जो घटना की रात ड्यूटी पर थे।
कुशीनगर के तितिला के निजी अस्पताल में प्रसूता की मौत के बाद बुधवार को जागे प्रशासन ने सुकरौली क्षेत्र में संचालित हो रहे तीन अन्य अस्पतालों की जांच की। तीनों निजी अस्पतालों में मरीज तो वार्ड में...
गोरखपुर में झोलाछाप महराजगंज के एक कोरोना मरीज का इलाज पांच दिनों तक करता रहा। वह संक्रमित के ऑपरेशन की तैयारी कर रहा था। गंभीर बात यह है कि स्वास्थ्य विभाग को इसकी भनक तक नहीं लग सकी। गुरुवार को...
पत्नी से नाराज एक झोला छाप डॉक्टर ने दस साल के बेटे को पुल से छोटी गंडक नदी में फेंक दिया। पुलिस गोताखारों की मदद से नदी में बच्चे की तलाश कर रही है। घटना के बाद से आरोपी डॉक्टर फरार...