भूपिंदर हुड्डा की चली ही नहीं; हरियाणा की हार पर अब भी कांग्रेस में टकराव, प्रभारी पर हमला
- कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने कहा कि टिकटों को लेकर खुलकर बोलना मुश्किल था। इसलिए हम लोगों ने चुनाव के दौरान अनुशासन का पालन किया। उदयभान ने कहा, 'कांग्रेस के नेतृत्व और केंद्रीय चुनाव समिति ने ही उम्मीदवारों का फैसला लिया था। मैं और भूपिंदर सिंह हुड्डा तो चुनाव समिति के मेंबर ही थे।
हरियाणा विधानसभा चुनाव का परिणाम आए करीब दो महीने बीतने वाले हैं, लेकिन अब तक कांग्रेस में कलह का दौर जारी है। हरियाणा के पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा ने हार को लेकर प्रभारी दीपक बाबरिया पर निशाना साधा था तो वहीं अब बाबरिया ने भी जवाब दिया है। दीपक बाबरिया का कहना है कि विधानसभा चुनाव में करीब 10 से 15 टिकट गलत बंट गए थे और उनके चलते ही पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा वरना नतीजा कुछ और होता। वहीं इस पर प्रदेश अध्यक्ष और हुड्डा के करीबी कहे जाने वाले उदयभान ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में उम्मीदवारों का सेलेक्शन केंद्रीय चुनाव समिति ने किया था।
उदयभान ने कहा कि उम्मीदवारों के चयन पर आखिरी मुहर तो केंद्रीय चुनाव समिति ने ही लगाई थी। पार्टी की हार का विश्लेषण करने के लिए बनी एक समिति की मीटिंग में उदयभान ने यह बात कही। इस कमेटी का नेतृत्व छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल, राजस्थान के पूर्व मंत्री हरीश चौधरी और एस. सेंथिल कर रहे हैं। इस मीटिंग के दौरान उदयभान ने दोटूक कहा कि केंद्रीय समिति से टिकट फाइनल हुए थे। उन्होंने कहा कि हम तो चुनाव समिति में एक मेंबर की हैसियत से ही शामिल थे। आखिरी फैसला तो दिल्ली से ही लिया गया था।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि टिकटों को लेकर खुलकर बोलना मुश्किल था। इसलिए हम लोगों ने चुनाव के दौरान अनुशासन का पालन किया। उदयभान ने कहा, 'कांग्रेस के नेतृत्व और केंद्रीय चुनाव समिति ने ही उम्मीदवारों का फैसला लिया था। मैं और भूपिंदर सिंह हुड्डा तो चुनाव समिति के मेंबर ही थे। सारे टिकट मेरिट के आधार पर बांटे गए थे।' वहीं दीपक बाबरिया के इस दावे पर भी उदयभान ने टिप्पणी की है कि 14 सीटों पर ईवीएम से छेड़छाड़ की गई थी। उन्होंने कहा कि मुझे तो काउंटिंग के दिन ही इस बारे में जानकारी मिली थी। फिर जब नतीजा आया तो सभी 14 सीटें कांग्रेस हार गई।
इस पर बाबरिया ने कहा कि यदि सुप्रीम कोर्ट हरियाणा के चुनाव में हुई गड़बड़ियों का संज्ञान ले और इलेक्शन कमिशन ईमानदारी से काम करे तो यह सरकार 2026 के आगे नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि ईवीएम में गड़बड़ी की गई, लेकिन कुछ आंतरिक समस्याएं भी रहीं। इस मीटिंग में कांग्रेस की समिति ने भूपिंदर सिंह हुड्डा समेत सभी नेताओं से बात की।