प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित बैंक धोखाधड़ी से जुड़े एक मनी लॉन्ड्रिंग केस में दिल्ली में 486 करोड़ रुपये कीमत का एक बंगला कुर्क किया है। सेंट्रल दिल्ली के सबसे महंगे इलाकों में से एक अमृता शेरगिल मार्ग पर स्थित यह बंगला लगभग एक एकड़ (4,840 वर्ग गज) बना है।
बयान में कहा गया, ‘आरोप है कि सिद्धारमैया ने एमयूडीए की ओर से अधिग्रहीत तीन एकड़ 16 गुंटा भूमि के बदले अपनी पत्नी बीएम पार्वती के नाम पर 14 भूखंडों के लिए मुआवजा पाने के लिए अपने राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल किया।’
Career In ED: अक्सर हम न्यूज में खबरें सुनते रहते हैं कि आज ईडी ने यहां छापामारी की और वहां छापेमारी की। ऐसे में अगर आप भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में ऑफिसर बनना चाहते हैं ,तो जानिए ईडी में कैसे नौकरी मिलती है, क्या योग्यता है और चयन प्रक्रिया क्या है?
विशाल दीप ने चंडीगढ़ सीबीआई कोर्ट में दायर अपनी अग्रिम जमानत याचिका में दावा किया कि उन्हें एक भ्रष्टाचार मामले में झूठा फंसाया गया है।
आलोक मेहता के पिता तुलसी दास मेहता ने एक कोऑपरेटिव बैंक खोला था जिसमें लगभग 85 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप है। नियमों को ताक पर रखककर मेहता से जुड़े लोगों को पैसे देने और गबन का आरोप है।
वरिष्ठ राजद नेता और पूर्व मंत्री आलोक मेहता के 19 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी चल रही है। वैशाली शहरी विकास सहकारिता बैंक में 85 करोड़ के घपलेबाजी में बिहार, यूपी, बंगाल और दिल्ली में रेड चल रही है।
ठाणे के रहने वाले जितेंद्र पांडेय पर आरोप है कि उसने 269 बैंक खातों के जरिए इस पूंजी को ट्रांसफर किया। यही नहीं इस रकम के लिए उसने 98 डमी कंपनियां बनाईं, 12 प्राइवेट कंपनियां भी बनाईं। इन्हीं कंपनियों के नाम पर रकम जुटाई गई और फिर उसे विदेशों में ट्रांसफर कर दिया गया।
आईएएस संजीव हंस के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने 3 हजार पन्नों की पहली अनुपूरक चार्जशीट दायर कर दी है। जिसमें 7 नामजद अभियुक्त बनाए गए हैं। इससे पहले ईडी ने 20 हजार पन्नों की पहली चार्जशीट 16 दिसंबर 2024 को दायर कर चुकी है। इसमें संजीव हंस समेत 8 नामजद अभियुक्त बनाए गए थे।
सीबीआई ने दावा किया कि दीप का भाई हरियाणा में एक कार में आकर दीप के नाम पर 55 लाख रुपये की रिश्वत स्वीकार कर रहे थे, लेकिन वे गिरफ्तार होने से पहले भागने में सफल रहे। बाद में दोनों को गिरफ्तार किया गया और वे वर्तमान में जेल में हैं।
भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति के मामले में आईएएस संजीव हंस को निलंबित कर दिया गया है। 1997 बैच के आईएएस अधिकारी हंस फिलहाल जेल में बंद हैं।
पर्चा लीक कराने के बदले में इन्हें बड़ी रकम दी गई थी। जांच में जब यहां के CCTV फुटेज खंगाले गए तो पता चला कि वेयर हाउस में जितने दिन पर्चे पहुंचे, वहां का कैमरा बीच में कई बार बंद कर दिया गया था। यह पता चलने के बाद ईडी ने संचालक को पूछताछ के लिए बुलाया। इनकी सम्पत्ति भी खंगाली जा रही है।
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय के जांच के तरीकों को लेकर चिंता जताई है। शख्स से 15 घंटे लगातार पूछताछ के मामले में कोर्ट ने कहा है कि ED का यह व्यवहार बेहद अमानवीय है।
ईडी की जांच में सामने आया है कि मन्नू सिंह और हिमांशु किशोर भाई त्रिवेदी ने बैंक अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर खातों में हेराफेरी की। कोटक महिंद्रा बैंक के डीएलएओ के बैंक खातों से राशि की निकासी कर ली गयी।
ईडी ने शनिवार को छत्तीसगढ़ में छापेमारी की है। धनशोधन मामले में ईडी ने कांग्रेस नेता कवासी लखमा और उनके बेटे के ठिकानों पर छापा मारा। कांग्रेस ने सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया है।
यह जांच केटीआर पर 55 करोड़ रुपये से अधिक के भुगतान के आरोपों से जुड़ी है, जिसमें से कुछ विदेशी मुद्रा में किए गए थे। आरोप है कि फरवरी 2023 में हैदराबाद में फॉर्मूला-ई रेस का आयोजन करने के लिए यह राशि ली गई थी।
ईडी ने शनिवार को पटना और गया में तीन जगहों पर पुल निर्माण विभाग के इंजीनियर सुनील कुमार के ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई आईएएस संजीव हंस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग में की गई है।
ईडी की टीम को यहां से बड़ी संख्या में डिजिटल साक्ष्य, बैंक के पासबुक, जमीन के कागजात एवं नकदी मिली है। टीम ने बंद कमरे में पूछताछ के बाद वहां से कई महत्वपूर्ण जमीनों के दस्तावेज जब्त किये। ईडी की एक अन्य टीम ने बोरिंग रोड स्थित कार्यालय पर भी छापेमारी की।
हुलास पांडे ऊंची रसूख वाले नेता हैं। उनके ठिकानों पर ईडी की रेड को बड़ी कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है। बिहार से एमएलसी रहे हैं। फिलहाल वे लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास(एलजेपीआर) के नेता हैं। उनकी गिनती बिहार के बड़े बाहुबली नेताओं में होती है। उनके भतीजे विशाल प्रशांत बीजेपी के विधायक हैं।
सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति अभय एस ओका और पंकज मित्तल की पीठ ने 13 दिसंबर को एक आदेश में ईडी को सेंटियागो मार्टिन और उनके कर्मचारियों के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से डेटा निकालने और कॉपी करने से रोका।
ईडी की जांच में पता चला है कि कासकर और उसके साथियों ने दाऊद इब्राहिम से अपनी निकटता और रसूख का फायदा उठाते हुए एक रियल एस्टेट डेवलपर से जबरन संपत्ति और नकदी की उगाही की थी।
उच्च न्यायालय के न्यायाधीश एन. श्रवण कुमार वेंकट बीआरएस नेता रामाराव द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई कर रहे थे, जिसमें एसीबी द्वारा उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को रद्द करने का अनुरोध किया गया।
ललित मोदी ने एक्स पर लिखा, 'मेरे दोस्त विजय माल्या को जन्मदिन की बहुत शुभकामनाएं। जीवन में उतार चढ़ाव आते ही रहते हैं और हम दोनों ने ही इन्हें देखा है। यह समय भी गुजर जाएगा…।
Magicwin Bet: बीते सप्ताह ही ईडी ने मैजिकविन केस से जुड़े लोगों के 21 ठिकानों पर दबिश दी थी। दिल्ली, मुंबई और पुणे में हुई इस कार्रवाई के दौरान 3.55 करोड़ रुपये जब्त किए गए थे।
एक महिला वकील ने बिहार के सीनियर आईएएस अफसर संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव पर केस रेप का किया था जिसे हाईकोर्ट ने कुछ दिन पहले रद्द कर दिया। लेकिन इस केस की एफआईआर से ईडी ने संजीव और गुलाब को लपेट लिया।
ईडी ने दावा किया है कि रांची पुलिस ने जांच एजेंसी के अधिकारियों को फंसाने की साजिश रची थी। इसके लिए एक डायरी भी प्लांट की गई थी। जांच एजेंसी ने यह दावा हाईकोर्ट को दिए हलफनामा में किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान कहा था कि वह कानून में बदलाव की संभावनाएं तलाश रहे हैं, ताकि फ्रॉड का शिकार हुए निवेशकों को कुर्क की गई संपत्तियों का इस्तेमाल कर रकम वापस दिलाई जा सके।
छत्तीसगढ़ में ईडी ऐक्शन मोड में है। ईडी के रायपुर जोनल कार्यालय ने महादेव ऐप केस में 388 करोड़ रुपए की संपत्ति को कुर्क किया है। ईडी ने बताया कि यह सभी संपत्तियां ऐप और वेबसाइट के प्रमोटरों और ऑपरेटरों के साथ उनके सहयोगियों के नाम पर हैं।
ईडी ने बिहार के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संजीव हंस के बाद उनकी पत्नी मोना हंस पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जांच एजेंसी ने मोना हंस को अपनेे पटना स्थित दफ्तर में बुलाकर घंटों पूछताछ की।
आईएएस संजीव हंस प्रकरण में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच का दायरा तेजी से बढ़ रहा है। जांच में नए लोगों के नाम सामने आ रहे हैं और वे जांच की जद में आते जा रहे हैं। दूसरे राज्यों की रियल एस्टेट कंपनियां भी अब ईडी की रडार पर हैं।
ED का पक्ष रखने के लिए पेश हुए अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एस.वी. राजू ने दलील दी कि अगर चटर्जी को मामले में जमानत मिल जाती है तो भी वह जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे, क्योंकि उनके खिलाफ CBI के भी मामले चल रहे हैं।