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लाउडस्पीकर विवाद के बीच अयोध्या पर संग्राम शुरू, चाचा राज और भतीजे आदित्य में ठनी!

ताजा समाचार यह है कि अगले दो महीने में राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे अयोध्या में राम मंदिर का रुख करने वाले हैं। राज ठाकरे ने 5 जून को अयोध्या की यात्रा करने का ऐलान किया है।

Gaurav Kala हिन्दुस्तान टाइम्स, लखनऊThu, 5 May 2022 05:08 PM
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महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर को लेकर शुरू हुआ ठाकरे परिवार के बीच विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। मामला अयोध्या और भगवान राम से जुड़ा है। ताजा समाचार यह है कि अगले दो महीने में राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे अयोध्या में राम मंदिर का रुख करने वाले हैं। राज ठाकरे ने 5 जून को अयोध्या की यात्रा करने का ऐलान किया तो आदित्य ने चाचा राज ठाकरे के ऐलान के बाद कहा कि वह भी अयोध्या में भगवान राम के मंदिर जाएंगे।

शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उनके चचेरे भाई महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे के बीच राजनीतिक विवाद को अब एक नया युद्धक्षेत्र मिल गया है। इसका नाम है अयोध्या। राज ठाकरे ने 5 जून को अपनी अयोध्या यात्रा की घोषणा की है, जो राम मंदिर शहर में उनकी पहली यात्रा है। राज ठाकरे के अयोध्या में जाने से पहले उनके भतीजे आदित्य ठाकरे के राम मंदिर जाने की संभावना है।

महाराष्ट्र के सीएम के बेटे और महा विकास अघाड़ी सरकार में पर्यटन और पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे के मई में भगवान राम को श्रद्धांजलि देने के लिए अयोध्या जाने की संभावना है। हालांकि शिवसेना की ओर से अभी तक उनकी अयोध्या यात्रा की कोई आधिकारिक तारीख की घोषणा नहीं की गई है।

आदित्य की घोषणा उनके चाचा और मनसे प्रमुख राज ठाकरे के कहने के बाद हुई कि वह भगवान राम का आशीर्वाद लेने के लिए अयोध्या जाएंगे। आदित्य ठाकरे का यह तीसरा अयोध्या दौरा होगा। वह अपने पिता उद्धव ठाकरे के साथ इससे पहले 24 नवंबर 2018 और 7 मार्च 2020 को अयोध्या गए थे।

अयोध्या में संत समुदाय भाजपा और शिवसेना के बीच बदले हुए संबंधों के कारण राज ठाकरे का स्वागत करने के लिए अधिक इच्छुक है। अयोध्या में हनुमान गढ़ी मंदिर के मुख्य पुजारी रमेश दास ने कहा, “शिवसेना ने पार्टी के संस्थापक दिवंगत बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा को त्याग दिया है। वे अब हिंदुत्व के समर्थक नहीं हैं। इसके बजाय, पार्टी मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति अपना रही है। ”

दास ने कहा कि अयोध्या में संत समुदाय आदित्य ठाकरे की अयोध्या यात्रा का इंतजार नहीं कर रहा है। विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्रीय प्रवक्ता शरद शर्मा ने कहा, “हाल ही में, राज ठाकरे ने अपनी राजनीति बदल दी है। उनकी राजनीति अब उत्तर भारतीय विरोधी बयानबाजी पर आधारित नहीं रही। वह महाराष्ट्र की राजनीति में शिवसेना द्वारा खाली छोड़े गए राजनीतिक स्थान को जमाने की कोशिश कर रहे हैं। ”

शर्मा ने आगे कहा, “अयोध्या में सभी का स्वागत है। आदित्य ठाकरे का भी स्वागत है। लेकिन शिवसेना अब वैसी नहीं रही, जैसी वह दिवंगत बालासाहेब ठाकरे के समय हुआ करती थी। ” बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए शिवसेना ने 1 करोड़ का दान दिया है।

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