Fish Oil For Brain: दिमाग के लिए गजब का फायदेमंद है फिश ऑयल, इन बीमारियों में करता है असर
Fish Oil For Brain: फिश ऑयल बॉडी के लिए बेहद जरूरी है। इसमे मौजूद मिनरल्स दिमाग के फंक्शन को आसानी से चलाने के साथ ही इन सारी बीमारियों को दूर करने में भी मदद करता है। साथ ही डिप्रेशन में आराम देता है
ओमेगा 3 फैटी एसिड बॉडी के लिए बेहद जरूरी है। कैल्शियम और प्रोटीन जैसे जरूरी न्यूट्रिशन के साथ ही ओमेगा 3 फैटी एसिड को भी इग्नोर करना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। बॉडी को पर्याप्त मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड फिश से मिल जाता है। लेकिन अगर आप फिश नहीं खाते हैं तो फिश ऑयल सप्लीमेंट सबसे बेस्ट ऑप्शन है। जिसकी मदद से इसकी कमी को दूर किया जा सकता है। फिश ऑयल सप्लीमेंट को रोजाना डाइट में शामिल करने से दिमाग के साथ ही इतने तरह के फायदे होते हैं।
हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद
फिश ऑयल को रोजाना लेने से ये हार्ट हेल्थ पर असर करती है। कई सारी स्टडीज में देखा गया है कि जो लोग फिश खाते हैं, उनमे हार्ट डिसीज कम रहता है। दिल की बीमारी से जुड़े कई सारे खतरे फिश या फिश ऑयल को खाने से कम हो जाते हैं।
कोलेस्ट्रॉल लेवल को सही करती है
फिश ऑयल को खाने से शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ता है और बैड कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम होता है।
ट्राइग्लिसराइड को 15-30 प्रतिशत तक कम करता है।
ब्लड प्रेशर को कम करता है
जिन लोगों को ब्लड प्रेशर हाई रहने की शिकायत रहती है। उन्हें फिश ऑयल की थोड़ी सी मात्रा भी इसे कम करने में मदद करती है।
प्लाक को रोकता है
दिल की धमनियों में प्लाक जम जाता है और उसे कठोर बना देता है। फिश ऑयल इन प्लाक को सही रखने में मदद करती है।
मेंटल हेल्थ पर डालता है गहरा असर
दिमाग को ठीक तरीके से काम करने के लिए फिश ऑयल काफी मदद करता है। दरअसल, दिमाग का करीब 60 प्रतिशत हिस्सा फैट से बना है और इसमे सबसे ज्यादा ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है। इसलिए ब्रेन फंक्शन के लिए ओमेगा 3 फैटी एसिड की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। जिन लोगों में मेंटल हेल्थ इश्यूज रहते हैं उनमे ओमेगा 3 का लेवल ब्लड में लो रहता है। साइकोटिक डिसऑर्डर, बाइपोलर डिसऑर्डर, सिजोफ्रेनिया और मेंटल हेल्थ के दूसरे इश्यूज में फिश ऑयल असर दिखाती है और ब्रेन फंक्शन को नॉर्मल होने में मदद करती है।
आंखों की हेल्थ के लिए
आंखों में होने वाली समस्याओं के लिए ज्यादातर ओमेगा 3 जिम्मेदार होता है। ऐसे में फिश ऑयल सप्लाीमेंट इन समस्याओं को दूर कर सकता है।
स्किन को हेल्दी रखने में मदद
स्किन को हेल्दी रखने के लिए भी ओमेगा 3 की जरूरत होती है। फिश ऑयल का कंज्प्शन सोरायसिस और डर्माटाइटिस को कम करने में हेल्प करता है।
डिप्रेशन के लक्षणों में देता है आराम
2030 तक डिप्रेशन बीमारी की दूसरी सबसे वजह बन जाएगा। स्टडी में पता चला है कि जिन लोगों को डिप्रेशन की समस्या रहती है उनके ब्लड में ओमेगा 3 फैटी एसिड की कमी देखी गयी है। फिश ऑयल डिप्रेशन के लक्षणों में आराम पहुंचा सकती है।
हड्डियों की सेहत के लिए जरूरी है
हड्डियों की सेहत को सही करने के लिए कैल्शियम और विटामिन डी सबसे ज्यादा जरूरी होता है। लेकिन इसके साथ ही ओमेगा 3 फैटी एसिड भी बोंस हेल्थ के लिए जरूरी है। स्टडी में पता चला है कि हड्डियों के दर्द के साथ हड्डियों के ब्रेकडाउन में फिश ऑयल मदद करता है।
फिश ऑयल कैस बनता है
फिश ऑयल फिश के के टिश्यू से निकला तेल या फैट होता है। जो कि ऑयली फिश जैसे टुना, हेरिंग, मकरेल से निकाला जाता है। कुछ फिश ऑयल जैसे कॉड फिश ऑयल दूसरी मछलियों के लीवर से निकाले जाते हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक सप्ताह में कम से कम एक से दो पोर्शन फिश की जरूर खानी चाहिए। फिश में मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड कई सारे हेल्थ बेनिफिट्स देती है। फिश ना खाने पर फिश ऑयल सप्लीमेंट इस कमी को पूरा कर सकते हैं।
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