आचार्य बनना एक सेवाभाव है:तनुजा मुंडा
घाघरा में नवीन आचार्य प्रशिक्षण वर्ग का शुभारंभ, 90 प्रशिक्षणार्थी ले रहे भाग घाघरा में नवीन आचार्य प्रशिक्षण वर्ग का शुभारंभ, 90 प्रशिक्षणार्थी ले रह

घाघरा, प्रतिनिधि । सरस्वती शिशु विद्या मंदिर नौडीहा में गुरूवार से सात दिवसीय नवीन आचार्य प्रशिक्षण वर्ग का शुभारंभ हुआ। इससे पूर्व मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर प्रशिक्षण की विधिवत शुरूआत की गई। बतौर मुख्य अतिथि श्रीहरि विकास समिति के प्रदेश अध्यक्ष तनुजा मुंडा और विशिष्ट अतिथि एडिशनल सॉलिसिटर जनरल अनिल कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि आचार्य बनना एक सेवाभाव है। जिसमें आर्थिक कठिनाइयां आ सकती हैं,लेकिन मनोबल बनाए रखते हुए समाज और संगठन से जुड़ाव जरूरी है। आचार्य बच्चों के चरित्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने बताया कि वनवासी विकास समिति राज्य के 110 जनजातीय क्षेत्रों में विद्यालयों का संचालन कर रही है।
इस प्रशिक्षण वर्ग में झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों से आए 90 प्रशिक्षणार्थियों को संस्था की ओर से मार्गदर्शन दिया जा रहा है।प्रशिक्षण के दौरान प्रतिदिन अलग-अलग विषय विशेषज्ञ प्रशिक्षणार्थियों के साथ अपने अनुभव साझा करेंगे। मौके पर सुभाषचंद्र दुबे, कृपा प्रसाद सिंह, धनीराम भगत, शिरीष कोराने, सुशील मरांडी सहित अनेक अतिथि और प्रशिक्षक उपस्थित थे। अतिथियों का पारंपरिक गीतों से स्वागत किया गया।
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