सर्दियों के दौरान मौसम का पारा जैसे-जैसे गिरता रहता है, वैसे-वैसे कई हेल्थ समस्याएं होने का खतरा बढ़ जाता है। इस दौरान ब्लड प्रेशर भी बढ़ने लगता है। जो लोग पहले से बीपी की समस्या से जूझ रहे हैं उनके लिए खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। इसकी वजह से दिल संबंधी समस्याएं भी बढ़ जाती हैं। आइए, जानते हैं ठंड में बीपी कैसे कंट्रोल रखें
हाई बीपी की समस्या है तो सर्दियों के दौरान नमक सीमित मात्रा में खाएं। ठंड में पैकेज खाने में छिपे सोडियम से बचने के लिए ताजा खाना खाएं। ठंड में लहसुन, काली मिर्च, या नींबू का रस जैसी चीजों को डायट में शामिल कर सकते हैं।
ठंडे तापमान में हाई बीपी ट्रिगर हो सकता है। ऐसे में खुद को गर्म रखने से इसे रोकने में मदद मिल सकती है। इसके लिए बाहर जाते समय स्कार्फ का इस्तेमाल करें। अपने कमरे को आरामदायक तापमान पर रखें। रात में आरामदायक रहने के लिए कंबल या गर्म पानी की बोतलों का इस्तेमाल करें।
बढ़ा हुआ बीपी हार्ट की समस्याओं को बढ़ा सकती है। दिल को स्वस्थ्य रखने के लिए नींद जरूरी है। खराब नींद के पैटर्न से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। ठंड में सोने के लिए एक आरामदायक माहौल बनाएं।
सर्दियों में दिल के लिए हेल्दी डायट बनाए रखना जरूरी है। ठंड में फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन खाने पर ध्यान दें। पालक, गाजर और संतरे जैसे मौसमी फल पोटेशियम और मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं, जो ब्लडप्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
सर्दियों के महीनों के दौरान एक्टिव रहने से हाई बीपी को रोकने के सबसे असरदार तरीकों में से एक है। इसके लिए रोजाना व्यायाम आपकी ब्लड वेसेल्स को लचीला रखता है और फ्लो में सुधार करता है।
बहुत से लोग सर्दियों में कम पानी पीते हैं, लेकिन हाइड्रेटेड रहना ब्लड फ्लो के लिए जरूरी है। डिहाइड्रेशन के कारण खून गाढ़ा हो जाता है, जिससे ब्लड वेसेल्स में प्रतिरोध बढ़ जाता है। इससे निपटने के लिए पर्याप्त पानी पीना जरूरी है। इसके अलावा बहुत ज्यादा कैफीन से बचें, क्योंकि इसका मूत्रवर्धक प्रभाव हो सकता है और डिहाईड्रेशन की दिक्कत हो सकती है।