पूर्व एमएलसी ने अवैध खनन से खड़ा किया हजारों करोड़ का साम्राज्य, आर्थिक भगोड़ा घोषित
इकबाल ईडी के लिए लम्बे समय से चुनौती बना हुआ है। कुछ समय से उसने दुबई में शरण ले रखी है। ईडी की लखनऊ टीम ने अब उसे निशाने पर ले रखा है। पिछले साल ही ईडी ने सहारनपुर के मिर्जापुर इलाके में इकबाल के स्वामित्व वाली 4440 करोड़ की ग्लोकल यूनिवर्सिटी को जब्त कर लिया था।

सहारनपुर में बसपा के पूर्व एमएलसी और खनन माफिया हाजी इकबाल उर्फ बाला को भी आर्थिक भगोड़ा अपराधी घोषित करने की कवायद ईडी ने शुरू कर दी है। अवैध खनन से हजारों करोड़ का साम्राज्य खड़ा करने वाला इकबाल ईडी के लिए लम्बे समय से चुनौती बना हुआ है। पिछले कुछ समय से उसने दुबई में शरण ले रखी है। दो सालों में कई बड़ों के खिलाफ कार्रवाई करने वाली ईडी की लखनऊ टीम ने अब उसे निशाने पर ले रखा है। पिछले साल ही ईडी ने सहारनपुर के मिर्जापुर इलाके में इकबाल के स्वामित्व वाली 4440 करोड़ की ग्लोकल यूनिवर्सिटी को जब्त कर लिया था।
वर्ष 2007 से 2012 के बीच मायावती सरकार में मो. इकबाल का दबदबा कायम था। उसने ग्लोकल यूनिवर्सिटी 121 एकड़ में बनवाई थी। उस पर आरोप लगा था कि उसने नदियों की जमीन भी कब्जा कर ली थी। वर्ष 2010-2011 में इकबाल पर 11 चीनी मिलों को कौड़ियों के दाम ख्ररीदने का भी आरोप लगा था। इस खरीद से करोड़ों रुपये का राजस्व नुकसान हुआ था। इकबाल पर गैंगस्टर, लूट, धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज हुए थे।
सीबीआई ने भी इकबाल के खिलाफ जांच की थी। इसके बाद ही ईडी ने मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत मुकदमा किया। उसके बेटे और छोटे भाई महमूद तो पुलिस के हत्थे चढ़े लेकिन इकबाल कभी हाथ नहीं आया। ईडी की जांच में सामने आया कि वह दुबई भाग निकला है। यही वजह है कि शाइन सिटी के सीएमडी राशिद नसीम को आर्थिक भगोड़ा अपराधी घोषित होने के बाद ईडी ने मो. इकबाल को भी इसी कार्रवाई के दायरे में लाने के लिए कानूनी औपचारिकता पूरी करना शुरू कर दिया है।
इकबाल पर हुई कार्रवाई
वर्ष 2022 में इकबाल व उसके छह साथियों पर मिर्जापुर थाने में गैंगस्टर एक्ट लगा
सहारनपुर के थानों में उसके खिलाफ कई तीन दर्जन से अधिक एफआईआर
बड़े बेटे अब्दुल वाहिद पर 12 मुकदमे दर्ज
वर्ष 2023 में इकबाल की 11 करोड़ की कोठी जब्त हुई