असम कोयला खदान में भरा 100 फीट तक पानी, फंसे लोगों को निकालने में NDRF-सेना को भारी मुश्किलें
- असम में अवैध कोयला खदान में 9 श्रमिक सोमवार से फंसे हुए हैं। अब खबर है कि खदान में 100 फीट तक पानी भर गया है, जिससे सेना और एनडीआरएफ को मुश्किलें आ रही हैं। नेवी के गोताखोरों को बुलाया है।
असम की अवैध कोयला खदान के अंदर अभी भी 9 श्रमिक फंसे हुए हैं। खदान में जलस्तर 100 फीट तक पहुंच गया है। ऐसे में अंदर फंसे लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि एनडीआरएफ और सेना को राहत-बचाव कार्य में काफी मुश्किलें हो रही हैं। रेस्क्यू अभियान के लिए नेवी के गोताखोरों को बुलाया है। इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।
सोमवार से बचाव कार्य जारी है लेकिन अब तक किसी भी श्रमिक को खदान से बाहर नहीं निकाला जा सका है। मुख्यमंत्री सरमा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा कि पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता और खान एवं खनिज (विकास एवं विनियमन) अधिनियम 1957 की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। उन्होंने कहा, “प्रथम दृष्टया यह अवैध खदान प्रतीत होती है। मामले के संबंध में पुनीश नुनिसा नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।”
नौसेना के गोताखोरों को बुलाया
सरमा ने कहा कि खदान में फंसे नौ मजदूरों को बचाने में स्थानीय अधिकारियों की मदद के लिए नौसेना के गोताखोरों को बुलाया गया है, क्योंकि खदान के अंदर पानी का स्तर करीब 100 फुट तक बढ़ गया है। उन्होंने बताया कि गोताखोर विशाखापत्तनम से आ रहे हैं और उनके शीघ्र ही पहुंचने की उम्मीद है।
अभियान में सेना और असम राइफल्स के सैनिक भी जुटे
कमांडेंट एच पी एस कंडारी के नेतृत्व में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 35 सदस्यीय टीम घटनास्थल पर बचाव अभियान चला रही है। एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि नौ मजदूरों को निकालने के लिए सेना के जवानों को लगाया गया है तथा आवश्यक उपकरणों से लैस गोताखोरों और ‘सैपर्स’ सहित विशेषज्ञों का एक राहत कार्य बल उमरांगसो में घटनास्थल पर पहुंच गया है। उन्होंने बताया कि सेना और असम राइफल्स का एक कार्य दल श्रमिकों को बचाने के कार्य में जुट गया है।
एक अधिकारी ने बताया कि पानी को बाहर निकालने के लिए दो मशीनें भी लगाई गईं हैं। बता दें कि उमरंगसो में स्थित असम कोयला खदान में अचानक पानी भर जाने के कारण सोमवार से ही नौ मजदूर अंदर फंसे हुए हैं। खदान के कर्मचारियों के अनुसार, खदान के अंदर लगभग 15 श्रमिक थे। हालांकि अधिकारियों ने संख्या की पुष्टि नहीं की। मुख्यमंत्री के मुताबिक गंगा बहादुर श्रेथ, हुसैन अली, जाकिर हुसैन, सरपा बर्मन, मुस्तफा शेख, खुशी मोहन राय, संजीत सरकार, लिजान मगर और सरत गोयारी नामक मजदूर खदान में फंसे हैं।