बदलती हुई लाइफस्टाइल और खानपान की खराब आदतें, हाई यूरिक एसिड की समस्या को बढ़ाने का कारण बनती हैं। शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने पर गठिया, जोड़ों में दर्द और सूजन जैसी परेशानियां भी बढ़ने लगती हैं। इसके अलावा रोगी के शरीर के कई हिस्सों में सूजन और लालिमा की परेशानी भी हो सकती है। इस समस्या को नेचुरली कंट्रोल रखने के लिए आप कुछ खास सूखे मेवों को अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं।
यूरिक एसिड शरीर में बनने वाला एक तरह का अपशिष्ट पदार्थ है। इसे किडनी द्वारा फिल्टर करके बाहर निकाला जाता है। जब शरीर में यूरिक एसिड का प्रोडक्शन बढ़ जाता है, तो किडनी इसे पूरी तरह से बाहर नहीं निकाल पाती है। जिसकी वजह से यह जोड़ों और ऊतकों में जमा होने लगता है।
अखरोट एंटी ऑक्सीडेंट्स और पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड गुणों से भरपूर होने की वजह से शरीर से यूरिक एसिड को निकालने में मदद करता है। इसमें ओमेगा-3 की अच्छी मात्रा होती है, जिसके कारण हार्ट हेल्थ के साथ ही यह जॉइंट पेन के लिए भी काफी अच्छा ड्राई फ्रूट साबित हो सकता है। यूरिक एसिड होने पर प्रतिदिन भीगे हुए अखरोट खाने की सलाह दी जाती है।
सूखी चेरी यूरिक एसिड को कम करने में मदद करती है। इसमें एंथोसायनिन नामक प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो यूरिक एसिड को कम करता है।
खुबानी एक ऐसा खट्टा-मीठा ड्राईफ्रूट है जिसका सेवन करने से यूरिक एसिड कंट्रोल रहता है। खुबानी विटामिन सी और अन्य पोषक तत्वों का अच्छा स्रोत है। विटामिन सी यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है।
विटामिन, पोटैशियम और फाइबर से भरपूर खजूर हाई यूरिक एसिड को काफी हद तक कंट्रोल करने में मदद कर सकता है। इसके लिए रोजाना दो खजूर खाएं।
पिस्ता में फाइबर और हेल्दी फैट की अधिक मात्रा के साथ प्यूरीन कम मात्रा में मौजूद होता है। जो बढ़े हुए यूरिक एसिड से परेशान लोगों के लिए अच्छा विकल्प हो सकता है। इसका सेवन करने से यूरिक एसिड कंट्रोल रहता है और सेहत अच्छी बनी रहती है।