New Chief Minister: एकनाथ शिंदे अकेले नहीं, कई मुख्यमंत्रियों का पहले भी हुआ डिमोशन, कहानी महाराष्ट्र की
- साल 1970 से इसकी शुरुआत मानी जा सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, तब कांग्रेस दिग्गज एसबी चव्हाण को इंदिरा गांधी ने 1975-77 के समय मुख्यमंत्री पद के लिए चुना था। इसके बाद उनके स्थान पर वसंतदादा पाटिल को सीएम बनाया गया था।
New Chief Minister of Maharashtra: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर देवेंद्र फडणवीस शपथ लेने जा रहे हैं। वहीं, एनसीपी चीफ अजित पवार के साथ एकनाथ शिंदे भी डिप्टी सीएम की शपथ ले सकते हैं। खबरें हैं कि शिवसेना प्रमुख उपमुख्यमंत्री बनने के लिए तैयार हो गए हैं। हालांकि, महाराष्ट्र की राजनीति में यह पहला मौका नहीं होगा जब पहले मुख्यमंत्री रहे नेता बाद में डिप्टी या मंत्री बने हों।
साल 1970 से इसकी शुरुआत मानी जा सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तब कांग्रेस दिग्गज एसबी चव्हाण को इंदिरा गांधी ने 1975-77 के समय मुख्यमंत्री पद के लिए चुना था। इसके बाद उनके स्थान पर वसंतदादा पाटिल को सीएम बनाया गया था। अब इस बात को एक साल भी पूरा नहीं हुआ और चव्हाण शरद पवार की पहली PDF सरकार में मंत्री बनने तैयार हो गए।
खास बात है कि पवार इससे पहले चव्हाण सरकार में मंत्री रहे थे। हालांकि, 1980 के दशक में चव्हाण फिर से सीएम बने। उसी दशक में कांग्रेस ने शिवाजीराव नीलांगेकर को सीएम बनाया। वह भी साल 2003 में सुशील कुमार शिंदे की सरकार में मंत्री बन गए थे। इधर, दो बार के मुख्यमंत्री रहे अशोक चव्हाण भी उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली MVA सरकार मे मंत्री रहे थे।
अविभाजित शिवसेना से पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे भी विलासराव देशमुख, सुशील शिंदे और अशोक चव्हाण की सरकार में मंत्री रहे। 2022 में भाजपा के साथ सरकार बनाने के बाद एकनाथ शिंदे सीएम बने थे, जबकि इससे पहले 2014 में सीएम रहे फडणवीस को उपमुख्यमंत्री बनाया गया था।
शपथ ग्रहण समारोह
बुधवार को विधायक दल की तरफ से अपना नेता चुने जाने के बाद देवेंद्र फडणवीस गुरुवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। वह इस पद पर तीसरी बार काबिज होंगे। 23 नवंबर को घोषित हुए नतीजों में महायुति ने महाराष्ट्र की 288 में से 230 सीटों पर जीत हासिल की थी। इनमें भाजपा ने 132, शिवसेना ने 57 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 41 सीटें मिली थीं।