टीबी को इस साल के अंत तक भारत से मिटाना है लक्ष्य, अहम बैठक में शामिल हुए पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को टीबी उन्मूलन अभियान पर आयोजित एक बैठक की अध्यक्षता की है। बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा भी मौजूद थे। इससे पहले भारत ने टीबी रोगियों की पहचान और रोग के निदान के लिए कैंपेन भी शुरू किया था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को टीबी उन्मूलन अभियान के विकास की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की है। बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव के अलावा कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। बता दें कि भारत ने इस साल के अंत तक टीबी को खत्म करने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी। वहीं वैश्विक स्तर पर इसके लिए 2030 का लक्ष्य रखा गया है। गौरतलब है कि दुनिया में टीबी के सबसे ज्यादा मामले भारत में है। एक रिपोर्ट के मुताबिक विश्व के लगभग 27% टीबी रोगी भारत से है।
इससे पहले दिसंबर में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने हरियाणा के पंचकूला में टीबी के मामलों और मृत्यु दर को कम करने के लिए 100 दिवसीय राष्ट्रव्यापी अभियान की शुरुआत की थी। यह 100 दिनों का एक केंद्रित अभियान था, जिसका उद्देश्य देश भर के 347 सबसे अधिक प्रभावित जिलों में टीबी रोगियों का जल्द से जल्द पता लगाना और उनका उपचार करना था। इस अभियान में भारत को बड़ी सफलता हाथ लगी।
टीबी मुक्त भारत अभियान
गौरतलब है कि राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 9 सितंबर 2022 को प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की शुरुआत भी की गई थी। इसका उद्देश्य टीबी रोगियों को जल्द से जल्द उपचार मुहैया कराना और टीबी मुक्त भारत के लिए सामुदायिक भागीदारी को सुनिश्चित करना है। इसके तहत 31 जुलाई 2024 तक 1.6 लाख से ज़्यादा निक्षय मित्र पंजीकृत किए जा चुके हैं और वे 11.4 लाख टीबी रोगियों से जुड़े हैं। 11.5 लाख टीबी रोगियों ने सामुदायिक सहायता लेने के लिए सहमति दी है और लगभग 18 लाख किट भी वितरित किए गए हैं। 26 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के राज्यपाल, उपराज्यपाल, केंद्रीय मंत्री, राज्य मंत्री और मुख्यमंत्री भी टीबी रोगियों को गोद लेने के लिए आगे आए हैं।