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एकनाथ शिंदे को गृह मंत्रालय तो नहीं मिल रहा, पर इस विभाग को पाकर राजी; अब नई डिमांड

  • सूत्रों का कहना है कि एकनाथ शिंदे को गृह मंत्रालय देने पर भाजपा राजी नहीं है, लेकिन उनको शहरी विकास मंत्रालय दिया जाएगा। महाराष्ट्र जैसे राज्य में यह बेहद ताकतवर मंत्रालय माना जाता है। ऐसे में एकनाथ शिंदे के राजी होने की यह भी एक वजह है। लेकिन एकनाथ शिंदे इतने से ही संतुष्ट नहीं हैं।

Surya Prakash लाइव हिन्दुस्तान, मुंबईThu, 5 Dec 2024 12:15 PM
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महाराष्ट्र के राज्यपाल के पास बुधवार को देवेंद्र फडणवीस ने एकनाथ शिंद और अजित पवार को साथ लेकर जाकर सरकार गठन का दावा पेश किया था। इसके बाद तीनों नेताओं ने मीडिया से भी बात की थी। इस दौरान देवेंद्र फडणवीस ने शपथ ग्रहण समारोह के बारे में जानकारी दी और फिर जब माइक एकनाथ शिंदे की ओर बढ़ाया गया तो उनसे पूछा गया कि आप भी शपथ ले रहे हैं? इस पर एकनाथ शिंदे का जवाब था कि इतनी जल्दी क्यों है। शपथ समारोह तो कल शाम को होना है और आज शाम तक पता चल ही जाएगा। इस पर अजित पवार ने तंज कसा कि मैं तो शपथ ले रहा हूं। इनका आज शाम तक समझ आ जाएगा। इस पर एकनाथ शिंदे ने भी पलटकर चुटकी ले ली कि दादा को तो सुबह-शाम शपथ लेने का अनुभव है।

इस तरह मंच पर चुटकियां तो ली गईं, लेकिन यह भी दिखा कि एकनाथ शिंदे अब तक सहज नहीं हैं। लेकिन रात तक ही सब संभल गया और शिवसेना सूत्रों के हवाले से खबर आई कि एकनाथ शिंदे डिप्टी सीएम की शपथ को तैयार हैं। सूत्रों का कहना है कि एकनाथ शिंदे को गृह मंत्रालय देने पर भाजपा राजी नहीं है, लेकिन उनको शहरी विकास मंत्रालय दिया जाएगा। महाराष्ट्र जैसे राज्य में यह बेहद ताकतवर मंत्रालय माना जाता है। ऐसे में एकनाथ शिंदे के राजी होने की यह भी एक वजह है। लेकिन एकनाथ शिंदे इतने से ही संतुष्ट नहीं हैं।

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वह अब भी लॉबिंग में जुटे हैं। शहरी विकास मंत्रालय के अलावा एक अन्य मजबूत विभाग वह अपने लिए चाहते हैं। शिंदे के राजी होने की एक आतंरिक वजह भी है। दरअसल यदि वह खुद डिप्टी सीएम नहीं बनते और किसी अन्य नेता को यह जिम्मेदारी देते तो पार्टी में गुटबाजी बढ़ सकती थी। कई ऐसे नेता नाराज हो जाते, जो खुद को कद्दावर मानते हैं। इसके अलावा सत्ता का एक नया केंद्र भी पार्टी में खड़ा हो सकता था। इसीलिए एकनाथ शिंदे शिवसेना के अंदर किसी अन्य पावर सेंटर को तैयार करने की बजाय खुद ही सरकार में आने पर राजी हुए।

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