ना EC, ना SC निष्पक्ष; दोनों भाजपा की B,C और D टीम; संजय राउत क्यों उठा रहे सवाल
राउत ने कहा कि मेरे जैसे लोग जेल गए और वापस भी आ गए। हम जानते हैं कि टारगेट पर कौन है और बीजेपी क्या कर रही है। यह बीजेपी का बिश्नोई गैंग है। उनके हाथों में हथियार नहीं है, लेकिन उनके पास सीबीआई और ईडी है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने के बाद शिवसेना (उद्धव ठाकरे) सांसद संजय राउत केंद्र सरकार और सत्तारूढ़ भाजपा पर हमलावर हो गए हैं। इसके साथ ही वह चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट पर भी हमला बोल रहे हैं। राउत ने आरोप लगाया है कि ना तो चुनाव आयोग और ना ही सुप्रीम कोर्ट निष्पक्ष है। राउत ने चुनाव आयोग पर कटाक्ष करते हुए दावा किया कि वहां बैठे लोग पक्षपाती हैं। शुक्रवार को समाचार एजेंसी ANI से उन्होंने कहा, "चुनाव आयोग ने कुछ महत्वपूर्ण निर्णय दिए हैं, और हमें लगता है कि वे निर्णय महा विकास अघाड़ी के हितों के खिलाफ हैं, और वे फैसले एकनाथ शिंदे और भाजपा की मदद करेंगे।"
राउत यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा, "चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट तटस्थ नहीं हैं। वे भाजपा की बी, सी और डी टीम हैं।" राउत ने बीजेपी पर विपक्षी पार्टियों को टारगेट करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का गलत तरीके से इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने इन कोशिशों की तुलना शिवसेना और एनसीपी के खिलाफ पॉलिटिकल एनकाउंटर से की। उन्होंने कहा, "मेरे जैसे लोग जेल गए और वापस भी आ गए। हम जानते हैं कि टारगेट पर कौन है और बीजेपी क्या कर रही है। यह बीजेपी का बिश्नोई गैंग है। उनके हाथों में हथियार नहीं है, लेकिन उनके पास सीबीआई और ईडी है। इसका इस्तेमाल वह हम पर हमला करने के लिए कर रहे हैं। इसके बाद भी हम मजबूती से खड़े हुए हैं।"
महाविकास अघाड़ी में सीट बंटवारे के मुद्दे पर राउत ने कहा कि राज्य की 288 में से अधिकांश सीटों पर गठबंधन के बीच सहमति बन चुकी है और कुछ सीटों पर पेच फंसा हुआ है। उन्होंने कहा कि वह सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने के लिए वह आज ही राहुल गांधी से बातचीत करेंगे क्योंकि कुछ सीटों पर लंबे समय से गतिरोध बना हुआ है। उन्होंने सीट बंटवारे में हो रही देरी पर सहयोगी दल कांग्रेस पर भी नाराजगी जताई और कहा कि वे लोग हरेक लिस्ट मंजूरी के लिए दिल्ली भेजते रहते हैं। उन्होंने कहा, “एनसीपी और शिवसेना के बीच कोई बड़ा मतभेद नहीं है, कांग्रेस में भी नहीं है लेकिन कुछ सीटें ऐसी हैं जिन पर तीनों पार्टियां दावा करती हैं। नाना पटोले महाराष्ट्र में हमारे सहयोगी हैं, लेकिन कुछ सीटों पर समस्या है, इसे जल्द सुलझा लिया जाएगा।”
बता दें कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को एक ही चरण में होंगे। चुनाव आयोग ने मंगलवार (15 अक्टूबर, 2024) को महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनावों के तारीखों की घोषणा की थी। 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में, भाजपा और एकीकृत शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा था लेकिन सरकार बनाने पर गतिरोध के बाद शिवसेना ने कांग्रेस और एकीकृत एनसीपी के साथ मिलकर महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन बनाया था और राज्य में सरकार बनाई थी।
हालांकि, इस बार शिवसेना (यूबीटी), शरद पवार की एनसीपी और कांग्रेस सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन का मुकाबला करने के लिए गठबंधन में हैं। इस साल हुए लोकसभा चुनाव में, एमवीए ने राज्य की 48 लोकसभा सीटों में से 30 पर जीत हासिल की थी, जबकि सत्तारूढ़ गठबंधन ने सिर्फ 17 सीटें जीतीं थीं। एक सीट निर्दलीय उम्मीदवार के खाते में गई थी।