मनरेगा मजदूरों की मजदूरी बढ़ी; झारखंड के श्रमिकों को कितने और कबसे बढ़कर मिलेंगे रुपये?
- अब तक केंद्र की तरफ से मनरेगा मजदूर को कुल 245 रुपये मिल रहे थे, लेकिन अब सरकार ने रोजाना मजदूरी में इजाफा किया है।

केंद्र सरकार की तरफ से मनरेगा मजदूरों की मजदूरी बढ़ाई गई है। इससे झारखंड के श्रमिकों के वेतन में और इजाफा हो गया है, क्योंकि राज्य सरकार भी मजदूरी के पैसे बढ़ाकर देती है। अब तक केंद्र की तरफ से मनरेगा मजदूर को कुल 245 रुपये मिल रहे थे, लेकिन अब सरकार ने 10 रुपये की बढ़ोतरी की है। इसके चलते कुल 255 रुपये केंद्र की तरफ से आएंगे। जानिए झारखंड के मजदूरों को कितने और कबसे रुपये मिलेंगे।
इस तरह झारखंड के मनरेगा श्रमिकों की मजदूरी में भी रोजाना 10 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। केंद्र सरकार ने मनरेगा मजदूरी दर 245 रुपये से बढ़ाकर 255 रुपये कर दी है। नई दर एक अप्रैल-2025 में लागू होगी। वर्तमान में झारखंड के मनरेगा मजदूरों को केंद्र सरकार की ओर से 245 और राज्य सरकार की ओर से 27 रुपये यानी कुल 272 रुपये दिये जाते हैं। इस लिहाज से अगर राज्य सरकार की ओर से दी जा रही राशि जारी रही तो राज्य के मनरेगा मजदूरों को 282 रुपये मिल सकेंगे।
झारखंड में रजिस्टर्ड मनरेगा मजदूरों की संख्या करीब एक करोड़ है, जबकि हर दिन करीब पांच लाख मजदूरों को काम मिल रहा है। केंद्र सरकार ने 2023-24 में मनरेगा मजदूरी दर 228 रुपये की थी, जबकि 2024-25 के लिए इसमें बढ़ोतरी करते हुए 245 रुपये की दर तय की गई थी। यह राशि एक दिन की मजदूरी तय की गई थी। इस बार 10 रुपये की बढ़ोतरी करते हुए 2025-26 के लिए 255 रुपये तय किए गए हैं।
झारखंड में मनरेगा मजदूरों को 73 सीएफटी की बजाय 53 सीएफटी पर मजदूरी का भुगतान किया जाना था। राष्ट्रीय स्तर पर इसका आंकड़ा 48 सीएफटी है। केंद्र सरकार ने मनरेगा मजदूरी की नई दर को सहमति दे दी थी। झारखंड सरकार को उम्मीद है कि मनरेगा मजदूरों की राशि में सम्मानजनक बढ़ोतरी होगी।