ऊर्जा के क्षेत्र में उद्यमिता कौशल विकास के लिए बिहार के 11 जिलों की जीविका दीदियों को गौरीचक स्थित बिहार पावर ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में पांच दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया है। जो अब बिजली के क्षेत्र में काम करेंगी
बिहार में अब बिजली चोरी की निगरानी ट्रांसफार्मर करेंगे। जिसके लिए मीटर लगने का काम लगभग पूरा हो गया है। साढ़े तीन लाख ट्रांसफॉर्मर में से दो लाख 30 हजार से अधिक में मीटर लग चुके हैं। ये ट्रांसफार्मर एक-एक घर की बिजली खपत का हिसाब देंगे।
बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों के उपभोक्ताओं को बिजली बिल में राहत मिलने वाली है। विद्युत विनियामक आयोग को प्रति यूनिट 40 पैसे की कटौती करने का प्रस्ताव दिया गया है।
बिहार के चार लाख 79 हजार 698 किसानों को कनेक्शन देना है। एक लाख 65 हजार 881 किसानों को कनेक्शन दिया जाना लंबित है। बिजली कनेक्शन देने की रफ्तार काफी धीमी है। ऐसे में अगले दो साल में तय लक्ष्य के अनुसार सभी किसानों को कनेक्शन मिल जाए, इसमें संदेह है।
एलटी थ्री फेज में 20 किलोवाट का कनेक्शन लेने पर उपभोक्ताओं को 19 हजार 500 रुपए देने होंगे। इससे अधिक होने पर प्रति किलोवाट एक हजार अतिरिक्त देने होंगे। 50 मीटर की दूरी पर 4795 रुपए प्रति स्पैन देने होंगे।
बिहार में बिजली दर का स्लैब खत्म होगा। बिजली कंपनी ने बिहार विद्युत विनियामक आयोग को स्लैब खत्म करने का प्रस्ताव सौंपा। साथ ही पहली बार बिजली दर में कोई वृद्धि नहीं करने का भी प्रस्ताव दिया है। नई बिजली दर एक अप्रैल 2025 से लागू होंगी
छठ पूजा के दौरान राज्य में निर्बाध बिजली मिले, इसके लिए आज बिजली आपूर्ति के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा भी की गई। राज्य की दोनों वितरण कंपनियों की टीम किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। हर प्रमंडल में 24 घंटे कंट्रोल रूम सक्रिय रहेंगे।
बिहार में स्मार्ट मीटर के खिलाफ विपक्षी दलों के लगातार आंदोलन के बीच उत्तर बिहार बिजली वितरण कंपनी लिमिटेड (NBPDCL) ने स्मार्ट मीटर से कमाई के सारे रिकॉर्ड तोड़कर एक दिन में रिचार्ज से 11 करोड़ की आय का कीर्तिमान रच दिया है। एक दिन में लगभग 4 लाख लोगों ने पेमेंट किया।
बिहार में एक तरफ बिजली के प्रीपेड स्मार्ट मीटर के खिलाफ राजनीतिक दल आंदोलन कर रहे हैं तो दूसरी तरफ सरकार इसे बचे हुए घरों में लगाने के अभियान में तेजी से जुटी है। सरकार ने अब बिजली कंपनियों को ग्राहकों से ऐप डाउनलोड कराने कहा है जिससे कम बैलेंस का नोटिफिकेशन सात दिन पहले भेजा सके।
बिहार में बिजली के प्रीपेड स्मार्ट मीटर को लेकर गांव-गांव में विरोध और बवाल के बीच बिजली वितरण कंपनियां हरकत में आ गई हैं। राज्य की दोनों पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों ने शनिवार को हर प्रखंड मुख्यालय में 7 घंटे का कैंप लगाने की घोषणा की है जहां उपभोक्ताओं की शिकायतों का समाधान किया जाएगा।