कोरोना लॉकडाउन में भी हरियाणा में खुली हैं शराब दुकानें, ठेके चलाने पर विपक्ष ने उठाए सवाल
कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में जारी लॉकडाउन के बीच हरियाणा के गुरुग्राम, फरीदाबाद सहित सभी जिलों में शराब की दुकानें खुली हुई हैं। प्रधानमंत्री ने 24 मार्च की रात को देश में 21 के दिन के...
कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में जारी लॉकडाउन के बीच हरियाणा के गुरुग्राम, फरीदाबाद सहित सभी जिलों में शराब की दुकानें खुली हुई हैं। प्रधानमंत्री ने 24 मार्च की रात को देश में 21 के दिन के लॉकडाउन का ऐलान करते हुए यह स्पष्ट किया था कि इस दौरान सिर्फ आवश्यवक वस्तुओं और सेवाओं से संबंधित लोग ही घरों से बाहर निकल सकेंगे। इन आवश्यक वस्तुओं में राशन, दूध, दवा, सब्जी आदि शामिल की गई हैं। शराब के ठेके अनिवार्य या जरूरी सेवाओं में शामिल नहीं हैं। हरियाणा में भी सभी पब, बीयर बार, आहता, रेस्टोरेंट्स बंद हैं और सिर्फ शराब के ठेके ही खुले हैं। गुरुग्राम में तो ई-कॉमर्स कंपनियों को भी बुधवार तक काम करने में दिक्कत आ रही थी लेकिन शराब की दुकानों का खुलना हैरान करने वाला है।
कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने बुधवार को एक ट्वीट कर कहा था, ''प्रधानमंत्री जी के 21 दिनों के लॉकडाउन के अनुरोध का पूर्ण पालन कराने की बजाय हरियाणा की बीजेपी-जेजेपी सरकार शराब के ठेकों को खोलकर जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रही है। आख़िर किसकी शह पर शराब के ठेके खुले हुए हैं? सरकार के ज़िम्मेदार लोग निजीस्वार्थ, धन लोलुपता से ऊपर उठकर देशहित में काम करें।''
सूत्रों का कहना है कि शराब दुकानों के खुलने पर किरकिरी को सीएम मनोहरलाल खट्टर ने गंभीरता से लिया है। बताया जा रहा है कि उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने इस संबंध में एक बैठक बुलाई है। दुष्यंत चौटाला के पास ही आबकारी विभाग है। सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में लॉकडाउन के दौरान खुली शराब के ठेकों को बंद करने पर कोई फैसला हो सकता है। कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकानें खुले रखने पर कड़ी आपत्ति जताई थी। विपक्ष का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा के बाद पूरे देश में शराब ठेके बंद हैं फिर हरियाणा में ऐसा क्यों हो रहा है.