पीड़ित की शिकायत पर ग्वालियर के साइबर विंग में मामला दर्ज किया गया और मामले की जांच शुरू की गई।
साइबर अपराधियों ने डॉक्टर रश्मि उपाध्याय को इतना भयभीत कर रखा था कि उन्हें एक मिनट भी वीडियो कॉल से दूर जाने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दे रखी थी। वह 27 लाख 50 हजार रुपये गंवाने के बाद डिजिटल अरेस्ट की अवस्था में ही साइबर अपराध थाने पहुंचीं।
डिजिटल अरेस्ट कर देशभर के 101 लोगों से करीब 70 करोड़ रुपये ठगने वाले 11 जालसाज सीबीआई और जीएसटी का अधिकारी बताकर लोगों से ठगी करते थे। गिरफ्तार आरोपी कम्बोडिया भी जा चुके हैं। वहां उन्होंने जालसाजी करने की एक महीने की ट्रेनिंग भी ली थी।
राजधानी पटना में साइबर ठगी का सबसे बड़ा मामला सामने आया है। पटना विश्वविद्यालय की सेवानिवृत्त महिला प्रोफेसर को दो दिन तक घर में डिजिटल अरेस्ट करके 3 करोड़ की ठगी कर ली। ठगों ने सीबीआई अधिकारी बनकर मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तारी का डर दिखाकर ठगी की।
भारत में डिजिटल अरेस्ट वाला गिरोह पाकिस्तान और चीन के कुछ नागरिकों ने फैलाया है। इन लोगों ने ही कम्बोडिया में ट्रेनिंग सेन्टर खोला जहां भारत के बेरोजगार युवाओं को कम्प्यूटर की आधुनिक ट्रेनिंग दी गई। ट्रेनिंग देने वालों में अधिकतर चीनी नागरिक रहे।
साइबर ठगों ने एक बार फिर लखनऊ के पीजीआई डॉक्टर को निशाना बनाया। इस बार जालसाजों ने एक डॉक्टर की मां को कॉल मिला कर सात दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा। उन्हें धमका कर खाते से करीब 18 लाख रुपये भी ट्रांसफर कराए गए।
उद्योगपति अमर तुल्सयान के नाम पर कंपनी के जीएम से 2.70 करोड़ रुपये हैदराबाद के दो बैंक खाते में मंगाए गए थे। हैदराबाद में स्थित यश बैंक में 13 नवंबर को 90 लाख और 14 नवंबर को आईसीआईसीआई बैंक में 1.80 करोड़ रुपये जालसाजों ने ट्रांसफर कराया था।
लखनऊ के अलीगंज में डॉ. अशोक सोलंकी को डिजिटल अरेस्ट कर 48 लाख रुपये हड़पने वाले गिरोह के सरगना समेत 5 आरोपितों को हरियाणा में गिरफ्तार कर लिया। इन युवकों ने Btech, BBA कर रखा है। इनमें 2 आरोपितों को बाकायदा कम्बोडिया में ट्रेनिंग दी गई थी।
साइबर अपराधियों ने राजधानी दिल्ली के एक रिटायर्ड इंजीनियर को 8 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट कर 10 करोड़ रुपये से ज्यादा ठग लिए। बुजुर्ग को प्रतिबंधित दवाएं देश से बाहर भेजने का डर दिखाकर यह ठगी की गई। दिल्ली पुलिस की साइबर शाखा इफ्सो इस मामले की जांच में जुटी हुई है।
वर्दी में दिख रहे शख्स ने बताया कि उसके खिलाफ हैदराबाद के थाने में केस दर्ज कर लिया गया है। फिर बेल के नाम पर छात्रा से 38 हजार 132 रुपये ले लिए गए। कुछ देर बाद ही फिर वीडियो कॉल किया। इस बार उसने धमकाकर कपड़े उतरवा दिए और फोटो ले लिए। फिर उसके बदले एक लाख रुपये की और मांग की जाने लगी।
मध्य प्रदेश की साइबर पुलिस ने भोपाल में साइबर स्कैमर्स द्वारा छह घंटे तक 'डिजिटल अरेस्ट' में रखे गए एक व्यक्ति को रेस्क्यू किया, जिससे वह करोड़ों की ठगी से बच गया। यह घटना डिजिटल अरेस्ट में रखे गए किसी शख्स का लाइव रेस्क्यू करने की पहली घटना है।
क्या आपको डीके पांडा की याद है? वही डीके पांडा, जो 1971 बैच के उत्तर प्रदेश काडर के पुलिस अधिकारी के तौर पर जाने जाते थे और अचानक उन्होंने खुद को राधा के रूप में पेश करना शुरू कर दिया था। वह सोलह शृंगार कर ऑफिस जाने लगे थे…
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने विदेश गए उत्तर प्रदेश के तीन हजार से अधिक युवाओं की सूची पुलिस को सौंपी है। आशंका है कि इन युवकों के माध्यम से डिजिटल अरेस्ट और साइबर ठगी की घटनाओं को अंजाम दिलाया जा रहा है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
पटना के एक आईआईटी छात्र को डिजिटल अरेस्ट कर साइबर ठगों ने 9 लाख रुपये वसूल लिए। आरोपी ने उसे खुद को मुंबई पुलिस का अधिकारी बताकर जांच की धमकी दी थी।
गृह मंत्रालय भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) के जरिए केंद्रीय स्तर पर साइबर अपराध की निगरानी करता है। इसके मुताबिक, डिजिटल अरेस्ट हाल के दिनों में डिजिटल धोखाधड़ी का प्रचलित तरीका बन गया है।
चाइना का बेन, नेपाली गैंगस्टर मिलन और पटियाला जेल में बंद जुगुनू वालिया गिरोह के साथ मिलकर डिजिटल अरेस्ट का गिरोह चला रहा है। यूपी एसटीएफ को बड़ी कामयाबी मिली है। एसटीएफ आगे जांच में जुटी है। कई टीमें लगी हैं। नेपाली गैंगस्टर का नाम प्रकाश में आया है।
साइबर अपराधों की बढ़ती फेहरिस्त में एक खतरनाक तरीका और जुड़ गया है। साइबर ठग ‘डिजिटल अरेस्ट’ के जरिए लोगों को करोड़ों रुपयों का चूना लगा रहे हैं। क्या है ये नई बला?
वाराणसी में हुकुलगंज स्थित चंद्रा रेजिडेंसी में रहनेवाली कारोबारी परिवार की बुजुर्ग महिला को साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट कर 32.40 लाख रुपए ऐंठ लिये।
नीना घर पर अकेली रहती हैं। बेटा परिवार के साथ नागपुर में रहता हैं। बताया कि उन्हें व्हाट्सएप कॉल आई। फोन करने वाले ने अपना नाम सुनील कुमार बताया। कहा कि आपने कुछ फर्जी पासपोर्ट, ATM कार्ड और 140 ग्राम एमडीएमए (मादक पदार्थ) सिंगापुर कोरियर किया है।
नोएडा सेक्टर-46 में रहने वाले एक रिटायर्ड बैंककर्मी को डिजिटल अरेस्ट करने के बाद निजी बैंक के जिस खाते में ठगों ने लाखों की रकम ट्रांसफर कराई, जब उस खाते की जांच की गई तो कई चौंकाने वाली जानकारी मिलीं।
राजधानी लखनऊ में नरेश गोयल मनी लांड्रिंग केस में शामिल होने का आरोप लगा कर मरीन इंजीनियर को साइबर ठगों ने 48 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट किया। डिजिटल अरेस्ट इंजीनियर से 84 लाख की ठगी हो गई। 2 दिन दरवाजा नहीं खोला।
एमएमएमयूटी में पढ़ने वाली एक छात्रा को जालसाजों ने डिजिटल अरेस्ट कर लिया। फोन कर पहले लोन न अदा करने पर केस दर्ज होने का हवाला देकर 38 हजार रुपये वसूले। फिर शरीर पर टैटू होने की बात कहकर उसके कपड़े उतरवाकर फोटो ले लिया।
नोएडा में रहने वाले सेना के एक रिटायर्ड मेजर जनरल को 4 दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर 2 करोड़ रुपये वसूलने वाले 3 साइबर ठगों को नोएडा पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। इन जालसाजों ने जिन बैंक खातों में ठगी गई रकम ट्रांसफर कराई थी, उन्हें भी फ्रीज करा दिया गया है।
हैरान करने वाली बात ये है कि पहले दिन 2 घंटे तक उन्हें डिजिटल अरेस्ट रखा। फिर दस दिन तक हैकर वीडियो कॉल कर रुपये ऐंठते रहे। उन्हें इतना डराए रखा कि वह किसी को कुछ बता न सकीं। रकम हैकरों के पास पहुंचने के बाद उनसे संपर्क टूटने पर उन्हें ठगी का अहसास हुआ और पुलिस के पास पहुंचीं।
डिजिटल अरेस्ट कर रेलवे के रिटायर मुख्य टिकिट निरीक्षक से 15 लाख रुपये ठगने वाली फर्जी सीबीआई टीम पुलिस की गिरफ्त में है। यूपी में पहली बार डिजिटल अरेस्ट करने वाले गिरफ्त में आए हैं।
मध्य प्रदेश में साइबर अपराधियों ने एक वैज्ञानिक को डिजिटल अरेस्ट करके लाखों रुपए ठग लिए हैं। इंदौर में शुक्रवार को एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि परमाणु ऊर्जा विभाग के एक संस्थान के कर्मचारी को जालसाजों ने 'डिजिटल अरेस्ट' करके 71 लाख रुपये ठग लिए।
साइबर हैकर डिजिटल अरेस्ट के नाम पर अलीगढ़ जिले में लगातार लोगों को निशाना बना रहे हैं। इसी क्रम में अब एनसीआर की आईटी कंपनी में सेवारत युवती को साढ़े चार घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रख उससे सोलह लाख रुपये ऐंठ लिए गए।
आगरा में साइबर ठगों द्वारा डिजिटल अरेस्ट की कोशिश में शिक्षिका की मौत के मामले में पता चला है कि उनके बेटे ने बेटी से बात करके बता दिया था कि बहन कॉलेज में सेफ है और चिंता की कोई बात नहीं है, फिर भी इस सदमे में उनकी जान चली गई। उन्हें ठग ने बताया था कि बेटी सेक्स रैकेट में पकड़ी गई है।
डिजिटल अरेस्ट के झांसे में हर रोज किसी से बेटा गिरफ्तार कहकर लाख, तो किसी से पार्सल में ड्रग्स मिला है बोलकर करोड़ की ठगी हो रही है। हर रोज टीवी, अखबार, पोर्टल पर न्यूज आ रहा है लेकिन काफी लोग बेखबर हैं। आगरा में एक सरकारी स्कूल की टीचर की ऐसे ही किसी जालसाज के फोन से सदमे में मौत हो गई।
गोरखपुर में जालसाजों ने कूरियर में ड्रग्स मिलने की बात कहकर 80 साल के बुजुर्ग डॉक्टर को डिजिटल अरेस्ट कर लिया। गनीमत यही रही कि अधिवक्ता ने ठगी होने से उन्हें बचा लिया। हालांकि इस दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई।