राजस्थान, जो अपनी ऐतिहासिक धरोहर, रंगीन संस्कृति और लुभावने पर्यटक स्थलों के लिए विश्वभर में मशहूर है, आज एक ऐसे मोड़ पर खड़ा है, जहां पर्यटकों की संख्या में लगातार गिरावट देखी जा रही है। खासकर पाकिस्तान और भारत के बीच बढ़ते राजनीतिक तनाव का असर राजस्थान के पर्यटन उद्योग पर गहरा पड़ा है।
राजस्थान में मौसम ने एक बार फिर से करवट ले ली है। सोमवार, 13 मई को प्रदेश के 21 जिलों में बारिश और आंधी का अलर्ट जारी किया गया है।
राजस्थान में मई के मध्य में मौसम ने अचानक करवट ली है। एक ओर जहां कई जिलों में तेज बारिश और ओलावृष्टि ने लोगों को राहत दी, वहीं दूसरी ओर पश्चिमी राजस्थान के शहर अब भी भीषण गर्मी से झुलसते नजर आए।
विपक्ष ने केंद्रीय नेतृत्व पर निशाना साधा हुआ है। राजस्थान के पूर्व सीएम और कांग्रेस के दिग्गज नेता अशोक गहलोत ने अपने बचपन के दिनों के दो वाकये याद किए, जिन्हें सीजफायर और अमेरिकी दखल से जोड़कर एक्स पर एक पोस्ट लिखी।
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए जयपुर के व्यापारियों ने सतर्कता के तहत एक नई पहल की शुरुआत की है। शहर के भीड़भाड़ वाले और प्रमुख बाजारों में अब आपात स्थिति के लिए सायरन लगाए जाएंगे,
जयपुर का प्रतिष्ठित सवाई मानसिंह स्टेडियम एक बार फिर दहशत के साये में आ गया है। सोमवार सुबह खेल परिषद के कर्मचारियों को एक सनसनीखेज ईमेल मिला
राज्य में सबसे अधिक बारिश सहाड़ा भीलवाड़ा में 16 मिलीमीटर दर्ज की गई। शनिवार दोपहर मौसम में हुए बदलाव के बाद राज्य के कई जिलों में बारिश और आंधी का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
पाकिस्तान ने राजस्थान की तीन जगहों पर ड्रोन और मिसाइल से हमले करने की कोशिश की है। हालांकि भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने इन हमलों को हवा में ही मार गिराया है।
यह धमकी राजस्थान क्रीड़ा परिषद को सुबह 9:13 बजे एक ईमेल के माध्यम से भेजी गई। इसमें लिखा था— ऑपरेशन सिंदूर के सफल होने के बाद अब एसएमएस स्टेडियम को बम से उड़ाया जाएगा।
ब्लैकआउट ड्रिल के तहत सबसे पहले शाम 7:30 से 7:45 बजे तक अजमेर,बारां,डीडवाना और ब्यावर में बिजली सप्लाई बंद कर दी गई। इस दौरान लोगों से अपील की गई थी कि वे घरों,दुकानों और कार्यालयों की लाइटें बंद रखें।