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सेहत के लिए वरदान है सच्चा प्यार, जानिए प्रेम और रोमांस का हेल्थ से नाता

प्यार न सिर्फ दिल को खुश रखता है, बल्कि सेहत को भी दुरुस्त रखता है। प्रेम और रोमांस का सेहत से क्या है नाता, बता रही हैं स्वाति शर्मा

Avantika Jain हिन्दुस्तानSat, 26 April 2025 12:00 PM
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सेहत के लिए वरदान है सच्चा प्यार, जानिए प्रेम और रोमांस का हेल्थ से नाता

कहते हैं प्यार से जिंदगी नहीं चलती। लेकिन यह कहना पूरी तरह गलत है। क्योंकि अगर प्यार सच्चा है और आपका आपके साथी से रोमांस बरकरार है तो यकीन मानिए आप औरों की तुलना में स्वस्थ और बेहतर जीवन जी रही हैं। यह केवल किताबी बातें नहीं हैं बल्कि वैज्ञानिक तौर पर प्रमाणित है कि जिन शादीशुदा जोड़ों के बीच रोमांस बरकरार रहता है और आपसी तालमेल बेहतर होता है, वे सेहत से भी दुरुस्त रहते हैं और गुणवत्ता वाला जीवन जीते हैं। करीब तीन दशकों तक अलग-अलग अनुसंधानों की एक मिली जुली सरकारी रिपोर्ट दर्शाती है कि किस तरह प्रेम संबंध युवा और अधेड़ उम्र के लोगों की सेहत को बेहतर बनाते हैं और उन्हें सेहतमंद और लंबा जीवन दे सकते हैं। आप भी जानिए कि प्रेम की न्यूरोबायोलॉजी क्या है और सेहत पर इसके कैसे प्रभाव पड़ते हैं।

प्रेम का दिमाग पर असर

जब प्रेम की बात आए तो हमें लगता है कि हमारा दिल काम कर रहा है। लेकिन असल में यह सब कुछ दिमाग में हो रहा होता है। अध्ययन बताते हैं कि जिस व्यक्ति से हम प्यार करते हैं, केवल उसके या उससे जुड़ी किसी चीज के खयाल मात्र से हमारे दिमाग में डोपामाइन हॉर्मोन का स्राव शुरू हो जाता है। यह एक हैप्पी हॉर्मोन है जो हमें बेहतर महसूस कराता है। उस व्यक्ति से मिलने, उसके साथ समय बिताने, संगीत सुनने वगैरह से यह डोपामाइन और ज्यादा बनता है और खुशी का ठिकाना नहीं रहता। इतना ही नहीं साथी के साथ रोमांस करने, उनके करीब रहने या उनका आपको अच्छा महसूस कराने पर

ऑक्सीटोसिन हॉर्मोन का भी स्राव तेजी से होता है, जो आपको साथी के साथ सुरक्षित महसूस कराता है और उन पर भरोसा कायम करता है।

क्यों होता है दिल दीवाना

ऐसा नहीं है कि काम सिर्फ दिमाग कर रहा है और दिल यूं ही बदनाम है। दरअसल दिमाग से निकले ये हैप्पी हॉर्मोन दिल की धड़कनें बढ़ा ही देते हैं। इसीलिए अपने पसंदीदा व्यक्ति के आसपास होने पर दिल जोरों से धड़कने लगता है। इसमें मुख्य भूमिका डोपामाइन की होती है। यह दिल की सेहत के लिए अच्छा होता है क्योंकि इससे दिल बेहतर तरीके से काम कर पाता है। अगर ऑक्सीटोसिन की बात करें तो इसका मिलाजुला प्रभाव दिल की सेहत पर पड़ता है। लेकिन तनाव रहित और अच्छे संबंध होने पर ऑक्सीटोसिन सूजन की समस्या को घटाकर धमनियों की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाता है और कार्डियोमायोसाइट की सुरक्षा करता है जो कि पंप के दौरान दिल को सिकोड़ने और आराम देने वाली मांसपेशी होती है।

तनाव रहता है दूर

प्रेम और रोमांस का सीधा संबंध मूड से होता है। एमडी डॉक्टर नेहा यादव कहती हैं कि अगर रिश्ता सेहतमंद है तो तनाव आपसे कोसों दूर रहने वाला है। ऐसा नहीं है कि जीवन में समस्याएं नहीं आएंगी, लेकिन आपका यह रिश्ता उस समस्या को भी आपके लिए आसान बना देता है। क्योंकि आप तनाव कम लेती हैं और समस्या से निकलने का तरीका आपको और लोगों की तुलना में जल्दी मिल जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि हैप्पी हॉर्मोन का मूड पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और इस वजह से कॉर्टीसोल हार्मोन का स्तर कम रहता है, जो एक तनाव वाला हॉर्मोन है। कुछ अध्ययन बताते हैं कि सिंगल लोगों में कॉर्टीसोल का स्तर ज्यादा पाया जाता है और अवसाद का शिकार होने की इनमें आशंका भी ज्यादा होती है।

जीवन का वरदान है रोमांस

काम को देवताओं का दर्जा यूं ही नहीं मिला है। उनका जीवन में अहम योगदान है और जीवन चक्र को आगे बढ़ाने में सबसे ज्यादा जरूरत रति और काम की ही होती है। रोमांस न सिर्फ जीवन चक्र को आगे बढ़ाने भर सीमित है, बल्कि अगर आपका रिश्ता आपके साथी से अच्छा है तो आपका जीवन भी लंबा होगा। 2011 में हुई एक रिसर्च के मुताबिक जो लोग अच्छे रिश्ते में होते हैं उनका जीवन लंबा पाया गया, वहीं अकेलेपन का जीवन जी रहे या जीवनसाथी से नखुश लोगों में समय से पहले मृत्यु के मामले देखे गए। ये करीब 24 प्रतिशत थे। रोमांस हमें लंबा जीवन इसलिए देता है क्योंकि इससे हृदय रोगों की आशंका घट जाती है, रक्तचाप नियंत्रित रहता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

यूं निखरती हैं आप

रोजाना कुछ वक्त साथी को देने, उनके साथ अच्छा वक्त बिताने से न सिर्फ आपके रिश्ते बेहतर बनते हैं, बल्कि इससे आपके व्यक्ति में भी निखार आता है। जानिए कैसे:

आशावादी बनती हैं: साथी के साथ रिश्ता सकारात्मक है तो आपको बाकी दुनिया भी सकारात्मक लगने लगती है। ऐसे जोड़े दूसरों में और हालातों में कमियां नहीं निकालते, बल्कि सकारात्मक्ता की ओर अपना ध्यान ले जाते हैं। जीवन के प्रति उनका खुद का रवैया भी सकारात्मक होता है।

मनोबल में इजाफा: एक अच्छा रोमांटिक रिश्ता सिर्फ कुछ वक्त साथ बिताने भर सीमित नहीं होता, बल्कि इसमें एक-दूसरे के लिए सम्मान भी शामिल होता है। अगर आपके साथ ऐसा है तो आपका मनोबल औरों की तुलना में बेहतर होता है और आपको खुद का सम्मान बनाए रखना भी आता है।

जिंदगी में संतुलन: अच्छे रिश्ते में आपसी समझ भी अच्छी होती है और इस कारण जीवन के उतार- चढ़ाव साथ में पार करने में आसानी हो जाती है। दोनों एक- दूसरे को संभालते हुए जीवन का संतुलन में लाना सीख जाते हैं।

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