हेल्थ कार्ड के नाम पर वसूलने वाले दो युवकों को ग्रामीणों ने बनाया बंधक
बिरनी के पूरनानगर गांव में दो युवकों ने हेल्थ कार्ड बनाने के नाम पर ग्रामीणों से हजार-हजार रुपए वसूले। ग्रामीणों ने उन्हें बंधक बना लिया और पैसे लौटाने को मजबूर किया। सीएस एसपी मिश्रा ने कहा कि ऐसी...

बिरनी, प्रतिनिधि। प्रखण्ड के बिरनी पंचायत अंतर्गत पूरनानगर गांव में सोमवार को दो युवकों द्वारा हेल्थ कार्ड बनाने के नाम पर ग्रामीणों से हज़ार-हज़ार रुपए वसूलने का मामला सामने आया है। जैसे ही इसकी भनक गांव के युवकों को लगी लोगों ने वसूली करनेवाले दोनों युवकों को बंधक बना लिया। युवकों ने ग्रामीणों से हाथ-पैर जोड़ने लगा। कहा कि हमलोगों से गलती हो गई है। आगे से ऐसा नहीं करेंगे एवं महिलाओं से वसूली गई राशि वापस कर दी। जिसके बाद ग्रामीणों ने दोनों ही युवकों को हिदायत देते हुए छोड़ दिया कि आगे से किसी को नहीं ठगेगा। हेल्थ कार्ड बनानेवाले युवक ग्रामीणों को बताता था कि हज़ार रुपए जमा करने के बाद बगोदर के देवप्रेम आयुर्वेदिक अस्पताल में पूरे शरीर की जांच मशीन द्वारा की जाएगी।
जिसका यह रजिस्ट्रेशन शुल्क के रूप में लिया जा रहा है। युवक आम ग्रामीणों को समझा-बुझाकर हज़ार रुपए की रसीद काटता था जिसमें न ही अस्पताल का रजिस्ट्रेशन नम्बर था न ही डॉक्टर का नाम और न ही किसी का फोन नम्बर दर्ज था। पूछे जाने पर युवकों ने बताया कि यह अस्पताल बगोदर के हरिहरधाम के पास देवप्रेम आयुर्वेदिक अस्पताल के नाम से चलता है जहां बाहर से डॉक्टर आते हैं एवं सभी बीमारियों का इलाज किया जाता है। गांवों में जाकर हमलोग रजिस्ट्रेशन करते हैं। उसके बाद वेलोग अस्पताल जाकर अपने पूरे शरीर की जांच करवा सकते हैं। अस्पताल के रजिस्ट्रेशन के बारे में पूछे जाने पर कहा कि मुझे नहीं पता है अस्पताल रजिस्टर्ड है या नहीं। मुझे संचालक के द्वारा गांवों में जाकर रजिस्ट्रेशन करने को कहा गया है। युवकों ने बताया कि वे बोकारो के सुबोध कुमार एवं हजारीबाग के संजय कुमार हैं। वहीं अस्पताल संचालक देव प्रेम कुमार से पूछे जाने पर कहा कि आपको जो लिखना है लिखिए मुझे इस सम्बन्ध में कुछ नहीं बोलना है। हालांकि जब उनके लोगों को ग्रामीणों ने बंधक बनाया था तब वह ग्रामीणों से आग्रह कर रहा था कि मेरे लोगों को छोड़ दीजिए वे लोग पैसा वापस कर देंगे एवं सभी का मुफ्त इलाज किया जाएगा। क्या कहते हैं सीएस : सीएस एसपी मिश्रा ने बताया कि गांवों में जा-जाकर हेल्थ कार्ड बनाने एवं पैसे की वसूली करना ऐसी सरकार की कोई योजना नहीं चल रही है। यदि कोई कर रहा है तो बिल्कुल गलत है। मामले की जांच-पड़ताल की जाएगी एवं संबंधित लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल के रजिस्ट्रेशन के बारे में पूछे जाने पर कहा कि किसी भी प्रकार के अस्पताल संचालन के लिए रजिस्ट्रेशन होना जरूरी है।
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