टाटा स्टील शतरंज टूर्नामेंट में अपनी दूसरी जीत से यह भारतीय खिलाड़ी लाइव रेटिंग में वर्ल्ड रैंकिंग में चौथे स्थान पर पहुंच गया। उन्होंने हमवतन अर्जुन एरिगैसी को पीछे छोड़ा, जिन्होंने लियोन ल्यूक मेंडोंका के साथ ड्रॉ खेला था।
गुकेश की मां पद्माकुमारी ने बेटे की जीत पर पहली बार प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बताया कि जब उन्हें गुकेश के चैंपियन बनने की खबर मिली तो वह 10 मिनट तक रोती रही थी। गुकेश चीन के डिंग लिरेन को हराकर सबसे युवा विश्व चैम्पियन बने।
पुरस्कार राशि में शेष 1.5 मिलियन डॉलर दोनों प्रतिद्वंद्वियों के बीच बराबर-बराबर बांटे जाएंगे। इस तरह गुकेश की पुरस्कार राशि 1.35 मिलियन डॉलर (लगभग 11.45 करोड़ रुपये) और लिरेन की 1.15 मिलियन डॉलर (लगभग 9.75 करोड़ रुपये) हो जाएगी।
डी गुकेश के इस वर्ल्ड चैंपियन बनने के सफर के दौरान उनके मेंटल हेल्थ कोच साउथ अफ्रीका के पैडी अप्टन थे, जो 2011 वर्ल्ड कप के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम के भी साथ थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, नीरज चोपड़ा, हार्दिक पांड्या समेत तमाम दिग्गजों ने गुकेश डी को बधाई दी है। वे भारत के दूसरे और दुनिया के सबसे युवा चेस वर्ल्ड चैंपियन बने हैं।