फिजियोथेरापिस्ट बिना सर्जरी के दर्द प्रबंधन और चोटों के इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, लेकिन सरकारी नौकरी की कमी और कम वेतन के कारण वे संघर्ष कर रहे हैं। फिजियोथेरेपी की डिग्री के बावजूद,...
खेल के क्षेत्र में बेटियों की रुचि बढ़ रही है, लेकिन छोटे शहरों में उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। पटना की महिला खिलाड़ी खेलों में करियर बनाने के लिए उत्सुक हैं, लेकिन परिवार और समाज के...
पटना में स्टेशनरी और कॉपी का कारोबार पिछले कुछ वर्षों में डिजिटल परिवर्तन और मुफ्त स्टेशनरी वितरण योजना के चलते संकट में है। कारोबारियों की आय में 70 प्रतिशत गिरावट आई है। वे सरकारी स्कूलों में...
सरकारी और निजी संस्थानों में आउटसोर्स कर्मियों की संख्या बढ़ी है। ये कर्मी काम की जिम्मेदारी तो निभाते हैं, लेकिन वेतन और सुविधाएं कम मिलने से चिंतित हैं। अस्थायी नौकरी के कारण भविष्य की चिंता बनी...
पटना विश्वविद्यालय के छात्रों को छात्रावास आवंटन में देरी और बुनियादी सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस की छापेमारी से असुरक्षा का माहौल बन गया है। छात्र मेस, लाइब्रेरी और पेयजल संकट...
पटना में मेहंदी कलाकारों की संख्या घटती जा रही है। नई पीढ़ी में मेहंदी लगाने की रुचि कम हो रही है। पारंपरिक डिज़ाइन अब कम पसंद किए जा रहे हैं और आर्टिफिशियल मेहंदी का चलन बढ़ रहा है। कोविड-19 के बाद...
पटना। पुस्तकालय में पाठकों को जरूरत के मुताबिक पुस्तकों और शैक्षिक सामग्री उपलब्ध कराने में लाइब्रेरियन या पुस्तकालयाध्यक्ष की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
ग्रामीण चिकित्सक दूर-दराज के गांवों में गरीब मरीजों का प्राथमिक इलाज करते हैं, लेकिन उन्हें उचित सम्मान और सरकारी सहायता नहीं मिलती। उनकी मांग है कि सरकार उन्हें स्वास्थ्य मित्र के रूप में नियुक्त करे...