माघी पूर्णिमा पर संगम में डुबकी लगाने के साथ काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए बड़ी संख्या में पहुंच रहे श्रद्धालुओं की वजह से काशी की सड़के जाम हैं। हर ओर भीड़ ही भीड़ नज़र आ रही है।
काशी में महाकुंभ के पलट प्रवाह का दबाव कम करने के लिए श्रद्धालुओं को दूसरे मार्गों से घुमाकर विश्वनाथ मंदिर और घाट की ओर भेजा जा रहा था।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के चलते वाराणसी की मुख्य सड़कों पर तो जाम है ही गलियां भी ठसाठस भरी हैं। चार पहिया, दो पहिया वाहनों को छोड़ लोगों को पैदल ही लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है।
भीड़ और जाम की वजह से लोगों को तकलीफें हो रही हैं लेकिन इन तकलीफों पर आस्था भारी है। तीर्थयात्रियों के चेहरे पर दिख रहा उल्लास इसे बयां कर रहा है। उनका काशी आना लगातार जारी है।
महाकुम्भ से लौटने वालों की भारी भीड़ के चलते पुलिस-प्रशासन की ओर से गंगा आरती पर रोक लगा दी गई है। दशाश्वमेध, अस्सी, अहिल्याबाई, केदार समेत अन्य जितने घाट से गंगा आरती होती है, वहां पर 15 फरवरी तक केवल सांकेतिक आरती का निर्देश दिया गया है। डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल ने बताया कि अत्यधिक भीड़ की वजह से आरती पर रोक लगा दी गई है। केवल एक व्यक्ति छत से सांकेतिक रूप से गंगा आरती करेगा।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के मद्देनजर श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर की सुरक्षा में लगी सीआरपीएफ क्राउड मैनेजमेंट में पुलिस की मदद कर रही है।