Digital Arrest: रांची के बरियातू निवासी सेवानिवृत्त कोयला कंपनी के अधिकारी को 11 दिन डिजिटल अरेस्ट कर साइबर अपराधियों ने 2.27 करोड़ रुपये की ठगी कर ली। ठगी की राशि में उनकी पत्नी के नाम जमा राशि भी है।
वीडियो कॉल पर डॉक्टर से कहा गया कि अगर वह इसमें फंसना नहीं चाहते हैं तो पासबुक व अन्य रिकार्ड लेकर तीन दिन के लिए किसी होटल में शिफ्ट हो जाएं। वीडियो कॉल न काटने की हिदायत देते हुए कहा गया कि सीबीआई की टीम घर पर नजर रख रही है।
यूट्यूबर अंकुश बहुगुणा को 40 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा गया। इस दौरान उनके अकाउंट से ट्रांजैक्शन किए गए। बहुगुणा ने अपनी दर्दनाक आपबीती बयां की।
साइबर ठगी के मास्टरमाइंड अटानू चौधरी को ढूंढते-ढूंढते साइबर सेल लुधियाना पहुंची पर हाथ कुछ नहीं लगा। कानून की बंदिशें ऐसी थीं कि न तो साइबर ठगी के मास्टरमाइंड को लाया जा सका और न ही पैसा बरामद हुआ। मास्टरमाइंड को नोटिस देकर तलब किया गया है।
आजकल डिजिटल अरेस्ट के मामले खूब आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला मुंबई में भी आया। लेकिन यहां पर युवक की चालाकी देखकर ठग खुद ही परेशान हो उठा।
साइबर ठगों ने नए साल पर लोगों को नए तरीकों से ठगना शुरू कर दिया है। एक नया तरीका है नए साल की शुभकामनाएं भेजना या नए ऑफर देना। यहां तक कि बेहतर इलाज के ऑफर देकर भी ठगी की जा रही है। पढ़ें पूरी डिटेल।
साइबर अपराधियों ने गोरखपुर की रिटायर शिक्षिका को डिजिटल अरेस्ट कर 3.10 लाख रुपये वसूले। मनी लॉन्ड्रिंग केस में नाम आने और गिरफ्तारी की बात कहते हुए महिला को अर्दब में लिया। बातचीत के दौरान ड्रग्स केस में भी नाम आने की बात कह डराया और रुपये ट्रांसफर कर दिए।
इन्द्रजीत राजपूत स्टेट बैंक से मुख्य प्रबंधक के पद से रिटायर हो चुके हैं। 19 दिसंबर की सुबह 9 बजे उनकी पत्नी के मोबाइल पर एक कॉल आई। फोन करने वाले ने बताया कि वह SBI के कस्टमर केयर से बात कर रहा है। कहा कि आपके केनरा बैंक अकाउंट से जारी क्रेडिट कार्ड से 1,09,999 रुपये का फ्रॉड किया गया है।
बेंगलुरु में इंजीनियर से फर्जी पुलिस बनकर जालसाजों ने सुप्रीम कोर्ट का डर दिखाकर 11.8 करोड़ की ठगी कर दी। पीड़ित का आरोप है कि उसे पुलिस अधिकारी बनकर जालसाजों ने कई बार कॉल किया।
साइबर जालसाजों ने फरीदाबाद के एक मैकेनिकल इंजीनियर को 6 दिन तक उसके ही घर में डिजिटल अरेस्ट करके रखा और इस बीच उनसे 3.46 लाख रुपये भी ठग लिए। पीड़ित के अनुसार, इस दौरान जालसाजों ने उसके मोबाइल फोन के कैमरे से उसकी गतिविधियों पर नजर रखते थे।
भारतीय कृषि प्रणाली अनुसंधान संस्थान की महिला वैज्ञानिक डा. निशा वर्मा से ठगी गई आठ लाख तीस हजार रुपये की रकम गुजरात के दो खातों में ट्रांसफर की गई। पल्लवपुरम फेस-2 निवासी निशा वर्मा मोदीपुरम स्थित भारतीय कृषि प्रणाली अनुसंधान संस्थान के गृह विज्ञान विभाग में वैज्ञानिक हैं।
मनप्रीत ने कहा, ‘उन्होंने मुझसे कहा कि आप मुंबई में क्राइम ब्रांच के ऑफिस आ जाएं या फिर वीडियो कॉल पर जांच में सहयोग करें। इसके बाद उन्होंने मेरे बैंक अकाउंट से जुड़े डिटेल मांगने शुरू कर दिए।’
राजधानी पटना में NMCH के रिटायर्ड डॉक्टर को डिजिटल अरेस्ट कर 74 लाख रुपए ऐंठ लिए। साइबर ठगों ने डॉक्टर को ईडी के नाम पर पटना के एक होटल में बुलाकर दो दिनों तक डिजिटल अरेस्ट रखा गया। साइबर थाने में ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
शनिवार सुबह 12:00 बजे पुलिस ने रिटायर्ड बैंक मैनेजर की रिश्तेदारों की सूचना पर उनके घर पहुंच कर उनको मुक्त कराया।
वाराणसी के बाद अब लखनऊ में जेट वाले नरेश गोयल के नाम पर डिजिटल अरेस्ट कर साइबर ठगी की गई है। यही नहीं, लखनऊ में डिजिटल अरेस्ट की दो घटनाओं का मामला सामने आया है। दोनों घटनाओं में तीन करोड़ रुपए ठगे गए हैं।
एसटीएफ ने लखनऊ के डॉ. अशोक सोलंकी को डिजिटल अरेस्ट कर 48 लाख रुपये हड़पने वाले गिरोह के तीन और सदस्यों को आगरा एक्सप्रेसवे के पास गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने बताया कि उनकी ट्रेनिंग कंबोडिया में हुई थी।
फेमिना मिस इंडिया रही शिवांकिता दीक्षित मंगलवार को डिजिटल अरेस्ट का शिकार हो गईं। साइबर ठगों ने उससे 99 हजार रुपये ऐंठ लिए। शातिरों ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताया था।
आई4सी ने डिजिटल गिरफ्तारी के लिए इस्तेमाल किए गए 1,700 से अधिक स्काइप आईडी और 59,000 व्हाट्सएप अकाउंट की सक्रिय रूप से पहचान की और उन्हें ब्लॉक किया है।
New PAN Card Fraud: अब एक नया फ्रॉड सामने आया है जो यूजर के साथ तब हुआ जब वो ऑनलाइन पैन कार्ड के लिए अप्लाई कर रहा था। कानपुर का एक बुजुर्ग व्यक्ति अपने परपोते के लिए ऑनलाइन पैन कार्ड कर रहा था और इस समय धोखेबाजों ने उन्हें 7.7 लाख रुपये का चूना लगा दिया।
शहर के गोला का मंदिर इलाके में हनुमान नगर निवासी मुकेश शुक्ला आयुर्वेदिक डॉक्टर हैं।वे घर से ही प्रैक्टिस करते हैं। उनके मोबाइल पर कॉल आया। कॉल करने वाले ने उनसे कहा कि वह आईटी कंपनी से बोल रह हैं।
पिछले कुछ वर्षों में फर्जी एसएमएस और कॉल्स के जरिए ऑनलाइन धोखाधड़ी फ्रॉड के मामले आ चुके हैं। ज्यादातर मामलों में साइबर ठग एसएमएस के जरिए फर्जी लिंक, एपीके फाइल के लिंक आदि भेज रहे थे।
मुंबई में दवा कंपनी में काम करने वाली एक महिला को डिजिटल अरेस्ट किया गया। उसे वीडियो कॉल पर कपड़े उतारने को मजबूर किया गया और अकाउंट से 1.7 लाख रुपये उड़ा लिए गए।
देश में डिजिटल अरेस्ट की वारदातों का ग्राफ दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इस बार यूपी में सहारनपुर के बिहारीगढ़ निवासी सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य को शिकार बनाया है।
यहां एक 90 साल के बुजुर्ग को ही डिजिटल अरेस्ट कर लिया गया और इसमें बुजुर्ग ने अपने जीवन की पूरी जमा पूंजी एक करोड़ रुपए गंवा दिए।
Digital Arrest: दिल्ली से सटे फरीदाबाद में रहने वाले 55 साल के व्यक्ति से साइबर अपराधियों ने अपने अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करवा लिए। इतना ही नहीं दूसरे अकाउंट के पैसे भी जालसाजों को देने के लिए उन्होंने बिहार जाने वाली ट्रेन पकड़ी।
मुंबई में एक बुजुर्ग महिला को झूठे मनी लॉन्ड्रिंग केस की धमकी देकर एक महीने डिजिटल अरेस्ट में रखा गया। आरोपियों ने उससे 3.8 करोड़ रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिए।
नोएडा पुलिस ने लोगों को डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड से बचाने लिए एक योजना तैयार बैंकों को निर्देश दिए हैं। इसके तहत बैंक प्रबंधन को पांच लाख रुपये से अधिक का लेन-देन यानि ट्रांजेक्शन करने पर खाताधारक के परिवार के एक सदस्य को इसकी जानकारी देनी होगी। उनसे अनुमति मिलने के बाद ही आरटीजीएस करना होगा।
पीड़ित की शिकायत पर ग्वालियर के साइबर विंग में मामला दर्ज किया गया और मामले की जांच शुरू की गई।
साइबर अपराधियों ने डॉक्टर रश्मि उपाध्याय को इतना भयभीत कर रखा था कि उन्हें एक मिनट भी वीडियो कॉल से दूर जाने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दे रखी थी। वह 27 लाख 50 हजार रुपये गंवाने के बाद डिजिटल अरेस्ट की अवस्था में ही साइबर अपराध थाने पहुंचीं।
डिजिटल अरेस्ट कर देशभर के 101 लोगों से करीब 70 करोड़ रुपये ठगने वाले 11 जालसाज सीबीआई और जीएसटी का अधिकारी बताकर लोगों से ठगी करते थे। गिरफ्तार आरोपी कम्बोडिया भी जा चुके हैं। वहां उन्होंने जालसाजी करने की एक महीने की ट्रेनिंग भी ली थी।