India Pakistan tension: भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर के बाद NSA अजित डोवाल और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच में बातचीत हुई है। इसमें डोवाल ने साफतौर पर कहा कि युद्ध भारत की पसंद नहीं है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की आतंकियों पर कार्रवाई अनिवार्य थी।
भारत लंबे समय से चीन के साथ व्यापार असंतुलन को कम करने की कोशिश कर रहा है। इसके लिए भारत ने फार्मास्यूटिकल्स, आईटी, और कृषि उत्पादों जैसे क्षेत्रों में बाजार पहुंच बढ़ाने की मांग की है।
सांसद और बीजेपी नेता तापिर गाव ने इसे 'जल बम' बताते हुए चेतावनी दी कि ये डैम भविष्य में भारत समेत अन्य निचले क्षेत्रों के देशों के लिए खतरा बन सकता है।
Trump tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ ऐक्शन के बाद भारतीय एजेंसियां चीन से आने वाले व्यापार पर निगाहें गढ़ाए हुए हैं। अधिकारियों के मुताबिक चीन या आसियान देशों से आने वाले किसी भी आयात पर निगरानी तेज है।
‘स्क्वाड’ एक अनौपचारिक सैन्य गठबंधन है, जिसमें चार देश सैन्य सहयोग, खुफिया जानकारी साझा करने और संयुक्त अभ्यासों पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
india china realtion: भारत और चीन के संबंधों को लेकर चीनी विदेश मंत्री का कहना है कि दोनों देशों को साथ काम करने की जरूरत है। दोनों देशों को ग्लोबल साउथ को आगे बढ़ाने के लिए करीबी से काम करने की जरूरत है।
पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद को लेकर भारत की सख्ती के बाद चीन के भी तेवर बदल गए हैं। गुरुवार को चीन के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उसकी सेना सीमा पर भारत के साथ मिलकर काम करने को तैयार है।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बीजिंग में चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की। बैठक के बाद चीनी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दोनों देशों को एक-दूसरे पर संदेह और अलगाव दूर ही रखना चाहिए।
विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि विदेश सचिव-उपमंत्री तंत्र की एक बैठक के लिए चीन जा रहे हैं। इसमें कहा गया है कि इस द्विपक्षीय तंत्र की बहाली नेतृत्व स्तर पर हुए समझौते से हुई है, जिसमें भारत-चीन संबंधों के लिए अगले कदमों पर चर्चा की जाएगी।
हमेशा पाकिस्तान का समर्थन करने वाला चीन भी इस उपलब्धि पर भारत की तारीफ करने से खुद को रोक नहीं पाया।