रिटायरमेंट के बाद किस पद पर जा रहे CJI, विदाई समारोह में वकील ने बताया तो भौंचक्का रह गए चंद्रचूड़
CJI चंद्रचूड़ को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं कि रिटायरमेंट के बाद वह कौन सी नई जिम्मेदारी संभाल सकते हैं। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का अध्यक्ष बनाए जाने की भी चर्चा है क्योंकि जून 2024 से ही यह पद खाली है।
मुख्य न्यायाधीश (CJI) जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ का आज आखिरी कार्य दिवस था। वह 10 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं। इसलिए उन्हें विदाई देने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक सेरेमोनियल बेंच बैठी। इस बेंच की लाइव स्ट्रीमिंग भी की गई। उनके विदाई समारोह में कई जजों और वकीलों ने CJI चंद्रचूड़ की तारीफ की। कई लोगों ने उनकी जिंदगी और दरियादिली की बात की तो कुछ ने उनके द्वारा किए गए सुधारों और कोर्ट में तकनीक को शामिल करने की चर्चा की। इसी दौरान जब वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने उनसे युवा रहने का राज पूछा तो वहां मौजूद सभी लोग हंस पड़े।
इसी बीच, नानी पालकीवाला लॉ क्लब के एक सदस्य वकील ने जब मुख्य न्यायाधीश को इस बात के लिए बधाई दी कि रिटायरमेंट के बाद वह इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) में पद संभालने जा हे हैं तो CJI चंद्रचूड़ यह सुनकर अवाक रह गए। उन्होंने तब अपने साथी जजों की ओर देखते हुए अचरज भरी निगाहों से कहा, "क्या।"
दरअसल, CJI को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं कि रिटायरमेंट के बाद वह कौन सी नई जिम्मेदारी संभाल सकते हैं। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का अध्यक्ष बनाए जाने की भी चर्चा है क्योंकि जून 2024 से ही यह पद खाली है। फिलहाल विजया भारती सयानी वहां की कार्यकारी अध्यक्ष है। उनसे पहले जस्टिस अरुण कुमार मिश्रा इस पद पर थे, जिनका कार्यकाल जून में खत्म हो गया था।
विदाई समारोह में एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एन वेंकटरमन ने कहा, “आपका स्वभाव 5C के लिए जाना जाएगा। इसके बाद उन्होंने बताया कि 5C का मतलब क्या है। उन्होंने कहा पांच C से मतलब Calm (शांत), cool (ठंडा), composed (संयमित), neither critical (न तो आलोचनात्मक) और nor condemning (न ही निंदा करने वाला) है। ASG ने कहा कि आपने कई रिकॉर्ड तोड़े हैं और इन सफलताओं को आपने सिर्फ अपने सिर पर नहीं रखा।”
ASG एसवी राजू ने कहा, "आपको हमेशा आपके निर्णयों और भाषणों के लिए याद किया जाएगा जो हमेशा विचारोत्तेजक होते थे।" इस दौरान वरिष्ठ वकील शिखिल सूरी अपने बेटे द्वारा बनाई गई सीजेआई चंद्रचूड़ की पेंटिंग दिखाई। जस्टिस चंद्रचूड़ के उत्तराधिकारी जस्टिस संजीव खन्ना ने कहा, "आपने मेरा काम आसान और मुश्किल दोनों बना दिया है। आसान इसलिए क्योंकि आपने कई बदलाव शुरू किए हैं और मुश्किल इसलिए क्योंकि मैं शायद उसे उस गति से जारी ना रख पाऊं। आपकी कमी हमेशा खलेगी।" जस्टिस खन्ना ने कहा कि इनकी जवानी की चर्चा सिर्फ यहां ही नहीं बल्कि विदेशों में भी होती है। ऑस्ट्रेलिया में बहुत से लोग मेरे पास आए और पूछा कि उनकी उम्र क्या है।