पूर्वी सिंहभूम के धार्मिक स्थल पर मांस फेंकने से बवाल; गुस्साई भीड़ ने हाइवे जाम कर किया प्रदर्शन
- नरसिंहगढ़ के पास टायर जला एनएच-18 को जाम कर दिया। सभी धरना पर बैठ गये और दोषियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग करने लगे।

पूर्वी सिंहभूम जिले के धालभूमगढ़ थाना क्षेत्र के नरसिंहगढ़ में धार्मिक स्थल पर प्रतिबंधित मांस फेंके जाने पर घंटों बवाल हुआ। रविवार रात घटना के बाद सोमवार को लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। सुबह सवा आठ बजे नरसिंहगढ़ के पास टायर जला एनएच-18 को जाम कर दिया। सभी धरना पर बैठ गये और दोषियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग करने लगे।
धालभूमगढ़ थाना क्षेत्र के नरसिंहगढ़ में धार्मिक स्थल पर प्रतिबंधित मांस फेंके जाने के विरोध मेंलोगों ने एनएच-18 को जाम कर दिया। टायर जलाकर प्रदर्शन से एनएच पर वाहनों का आवागमन थम गया। व्यवसायियों ने भी अपने-अपने प्रतिष्ठानों को बंद कर दिया। इस दौरान लोगों में काफी आक्रोश था। सभी घटना के दोषियों को जल्द गिरफ्तार सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे थे। अधिकारियों के समझाने पर नहीं मानने को तैयार नहीं थे। आखिरकार ग्रामीण एसपी को सूचना दी गयी। उनके पहुंचे के बाद मामला शांत हुआ।
मामला बढ़ता देख घाटशिला एसडीओ सुनील चन्द्र, एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर, मुसाबनी डीएसपी संदीप भकत समेत अनुमंडल के लगभग सभी थानों के थानेदार जवानों के साथ मौके पर पहुंच गये। आक्रोशित लोगों को शांत कराने में जुट गये। बावजूद इसके लोग मानने को तैयार नहीं थे। लोगों का कहना था कि लगातार धार्मिक भावनाओं को आहत करने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं, पुलिस सिर्फ आश्वासन देकर रह जाती है। पिछली घटना को हुए 14 माह से अधिक बीत गये, पर आज तक दोषी नहीं पकड़े गये।
एसडीओ और पुलिस अधिकारियों के समझाने पर भी लोग नहीं माने तो ग्रामीण एसपी ऋषभ गर्ग भी मौके पर पहुंचे। ग्रामीण एसपी सुबह 11.30 बजे विवादित स्थल पर पहुंच धरना पर बैठे लोगों से जानकारी ली और सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया। उन्होंने सभी से जाम समाप्त कर थाने में आकर बात करने की अपील की। इसके बाद सभी सनातनी जाम समाप्त करने पर राजी हुए और दिन के लगभग 12.15 बजे एनएच-18 पर से जाम हटा। जाम हटने के बाद आवागमन बहाल हो सका।