मणिपुर पुलिस में मैतेई और कुकी की एक साथ तैनाती, CM बीरेन ने कहा- अब लौटेगी शांति
- सीएम एन बीरेन सिंह ने सोमवार को बड़ा ऐलान किया कि 2000 मैतेई और कुकी समुदाय से आने वाले नए पुलिस रंगरूट को साथ में तैनाती दी जाएगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि अब राज्य में शांति लौटेगी।
मणिपुर में पिछले साल मैतेई और कुकी समुदाय के बीच हिंसा ने सैकड़ों लोगों की जान ले ली। पिछले साल दो महिलाओं को नग्न करके सड़क पर परेड कराने जैसा सनसनीखेज मामला भी सामने आया था। मणिपुर में अभी भी सामुदायिक हिंसा की छिटपुट घटनाएं सामने आ रही हैं। इस बीच सीएम एन बीरेन सिंह ने सोमवार को बड़ा ऐलान किया कि 2000 मैतेई और कुकी समुदाय से आने वाले नए पुलिस रंगरूट को साथ में तैनाती दी जाएगी। सीएम ने कहा कि कोशिश करेंगे कि हम मणिपुर में पहले वाली शांति वापस लाएं।
इस साल जनवरी में असम के पुलिस प्रशिक्षण अकादमी में 44 सप्ताह की ट्रेनिंग पूरा करने के बाद सोमवार को असम के गोलाघाट जिले के डेरगांव में लाचित बोरफुकन पुलिस अकादमी से मणिपुर पुलिस के कुल 1984 रंगरूट पास हुए। पास आउट कार्यक्रम में असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य और मणिपुर के मुख्यमंत्री शामिल हुए।
पुलिस रंगरूट में कितने मैतेई और कुकी
मणिपुर पुलिस की 10वीं और 11वीं इंडिया रिजर्व बटालियन (आईआरबी) के कुल रंगरूटों में से लगभग 62 प्रतिशत मैतेई हैं। 26 प्रतिशत नागा और अन्य जनजातियों से हैं और लगभग 12 प्रतिशत कुकी समुदायों से हैं। इन सभी को एक साथ डेरगांव में प्रशिक्षित किया गया है।
मणिपुर में शांति के लिए साथ आएंगे मैतेई और कुकी
सीएम बीरेन सिंह ने कहा, “वर्तमान स्थिति के कारण समुदायों के बीच विभाजन हुआ है। यह पहले नहीं था। नए रंगरूट असम में एक साथ रहे और प्रशिक्षण लिया। राज्य में शांति लाने के लिए नई शुरुआत करने के लिए उन्हें मणिपुर में ऐसा करना जारी रखना चाहिए। उन्हें मणिपुर में एक साथ तैनात किया जाएगा, न कि अलग-अलग। हम कोशिश करेंगे और मणिपुर में पहले वाली एकता वापस लाएंगे।''
मुख्यमंत्री ने पिछले 10 महीनों में मणिपुर पुलिस के रंगरूटों को प्रशिक्षण प्रदान करने में मदद के लिए असम सीएम हिमंत बिस्वा सरमा और असम पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “वर्तमान स्थिति के कारण हम अपने राज्य में मणिपुर पुलिस के नए रंगरूटों को प्रशिक्षण प्रदान नहीं कर सके। जब मैंने सीएम सरमा से उन्हें असम में प्रशिक्षण प्रदान करने का अनुरोध किया, तो उन्होंने तुरंत मेरा अनुरोध स्वीकार कर लिया।"