बोले रांची: जर्जर सड़क, कचरे के ढेर से बिगड़ रही प्रेम नगर की सूरत
रांची के प्रेम नगर रोड नंबर-6 में लगभग 800 घर हैं, जहां लोग बुनियादी सुविधाओं के अभाव में परेशान हैं। सड़क, नाली, पानी और बिजली की समस्याएं आम हैं। नागरिकों ने अपनी परेशानियां साझा की हैं, लेकिन...

रांची, संवाददाता। सिंह मोड़-लटमा रोड स्थित प्रेम नगर रोड नंबर-6 में लगभग 800 घर हैं। पांच हजार से अधिक की आबादी रहती है। लेकिन, यहां के लोग बुनियादी सुविधाओं के अभाव में जीवन जीने को मजबूर हैं। सड़क से लेकर नाली, पानी, सफाई और बिजली तक हर स्तर पर समस्याओं का अंबार है। यहां के नागरिकों ने हिन्दुस्तान के ‘बोले रांची कार्यक्रम में अपने परेशानियों को साझा किया। उन्होंने कहा कि वर्षों से क्षेत्र में समस्याएं बनी हुईं हैं। जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को परेशानी बताई गई। कई बार आवेदन दिए, लेकिन सुधार के नाम पर अबतक महज आश्वासन ही मिला है। रांची के सिंह मोड़ लटमा रोड स्थित प्रेम नगर रोड नंबर 6 में रहने वाले हजारों लोगों का जीवन बुनियादी सुविधाओं के अभाव में कठिनाइयों से भरा हुआ है। मुख्य सड़क से मोहल्ले के भीतर लगभग 1.5 किलोमीटर लंबी और 20 फीट चौड़ी सड़क आज पूरी तरह टूट-फूट चुकी है। सड़क की स्थिति ऐसी है कि वाहन चालकों और पैदल चलने वालों, दोनों के लिए रास्ता कठिनाइयों से भरा है।
जगह-जगह सड़क पर गहरे और चौड़े गड्ढे बन गए हैं। बरसात के दिनों में जब ये गड्ढे पानी से भर जाते हैं, तब तो सड़क की असल स्थिति का अंदाजा भी लगाना मुश्किल हो जाता है। कई बार गड्ढों की वजह से बाइक और साइकिल चालकों के फिसलने और चोटिल होने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
लोगों ने बताया कि 15 साल पहले सड़क का निर्माण हुआ था। उसके बाद से मरम्मत का काम नहीं हुआ। लोगों ने बताया कि गैस पाइपलाइन और पानी पाइपलाइन बिछाने के लिए सड़क को बार-बार खोदा गया, जिससे इसकी स्थिति और खराब हो गई। परियोजनाओं के लिए खुदाई की गई थी, लेकिन कार्य पूरा होने के बाद सड़क की मरम्मत में भारी लापरवाही बरती गई। गड्ढों को सही से नहीं भरा गया, जिससे अब पूरी सड़क पर धूल, मिट्टी और कीचड़ का साम्राज्य है। भारी वाहन गुजरने से सड़क की स्थिति और बदतर होती जा रही है।
छोटे-छोटे ब्रांच रोड, जो मुख्य सड़क से घरों तक पहुंचने का जरिया हैं, उनमें से कई अब भी कच्चे रास्ते ही हैं। बरसात में ये रास्ते दलदल में तब्दील हो जाते हैं। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को इन रास्तों से गुजरना किसी चुनौती से कम नहीं लगता। स्कूली बच्चों के जूते पानी और कीचड़ से भीग जाते हैं।
अतिक्रमण, दृश्यता की समस्या
सड़क के किनारे अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है। कई जगहों पर लोगों ने अवैध निर्माण कर रास्ता संकरा कर दिया है। इससे वाहनों की आवाजाही में और ज्यादा मुश्किल आती है। गली के मोड़ों पर भी अतिक्रमण के चलते दृश्यता कम हो गई है, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ गई है।
नालियां बदहाल
सिर्फ सड़कें ही नहीं, इलाके की नाली व्यवस्था भी बेहद खराब हाल में है। ड्रेनेज सिस्टम अधूरा व अव्यवस्थित है। कई जगह नालियां आधी बनी हैं, तो कहीं नालियां बनाने के बाद उन्हें खुला छोड़ दिया गया है। पानी की निकासी की उचित व्यवस्था न होने से बरसात के दिनों में पानी सड़कों पर बहने लगता है और मोहल्ला तालाब में तब्दील हो जाता है। जहां नालियां बनी भी हैं, वहां नियमित सफाई न होने के कारण वे कचरे से पूरी तरह भर चुकी हैं। नालियों में प्लास्टिक, घरेलू कचरा और मिट्टी जमा हो गई है। कई जगह नालियों के आसपास झाड़ियां उग आई हैं, जो मच्छरों का अड्डा बन चुकी हैं। सफाई के आभाव में बदबू फैलती है और आसपास के घरों में रहना मुश्किल हो जाता है। नालियों के ओवरफ्लो होने से सड़कें गीली और फिसलन भरी हो जाती हैं। साथ ही नालियों के उपर ढ़क्कन नहीं होने के कारण हादसों का खतरा बना रहता है। कई बार बारिश के दिनों में नालियों का गंदा पानी सीधे घरों के अंदर आ जाता है।
असुरक्षा का माहौल पुलिस की तैनाती नहीं
प्रेम नगर रोड नंबर 6 में सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है। शाम ढ़लते ही असामाजिक तत्वों का जमावड़ा होने लगता है। कई बार महिलाएं चैन स्नैचिंग का शिकार हो चुकी हैं। चोरी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, लेकिन पुलिस की सक्रियता केवल मुख्य सड़क तक ही सीमित है। मोहल्ले के अंदरूनी हिस्सों में पुलिस गश्त न के बराबर होती है। नागरिकों का कहना है कि पुलिस से कई बार गश्त बढ़ाने की मांग की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। बढ़ती असुरक्षा से बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे खुद को असहज महसूस कर रहे हैं। साथ ही इलाके में चोरी की घटनाएं भी बढ़ गई हैं। लोग घर छोड़कर बाहर जाने से कतरा रहे हैं। प्रशासन को चोरी पर लगाम लगाने की आवश्यकता है।
कई स्ट्रीट लाइट खराब
मोहल्ले में कई जगहों पर स्ट्रीट लाइटें खराब हैं। कई पुराने बिजली के पोल अब भी लगे हुए हैं, जो जर्जर अवस्था में हैं। इनका कभी भी गिरने का खतरा बना हुआ है। बिजली के तार भी काफी नीचे लटक रहे हैं, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। स्ट्रीट लाइट बदलने और पोल हटाने को लेकर विभाग में कई बार आवेदन दिए गए हैं। लेकिन, अब तक उसमें किसी तरह की कार्रवाई नहीं हुई है।
समस्याएं
1. प्रेम नगर रोड नंबर 6 की 1.5 किमी की सड़क की स्थिति जर्जर है।
2. ड्रेनेज की लचर व्यवस्था, कई जगह नालियों का नहीं कराया गया है निर्माण।
3. प्रेम नगर में सप्लाई पानी की व्यवस्था नहीं, इलाके में गिरता जा रहा है जलस्तर।
4. निगम की ओर से सप्ताह में एक दिन हो रहा कचरे का उठाव, नालियों की नहीं होती सफाई।
5. क्षेत्र में असुरक्षा का माहौल, चोरी छिनतई की बढ़ती घटना से लोग रहते हैं परेशान।
सुझाव
1. प्रेम नगर रोड नंबर 6 में सड़कों की मरम्मत कराई जाए, ब्रांच सड़क भी ठीक हो।
2. ड्रेनेज की व्यवस्था को सुधारा जाए। नालियों का निर्माण कराया जाए।
3. प्रेम नगर में सप्लाई पानी की व्यवस्था की जाए, हर घर नल जल योजना शुरू हो।
4. निगम की ओर से प्रतिदिन कचरे का उठाव किया जाए, नालियों की नियमित सफाई हो।
5. मोहल्ले में पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए, चोरी-छिनतई की घटना पर लगाम लगे।
:: बोले लोग ::
प्रेम नगर रोड नंबर 6 की मुख्य सड़क 15 वर्षों से जर्जर स्थिति में है। गहरे गड्ढे वाहन चालकों और पैदल यात्रियों के लिए खतरा बन चुके हैं। बरसात में गड्ढे पानी से भर जाते हैं, जिससे सड़क की असली स्थिति का अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाता है। यहां ड्रेनेज की लचर व्यवस्था है। कई जगह नालियों का निर्माण नहीं कराया गया है, जिससे परेशानी होती है।
-रामरूप पांडे, स्थानीय निवासी
मुख्य सड़क से जुड़े ब्रांच रोड आज भी कच्चे हैं। बरसात के दिनों में ये रास्ते दलदल में तब्दील हो जाते हैं। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी के लिए इन रास्तों से गुजरना बेहद मुश्किल हो जाता है। इलाके में सड़क के किनारे अवैध निर्माण से रास्ते संकरे हो गए हैं। इससे वाहनों के लिए निकलना कठिन हो गया है। साथ ही सड़क भी संकरी होती जा रही है।
-अरुण कुमार मिश्रा, स्थानीय
गैस और पानी की पाइपलाइन बिछाने के लिए सड़क को कई बार खोदा गया। सही तरीके से नहीं भरने से सड़क की स्थिति खराब हो गई।
-गौतम रे
ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह अव्यवस्थित है। कई जगह अधूरी नालियां बनी हैं। बारिश के दिनों में सड़क पर जलजमाव की स्थिति बन जाती है।
-संजय महतो
इलाके में चोरी की घटनाएं बढ़ती जा रहीं हैं। घरों में घुसपैठ और सामान चोरी की खबरें आम हो गई हैं। दिन-दहाड़े महिलाओं से छिनतई हो रही है।
-चंदा पांडे
स्मार्ट मीटर लगाने के बाद बिजली बिलों में भारी बढ़ोतरी हुई गई। तीन गुना अधिक बिजली बिल आ रहा है। इससे आर्थिक बोझ बढ़ रहा है।
-अखिलेश पांडे
नगर निगम सप्ताह में सिर्फ एक दिन कचरा उठाता है। इस लापरवाही के कारण पूरे मोहल्ले में कचरे के ढेर लग गए हैं।
-किरण सिंह
नालियों की नियमित सफाई नहीं होती। प्लास्टिक, घरेलू कचरा और मिट्टी जमा होने से नालियां पूरी तरह चोक हो चुकी हैं।
-प्रकाश प्रसाद
नगर निगम सप्ताह में सिर्फ एक दिन कचरा उठाता है। इस लापरवाही के कारण पूरे मोहल्ले में कचरे के ढेर लग गए हैं।
-किरण सिंह
प्रेम नगर इलाके में महिलाएं चैन स्नैचिंग और छेड़खानी का शिकार हो रही हैं। चोरी की घटनाओं में भी लगातार वृद्धि हो रही है।
-छवी रे
'हर घर नल जल' योजना के तहत पाइपलाइन तो बिछाई गई, लेकिन दो साल बीतने के बाद भी एक बूंद पानी नसीब नहीं हुआ।
-संजीत सिंह
मोहल्ले में कई स्ट्रीट लाइटें खराब हैं। बिजली के तार नीचे लटक रहे हैं, जिससे जानलेवा दुर्घटनाओं का खतरा बना हुआ है।
-अर्चना सिंह
1.5 किलोमीटर लंबी और 20 फीट चौड़ी सड़क अब पूरी तरह टूट-फूट चुकी है। अतिक्रमण के कारण सड़कें संकरी हो गईं हैं।
-संतोष ठाकुर
नालियों की नियमित सफाई नहीं होती। कई जगहों पर झाड़ियां उग आई हैं, जो मच्छरों का अड्डा बन गया है। गंदगी से दुर्गंध फैलती है।
-रीता देवी
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