पुलिस का कहना है कि रात के समय नशे में वाहन चलाने वालों को पकड़ने के लिए चौराहों पर एल्कोमीटर से जांच होती है। बीते सोमवार की देर रात कार हादसे के बाद अफसरों ने एल्कोमीटर से जांच पर सख्ती की है।
लोग पड़ोसी राज्य में जाकर मामूली कागजात की व्यवस्था कर काफी आसानी से ड्राइविंग लाइसेंस बनवा कर चले आ रहे हैं। इससे राजस्व की तो क्षति हो ही रही है। साथ ही संसाधन का भी दुरुपयोग हो रहा है।
परिवहन विभाग की समीक्षा बैठक में बड़ा खुलासा हुआ है। जिसमें पता चला है कि बिहार में हर छठा ड्राइवर नाबालिग है, हर 11वां वाहन चालक बिना लाइसेंस के वाहन चला रहा है।
स्कूल खुलते ही सड़कों पर नाबालिग लड़के-लड़कियां वाहनों से फर्राटा भरने लगे हैं। ऐसे गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ एक बार फिर ट्रैफिक पुलिस सख्ती करने के साथ ही चेकिंग अभियान चलाने जा रही है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत सात जिलों के निवासियों को ड्राइविंग लाइसेंस के लिए रायबरेली आना होगा। रायबरेली में खुले आईडीटीआर में टेस्ट और प्रशिक्षण के बाद ड्राइविंग लाइसेंस जारी होगा।
ड्राइविंग लाइसेंस और आधार कार्ड से जुड़े कुछ नियमों में जून महीने में बदलाव होने जा रहा है। अब नजदीकी ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्रों में भी ड्राइविंग टेस्ट देने का विकल्प मिलेगा। इसके अलावा आधार फ्री में अपडेट करवाने की लास्ट डेट जून में है।
देश में इस बात को लेकर आचोलना होती है कि ड्राइविंग लाइसेंस पाने की प्रक्रिया बोझिल है। आवेदकों को इसके लिए कई सारे फॉर्म भरने होते हैं और अलग-अलग अधिकारियों से संपर्क करना पड़ता है।
भारी वाहन चलाने और 40 वर्ष की उम्र पार कर चुके लोगों को लर्निंग और कन्फर्म ड्राइविंग लाइसेंस के लिए मेडिकल प्रमाणपत्र देना अनिवार्य होगा। इसके बाद ही ड्राइविंग लाइसेंस आवेदन की प्रक्रिया पूरी होगी।
अगर आपको ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना है लेकिन RTO ऑफिस के चक्कर नहीं लगाना चाहते तो ऑनलाइन अप्लाई करने का विकल्प मिलता है। लर्नर्स लाइसेंस के लिए तो टेस्ट भी ऑनलाइन हो जाता है और लाइसेंस घर भेज दिया जाता है।
अगर आप ड्राइविंग लाइसेंस भूलने करने के डर से छुट्टी चाहते हैं तो अपने फोन में DL डाउनलोड कर सकते हैं। अच्छी बात यह है कि आप मोबाइल पर DL पेश कर ट्रैफिक पुलिस के चालान से बच सकते हैं।
नोएडा में 96 हजार से ज्यादा वाहन चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त किए जाएंगे। यातायात पुलिस ने इस संबंध में परिवहन विभाग को पत्र लिखा है। सीएम योगी के आदेश पर कार्रवाई की जा रही है।
नोएडा और ग्रेटर नोएडा के दो लाख से ज्यादा वाहन चालकों पर शिकंजा कसने वाला है। 2 लाख 16 हजार वाहन चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त किए जाएंगे। नियम तोड़ने वाले वाहनों का एनआईसी से डाटा मांगा गया है।
कानपुर संभाग के जिलों में खास ड्राइविंग इंस्टीट्यूट खुलेंगे। 6 जिलों में खुलने वाले इंस्टीट्यूट से ड्राइविंग पास करने वालों को ही लाइसेंस दिया जाएगा। ये कदम बढ़के हादसों को देखते हुए उठाया गया है।
दिल्ली के सूरजमल विहार के एक आरटीओ इंस्पेक्टर को दिल्ली परिवहन विभाग ने निलंबित कर दिया है। इंस्पेक्टर ड्राइविंग टेस्ट में फेल होने वालों को पास कर रहा था। शिकायत पर विभाग ने एक्शन लिया।
नोएडा के बादलपुर कोतवाली क्षेत्र के छपरौला गांव में एक महिला की मंगलवार को गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। नकाबपोश दो बदमाशों ने पांच राउंड फायरिंग की, जिसमें दो गोली महिला को लगी।
गोरखपुर की लड़कियां गाड़ी चलाने में लड़कों से बेहतर हैं। छह महीनों में डीएल के लिए 2500 लड़कियों ने आवेदन किया और सभी पास हो गईं, जबकि इस दौरान अप्लाई करने वाले 9500 युवकों में से करीब 8% फेल हो गए।
जिला मुख्यालय के समीप गाड़ी चलाने वाले लोगों का रैंडमली ड्राइविंग लाइसेंस को लेकर जांच की गयी। एनजीओ के निदेशक ने बताया कि सीमांचल के इलाकों के लोग ड्राइविंग लाइसेंस को लेकर बहुत संजीदा नहीं हैं।
चिप की कमी से ड्राइविंग लाइसेंस बनने बंद हो गए थे। इससे डीएल की पेंडेंसी 10 लाख के पार कर गई थी। अब परिवहन विभाग ने दावा किया है कि स्मार्ट चिप कंपनी को लगातार चिप उपलब्ध हो रहे है।
घर बैठे ऑनलाइन लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस आवेदन करने वालों के लिए राहत की खबर है। परिवहन विभाग ने आधार प्रमाणीकरण फेसलेस लर्निंग डीएल आवेदन को पूरी तरह से ऑटोमेटिक मोड पर कर दिया है।
बिना हेलमेट गाड़ी चलाने वालों सावधान हो जाइए। पहली बार पकड़े जाने पर जुर्माना तो देना ही होगा। लाइसेंस भी निरस्त होगा। लाइसेंस हासिल करने के लिए आपको रिफ्रेशर ट्रेनिंग के साथ सामुदायिक सेवा करनी होगी।
यूपी में लर्निंग डीएल आवेदन पर आवेदकों को कड़े नियमों से गुजरना होगा। नए नियम के मुताबिक अब लर्निंग डीएल आवेदन पर दो घंटे की परीक्षा के साथ 15 सवालों के जवाब देने होंगे।
कार ड्राइविंग सीखने के लिए इन दिनों कई तरह के ऑप्शन हैं। एक तरफ जहां कई ड्राइविंग स्कूल चल रहे हैं। तो दूसरी तरफ, कई कंपनियां ऑटोमैटिक कार मशीन की मदद से ड्राइविंग सिखा रही हैं।
चिप के संकट के कारण बीते साल नवंबर से ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बन रहे थे। इस कारण आवेदन और प्रक्रिया पूरी करने के बाद भी आवेदकों को ड्राइविंग लाइसेंस नहीं पहुंचे हैं। आवेदकर परेशान हैं।
यूं तो पुलिस लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस चेक करती है लेकिन कानपुर में थोड़ी उल्टी बात हो गई। यहां पब्लिक ने एक पुलिस इंस्पेक्टर का ड्राइविंग लाइसेंस चेक कर लिया। 500 रुपए का चालान भी कटवा दिया।
पहाड़ में घूमने के आनंद के साथ दुर्घटनाओं का भी अंदेशा बना रहता है। दुर्घटनाओं से बचा जा सके इसके लिए नैनीताल पुलिस अन्य राज्यों से आने वाले वाहन चालकों के लिए हिल डीएल जरूरी करने की योजना बना रही।
रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते स्मार्ट कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस में लगने वाली चिप का संकट पैदा होने से उत्तर प्रदेश में 2.15 लाख ड्राइविंग लाइसेंस फंस गए हैं। चिप की सप्लाई चेन नवंबर 2022 से प्रभावित है।
ड्राइविंग लाइसेंस का नवीनीकरण कराने के लिए सभी तरह के वाहन चालकों के लिए रिफ्रेशर कोर्स करना अब अनिवार्य होगा। दो दिन के कोर्स की फीस हजार रुपए होगी।
ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट लेकर डीएल निर्गत करने में टेस्ट संचालित करने वाली एजेंसी के कर्मियों ने परिवहन विभाग के अधिकारियों की आंखों में धूल झोंक दी। एक दिन में 40 लोगों को डीएल जारी कर दिए गए।
मुरादाबाद में एक आंख वाले लोग भी सामान्य डीएल पा सकते हैं लेकिन जानकारी के अभाव में कई लोग यह सोचकर बैठ जाते हैं कि आंख की दिक्कत से डीएल नहीं बनेगा, पर ऐसा नहीं है, ऐसे लोगों के लिए अब बनेगा।
बदायूं में कार में ही एआरटीओ ऑफिस चल रहा है। दलाल वाहनों का रजिस्ट्रेशन, लर्निंग और ड्राइविंग लाइसेंस से संबंधी कार्य कर रहे थे।