दिल्ली में इजराइल-गाजा के बहाने 5 करोड़ की मांग; घर पर कटा अंगूठा भेज दोस्त ने दी मर्डर की धमकी
चिट्ठी में आरोपी ने 10 दिन के अंदर 5 करोड़ रुपये देने की धमकी दी है। नहीं देने पर रंगदारी की रकम डबल हो जाने और घर के एक शख्स की हत्या कर देने की बात भी लिखी थी।

दिल्ली के जगतपुरी इलाके में एक आरोपी ने अपने दोस्त से रंगदारी वसूलने के लिए हैरतअंगेज स्वांग रचा। आरोपी ने इंसान का कटा हुआ अंगूठा पार्सल में रखकर भेजा, जिसमें धमकी भरी चिट्ठी भी मौजूद थी। चिट्ठी में उसने 10 दिन के अंदर 5 करोड़ रुपये देने की धमकी दी। नहीं देने पर रंगदारी की रकम डबल हो जाने और घर के एक शख्स की हत्या कर देने की बात भी लिखी थी।
आरोपी ने इस पार्सल को एक लड़की के जरिए भिजवाया। पार्सल में धमकी भरी चिट्ठी, स्मार्ट वॉच और इन्सान का कटा हुआ नकली अंगूठा रखा हुआ था। चिट्ठी में आरोपी ने 10 दिन के अंदर 5 करोड़ रुपये वसूलने की बात लिखी थी। आरोपी ने लिखा कि इजराइल ने गाजा में बहुत बुरा हाल किया है। वहां के लोगों को खाना खिलाने के लिए तुम्हारी मदद चाहिए है।
आरोपी ने धमकाते हुए लिखा कि अगर कोई गड़बड़ की तो पैसा भी डबल हो जाएगा और परिवार का एक सदस्य भी कम हो जाएगा। इस बात का डर बैठाने के लिए उसने कटे हुए अंगूठे की तरफ इशारा किया। ज्यादा होशियारी करने और पुलिस की मदद लेने पर घर आकर पूरे परिवार को खत्म कर देने की बात भी चिट्ठी में लिखी थी।
घबराए पीड़ित ने पुलिस के पास जाकर केस दर्ज कराया। पुलिस ने जबरन वसूली के तहत मामला दर्ज किया। बीएनएस की धारा 308(5) के तहत दर्ज करके छानबीन शुरू हुई। पार्सल देने आई लड़की को 600 से ज्यादा सीसीटीवी खोजने के बाद ढूंढ निकाला गया। इसके बाद उसकी मदद से आरोपी अभिषेक तक पहुंचा गया।
पूछताछ के दौरान आरोपी अभिषेक ने कबूल किया कि उसने अपने जानने वाले एक शख्स विकास जैन से पैसे एंठने के लिए ये स्वांग रचा था। आरोपी विकास को बीते 30 सालों से जानता है। आरोपी ने इस काम को अंजाम देने के लिए कुछ लोगों को काम पर रखा और इसके लिए 35000 रुपये की रकम भी चुकाई। उसने अपनी भतीजी और रिश्तेदार सचिन जैन से अपनी योजना को अंजाम देने के लिए मदद भी ली।
आरोपी ने इंडिया मार्ट से प्लास्टिक से बना कृत्रिम अंगूठा खरीदा। इसके लिए उसने 3500 रुपये खर्च किए। दिलशाद गार्डन की एक दुकान से 500 रुपये की स्मार्ट घड़ी खरीदी और वहीं की एक अन्य दुकान से अपने टाइप किया हुआ धमकी भरा पत्र प्रिंटआउट कराया और इन सामान को जैन के घर भेज दिया।