देवेंद्र फडणवीस ने शपथ से पहले ही शुरू की नई परंपरा, आमंत्रण पत्र पढ़कर हो रही चर्चा
- चंद्रकांत पाटिल और मुनगंटीवार ने उन्हें 'देवेंद्र सरिता गंगाधरराव फडणवीस' के नाम से संबोधित किया। उनकी मां का नाम सरिता है, जो पहली बार उनके संबोधन में लिखित या फिर मौखिक तौर पर इस्तेमाल किया गया है। माना जा रहा है कि उन्होंने महिलाओं के सम्मान और उनके सशक्तीकरण को ध्यान में रखते हुए ऐसा किया है।
भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस गुरुवार को महाराष्ट्र के सीएम पद की शपथ लेंगे। उन्हें आज विधानसभा में हुई भाजपा विधायक दल की मीटिंग में नेता चुन लिया गया। इस दौरान मंच से उनका जो नाम बुलाया गया, उसकी हर ओर चर्चा हो रही है। उनके नाम का प्रस्ताव रखते हुए चंद्रकांत पाटिल और सुधीर मुनगंटीवार ने उन्हें 'देवेंद्र सरिता गंगाधरराव फडणवीस' के नाम से संबोधित किया। उनकी मां का नाम सरिता है, जो पहली बार उनके संबोधन में लिखित या फिर मौखिक तौर पर इस्तेमाल किया गया है। माना जा रहा है कि उन्होंने महिलाओं के सम्मान और उनके सशक्तीकरण को ध्यान में रखते हुए ऐसा किया है।
शपथ समारोह के लिए जो आमंत्रण पत्र भेजा गया है, उसमें भी देवेंद्र फडणवीस के साथ मां सरिता का नाम लिखा गया है। अब तक देवेंद्र फडणवीस अपने नाम के साथ पिता गंगाधरराव का नाम लिखते रहे हैं। इसी चुनाव के शपथ पत्र में उन्होंने अपना नाम देवेंद्र गंगाधर राव फडणवीस लिखा था। इसके अलावा 2014 और 2019 के विधानसभा चुनाव में भी उनका यही नाम था। इस तरह पहली बार उन्होंने मां का नाम अपने साथ जोड़ा है। आमंत्रण पत्र पढ़ने के बाद लोगों में इस बात को लेकर चर्चा है कि आखिर क्यों उन्होंने इस नई परंपरा की शुरुआत की है और वह क्या संदेश देना चाहते हैं।
महाराष्ट्र, गुजरात समेत कई पश्चिमी और दक्षिणी राज्यों में पिता का नाम साथ जोड़ने की परंपरा रही है। जैसे देवेंद्र फडणवीस अपने साथ पिता गंगाधरराव का नाम जोड़ते रहे हैं। इसी तरह पीएम नरेंद्र मोदी भी अपने पिता दामोदरदास का नाम अपने साथ लिखते रहे हैं। ऐसे ही उद्धव ठाकरे भी अपने नाम के साथ पिता बालासाहेब का नाम लिखते रहे हैं। ऐसे में नाम के साथ मां का भी नाम लिखना और वह भी पिता से पहले, यह अहम संदेश है। गौरतलब है कि गुरुवार की शाम को 5:30 बजे देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं।
इस कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी समेत कई राजनीतिक हस्तियां आने वाली हैं। खबर है कि इसमें करीब 400 संतों को भी आमंत्रित किया गया है। देवेंद्र फडणवीस की परवरिश में उनकी मां सरिता का बड़ा योगदान रहा है। इसकी वजह यह है कि उनके पिता की तभी मौत हो गई थी, जब वह किशोरावस्था में थे। फडणवीस के पिता भी भाजपा के नेता था और उन्हें कैंसर हो गया था। देवेंद्र फडणवीस की मां सरिता ने बेटे के फिर से सीएम चुने जाने पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि देवेंद्र को पीएम नरेंद्र मोदी का आशीर्वाद है और वह उन्हें बेटे की तरह मानते हैं।