विश्व का सबसे बड़ा, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम 'महाकुंभ 2025' सोमवार को प्रयागराज की पावन नगरी में शुरू हो गया। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के शुरू होने से पहले मेला प्रशासन के अनुसार सुबह 8 बजे तक करीब 40 लाख श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं।
पहले स्नान में ही आस्था और उत्साह का सैलाब उमड़ पड़ा, महाकुंभ की दिव्यता को देखकर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए।
लोगों का कहना है कि महाकुंभ्देश और प्रदेश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लाखों श्रद्धालुओं के लिए जप, तप और पुण्य-मोक्ष का मार्ग बनने के साथ ही एकता के सूत्र में बांधने का माध्यम बन गया, जिसकी तुलना किसी अन्य आयोजन से नहीं की जा सकती।
मानव सभ्यता के इस सबसे बड़े अनूठे पल का साक्षी बनने का उत्साह पहले ही दिन पवित्र नगरी प्रयागराज के संगम नोज समेत सभी स्थायी और अस्थायी घाटों पर देखने को मिला।
अपनी पूजा-अर्चना विधि से भक्ति में लीन होने के साथ ही एकता के संगम में सराबोर दिखे।
महाकुंभ-2025 के शुभारंभ और पौष पूर्णिमा के अवसर पर पहले स्नान के अवसर पर महाकुंभ नगरी स्थित मेला क्षेत्र में देश-विदेश से श्रद्धालुओं की अपार भीड़ देखने को मिली।