डिलीवरी के बाद झड़ते-टूटते बालों से परेशान? जानें कैसे मिलेगा समस्या का निदान
बच्चे के जन्म के बाद अपने पतले हो रहे बालों से परेशान हैं? जवाब हां है, तो परेशान होने की जगह कुछ प्रयास कीजिए। प्रसव के बाद क्यों टूटते हैं ज्यादा बाल और क्या है इस समस्या का निदान, बता रही हैं दिव्यानी त्रिपाठी

बच्चे को जन्म देने के बाद एक महिला तमाम बदलावों के दौर से गुजर रही होती है। उसी में से एक है, बालों का झड़ना, जिसे विशेषज्ञ पोस्टपार्टम हेयर लॉस कहते हैं। आंकड़े बताते हैं कि लगभग 40 से 50 फीसदी महिलाएं इस समस्या का अनुभव करती हैं। यह समस्या आमतौर पर बच्चे के जन्म के तीन से पांच महीने बाद शुरू होती है। जिसके पीछे कई कारण होते हैं, जैसे तनाव, हार्मोनल बदलाव, पोषण में कमी वगैरह। जानकारों की मानें तो यह समस्या समय के साथ खुद-ब- खुद ठीक होने लग जाती है। पर, इस दिशा में किए गए थोड़े प्रयास उस वक्त होने वाली चिंता और बाल दोनों को ही बचा सकती है।
क्यों होती है समस्या?
स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. पूनम जैन की मानें तो कई महिलाओं के बाल गर्भावस्था के दौरान बहुत सेहतमंद हो जाते हैं। इसके पीछे की वजह है, प्रोजेस्टेरॉन हार्मोन। जिसे हम बालों के लिए अनुकूल हार्मोन भी कह सकते हैं। इसका स्त्राव गर्भावस्था के दौरान अधिक मात्रा में होता है, जिसके चलते बाल कम झड़ते हैं। पर, बच्चे के जन्म के लगभग तीन माह बाद से जब इस हार्मोन का स्राव प्रेग्नेंसी की तुलना में कम होने लगता है, तो बाल तेजी से झड़ने लगते हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि गर्भावस्था के दौरान अच्छे हुए बाल गिरने लग जाते हैं। बालों के झड़ने का कारण सिर्फ यह है कि आपके बालों का सामान्य विकास चक्र, जो तीन चरणों का होता है फिर से शुरू हो जाता है। चूंकि बाल एक साथ झड़ने वाले चरण में प्रवेश करते हैं, इसलिए यह आपकी चिंता को बढ़ा सकते हैं। इतना ही नहीं, प्रसव के बाद बालों के झड़ने के पीछे तनाव, पोषण की कमी सरीखे कारण भी हो सकते हैं। लिहाजा, चिंता करने की जगह बालों की देखभाल के लिए थोड़ा वक्त निकालिए। त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. अमित बांगिया बताते हैं कि गौर कीजिए कि आपके कितने बाल एक दिन में टूट रहे हैं। अगर दिन भर में आपके लगभग सौ बाल टूट रहे हैं तो आप वास्तव में बाल झड़ने की समस्या से दो- चार हो रही हैं।
तनाव से रहें दूर
तनाव, बाल झड़ने के पीछे का एक बड़ा कारण हो सकता है। हालांकि बच्चे के जन्म के बाद मां के पास तनाव में रहने के ढेरों कारण होते हैं, पर इससे दूर रहना भी जरूरी है। न सिर्फ मां की सेहत के लिए बल्कि बालों की सेहत के लिए भी। जानकारों की मानें तो तनाव के चलते कार्टिसोल हार्मोन का स्त्राव अधिक होता है। यह हार्मोन बालों के विकास चक्र में रुकावट लाने के लिए काफी है। लिहाजा, व्यायाम, ध्यान सरीखे नुस्खों को आजमाकर तनाव को खुद से दूर रखने की कोशिश कीजिए।
कब जाएं डॉक्टर के पास?
यों तो बच्चे के जन्म के बाद बाल झड़ने की यह समस्या कुछ समय में अपने-आप ठीक हो जाती है। पर, डॉ. पूनम की मानें तो बालों के विकास चक्र के पूरा होने और सुधार दिखने में लगभग एक साल तक का वक्त लग सकता है। अगर उसके बाद भी समस्या बनी रहती है, तो यकीनन आपको त्वचा रोग विशेषज्ञ से सलाह लेने की जरूरत है। इतना ही नहीं, अगर गंजापन, त्वचा और नाखूनों में बदलाव जैसे लक्षण भी नजर आ रहे हों तो भी चिकित्सकीय परामर्श की आवश्यकता हो सकती है।
खुराक में इन्हें दें जगह
इस दौरान अपनी खुराक में प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, बीटा कैरोटीन सरीखे पोषक तत्वों को जगह दें। पर, कुछ बातें और भी हैं जिनको अपने जेहन में रखना आपके लिए फायदे का सौदा होगा। आहार सलाहकार डॉ. भारती दीक्षित बताती हैं कि हमें प्रोटीन तो लेना चाहिए, पर रात में नहीं। कैल्शियम की बात करें तो उसे खाली पेट नहीं लेना है, साथ ही कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ के सेवन के कुछ देर बाद तक चाय-कॉफी आदि से परहेज करना बेहतर होगा ताकि उसका अवशोषण अच्छे हो सके। खाने में रंगों को जोड़ना फायदेमंद है। सफेद रंग से दूरी यानी शक्कर, चावल, आलू सरीखी चीजों से दूर रहने की कोशिश करें। आपकी खुराक में वसा जितना कम हो उतना अच्छा। पानी व अन्य तरल पदर्थों का पर्याप्त मात्रा में सेवन करें, पर साथ ही याद रखें कि एक साथ ज्यादा मात्रा में पानी पीना फायदेमंद नहीं होता। खुराक को छोटे-छोटे हिस्सों में बांट कर लें
समझें जरूरत
हमें बालों के लिए तमाम पोषक तत्वों की जरूरत होती है, यह हम जानते हैं। पर, क्या आप यह जानती हैं कि कौन-सा पोषक तत्व आपके बालों के लिए किस तरह फायदा पहुंचाता है? डॉ. भारती के मानें तो प्रोटीन जो हमें मांस, मछली, अंडे, दालों, सोया उत्पाद, डेयरी प्रोडक्ट्स से मिलता है, वह हमारे बालों के निर्माण में अहम भूमिका निभाता है। अंडे, मेवे, केले, फूलगोभी, मशरूम वगैरह से मिलने वाला बायोटिन हमारे बालों की जड़ों को मजबूत करता है। वहीं, विटामिन-सी बालों के विकास में मदद करने के साथ ही आयरन के अवशोषण को सुधारने का काम भी करता है, साथ ही ऑक्सीडेंट के तौर भी काम करता है। विटामिन-डी बालों के झड़ने को कम करने में मदद करता है। आयरन बालों में रक्त आपूर्ति बनाए रखने और बालों की ग्रोथ में मददगार होता है।
इन बातों का रखें ख्याल
बालों में समय-समय पर नारियल , बादाम, भृंगराज आदि तेलों से मालिश जरूर करें। इससे बालों की जड़ों तक रक्तप्रवाह दुरुस्त होगा और बाल तेजी से बढ़ेंगे।
माइल्ड शैम्पू और कंडीशनर का प्रयोग करें।
चुस्त हेयर स्टाइल बनाने से बचें।
केमिकल ट्रीटमेंट जैसे रिबॉडिंग, स्ट्रेटनिंग से परहेज करें। साथ ही बालों को गर्माहट जैसे ड्रायर, गर्म पानी से भी बचा कर रखें।
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