आदिवासी संस्कृति व अस्मिता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हूं: विधायक
पालकोट के टेंगरिया गांव में सरहुल महोत्सव का आयोजन उत्साहपूर्वक किया गया। विधायक भूषण बाड़ा ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने आदिवासी संस्कृति और अस्मिता की रक्षा के लिए...

पालकोट, प्रतिनिधि। पालकोट प्रखंड के टेंगरिया गांव में सरहुल महोत्सव सह जेठ जतरा का आयोजन उत्साहपूर्वक किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उनके साथ उनकी धर्मपत्नी व जिप सदस्य जोसिमा खाखा, सांसद प्रतिनिधि बसंत गुप्ता, बांसजोर जिप सदस्य सामरोम तोपनो समेत कई जनप्रतिनिधि व ग्रामीण मौजूद थे। विधायक भूषण बाड़ा ने अपने संबोधन में कहा कि सरहुल पर्व हमारी सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है। जो हमें प्रकृति के प्रति सम्मान और भाईचारे की भावना सिखाता है। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज की अस्मिता, संस्कृति और अधिकारों की रक्षा के लिए वे हमेशा प्रतिबद्ध हैं।
मौके पर उन्होंने पारंपरिक खोड़ा दल के सदस्यों को कंबल और नगाड़ा भेंट स्वरूप प्रदान किया।जिप सदस्य जोसिमा खाखा ने विधायक को जनसेवक बताते हुए कहा कि वे हर परिस्थिति में ग्रामीणों के साथ खड़े रहते हैं। उन्होंने महिला सशक्तिकरण में विधायक की भूमिका की सराहना की। महोत्सव में 90 से अधिक खोड़ा दलों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। पारंपरिक पोशाकों में सजे युवक-युवतियों ने समां बांध दिया। पूरे आयोजन के दौरान टेंगरिया गांव सांस्कृतिक रंग में रंगा नजर आया।
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