11 KM में बनेंगे 8 इंटरचेंज लूप, NCR से आगरा तक फायदा; यमुना एक्सप्रेसवे को KGP से जोड़ने का काम शुरू
यमुना एक्सप्रेसवे को ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (केजीपी) से जोड़ने के लिए बनने वाले इंटरचेंज का काम शुरू हो गया है। एनएचएआई की टीम ने मंगलवार को दोनों एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए बनने वाले इंटरचेंज की जमीन का मौके पर जाकर सर्वेक्षण किया। इंटरचेंज का निर्माण एक वर्ष में पूरा होगा।
यमुना एक्सप्रेसवे को ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (केजीपी) से जोड़ने के लिए बनने वाले इंटरचेंज का काम शुरू हो गया है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की टीम ने मंगलवार को दोनों एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए बनने वाले इंटरचेंज की जमीन का मौके पर जाकर सर्वेक्षण किया। इंटरचेंज का निर्माण एक वर्ष में पूरा होगा।
अधिकारी ने बताया कि यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो पॉइंट से 10 किलोमीटर पर जगनपुर-अफजलपुर में केजीपी को जोड़ा जाएगा। इसके लिए 60 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण हो चुका है। ग्रेटर नोएडा से होकर गुजर रहे केजीपी का यमुना एक्सप्रेसवे से अभी तक कोई लिंक नहीं है। इस वजह से केजीपी पर आगरा जाने वाले वाहन चालकों को 15 से 20 किलोमीटर का चक्कर लगाकर जाना पड़ता है। वहीं, परी चौक और कासना के जाम से जूझना पड़ता है। फिलहाल सिरसा के पास ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे का इंटरचेंज है। दोनों एक्सप्रेसवे को जोड़ने का कार्य शुरू कर दिया गया है। इसके निर्माण में करीब 270 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
22 करोड़ का पेच फंसने से मई में काम रुक गया था : इंटरचेंज को बनाने का काम वर्ष 2023 में शुरू हुआ था। इसके निर्माण में 122 करोड़ रुपये खर्च होने थे, लेकिन थोड़े दिनों बाद ही विकासकर्ता कंपनी ने इसके निर्माण में लगने वाली मिट्टी पर खर्च होने वाले 22 करोड़ रुपये का अतिरिक्त एस्टीमेट डाल दिया और काम रुक गया। 22 करोड़ का पेच फंसने के चलते कई महीने तक निर्माण नहीं हो सका। इसके बाद प्राधिकरण के अधिकारियों ने बैठक कर इसके निर्माण की जिम्मेदारी एनएचएआई को सौंपी थी।
इंटरचेंज पर आठ लूप बनेंगे
दोनों एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए इंटरचेज पर आठ लूप बनाए जाने हैं, जो कुल 11 किलोमीटर के होंगे। इनमें चार लूप उतरने और चार लूप चढ़ने के लिए बनाए जाएंगे। इससे एक्सप्रेसवे पर सफर करने वाले लोगों को इंटरचेंज से उतरने और चढ़ने के लिए जाम का सामना नहीं करना पड़ेगा। दोनों एक्सप्रेसवे जुड़ने से गाजियाबाद, हापुड़ और मेरठ के लोगों को आगरा की ओर जाने के लिए यमुना एक्सप्रेसवे पर चढ़ने के लिए ग्रेटर नोएडा परी चौक नहीं जाना पड़ेगा। यह कनेक्टिविटी होने से इन जिलों के वाहन दुहाई और डासना से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर चढ़ने के बाद सीधे यमुना एक्सप्रेसवे पहुंच सकेंगे। वहीं मथुरा, आगरा से आने वाले यात्रियों को पेरिफेरल पर चढ़ने के लिए 20 किलोमीटर का चक्कर नहीं लगाना होगा।