Indian Railways Launches E-Referral Portal for Employee Medical Treatment रेफर की स्थिति में रेलकर्मी स्वेच्छा से चुनेंगे इम्पैनल्ड अस्पताल, Dhanbad Hindi News - Hindustan
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रेफर की स्थिति में रेलकर्मी स्वेच्छा से चुनेंगे इम्पैनल्ड अस्पताल

धनबाद में, रेलवे कर्मचारियों और उनके आश्रितों के लिए ई-रेफरल पोर्टल शुरू किया गया है। अब वे इम्पैनल्ड अस्पतालों में अपना इलाज खुद तय कर सकते हैं। पहले रेलवे के डॉक्टरों द्वारा रेफर किया जाता था।...

Newswrap हिन्दुस्तान, धनबादFri, 16 May 2025 06:45 AM
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रेफर की स्थिति में रेलकर्मी स्वेच्छा से चुनेंगे इम्पैनल्ड अस्पताल

धनबाद, रविकांत झा अब कोई भी रेल कर्मचारी या उनके आश्रित अपना इलाज किसी भी इम्पैनल्ड अस्पताल में करा पाएंगे। पहले रेलवे के डॉक्टर ही रेफर के साथ रेफर वाले अस्पताल का भी निर्धारण करते थे। अब मरीज स्वयं तय करेंगे कि उन्हें रेलवे से इम्पैनल्ड किस अस्पताल में इलाज कराना है। रेलवे बोर्ड ने ई-रेफरल पोर्टल की शुरुआत कर दी है। रेलवे के मंडल अस्पताल और रेलवे से इम्पैनल्ड अस्पताल के कर्मियों और जिम्मेवार लोगों को 14 मई को ई-रेफरल पोर्टल के संबंध में ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया। अब ऑफलाइन रेफर की व्यवस्था पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है।

ट्रेनिंग में कर्मियों को बताया गया कि किस तरह से रेफर होनेवाले मरीज की इंट्री पोर्टल पर की जानी है। पोर्टल में ऑनलाइन रेफर की प्रक्रिया में कहीं भी इम्पैनल्ड अस्पताल के नाम के चयन का विकल्प नहीं दिया गया है। रेलकर्मी या उनके आश्रित के उम्मीद कार्ड का नंबर का विवरण भर कर उन्हें रेफर किया जाएगा। इसके बाद रेलकर्मी अपनी मर्जी से जिस इम्पैनल्ड अस्पताल में चाहेंगे, वहां अपना इलाज करा पाएंगे। अब बेहतर सेवा के आधार पर ही रेलकर्मी अस्पताल का चुनाव करने के लिए स्वतंत्र हैं। --- खुद भर्ती होने के बाद रेफर कराना हुआ कठिन पूर्व में रेल कर्मचारी या उनके आश्रित आपातकालीन स्थिति में स्वयं रेलवे से इम्पैनल्ड अस्पताल में भर्ती हो जाते थे। बाद में उनका रेफर पेपर संबंधित चिकित्सक की अनुमति से बनाया जाता था ताकि उस निजी अस्पताल में उनका कैशलेश इलाज हो सके। अब मरीज को हर हाल में रेलवे के डॉक्टर की सहमति से मेडिकल क्लर्क से ऑनलाइन रेफर कराना होगा। हालांकि मंडल अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि मंडल अस्पताल में 24 घंटे आपातकालीन सेवा उपलब्ध है, वहां से रेलकर्मी रेफर की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। --- दुर्गापुर मिशन अस्पताल से टूटा करार धनबाद रेल मंडल और दुर्गापुर मिशन के बीच कैशलेश इलाज का करार इस साल टूट गया। रेलवे ने दुर्गापुर मिशन के साथ अपना एमओयू को आगे विस्तार नहीं दिया। बकाया को लेकर दुर्गापुर मिशन अस्पताल पहले से रेलकर्मियों को भर्ती लेने में आनाकानी कर रहा था। फिलहाल धनबाद डिवीजन का 15 निजी अस्पतालों से करार है। इसके अलावा तीन जांच घर में भी रेलकर्मी या उनके आश्रित कैशलेश जांच करा सकते हैं। --- किस अस्पताल से रेलवे का कब तक का है करार - असर्फी अस्पताल धनबाद : 17 फरवरी 2026 - पाटलिपुत्रा नर्सिंग होम धनबाद: 20 जून 2026 - एशियन जालान सुपर स्पेशियलिटी धनबाद: 18 जनवरी 2026 - एसजेएएस सुपर स्पेशियलिटी धनबाद: 29 जनवरी 2026 तक - जेपी हॉस्पिटल धनबाद: 30 जनवरी 2027 तक - भगवान महावीर मेडिका रांची: 29 नवंबर 2025 - मेदांता अब्दुर रज्जाक अंसारी मेमोरियल रांची: 26 सितंबर 2025 - मां राम प्यारी सुपर स्पेशियलिटी रांची: 15 सितंबर 2025 - देवनिका हॉस्पिटल रांची: 29 दिसंबर 2026 - रानी हॉस्पिटल रांची: 15 सितंबर 2025 - पारस एचईसी हॉस्पिटल रांची: 29 दिसंबर 2026 - अंकुरम आईवीएफ रांची: 29 दिसंबर 2026 - विवेकानंद हॉस्पिटल दुर्गापुर: 15 सितंबर 2025 - हेल्थवर्ल्ड हॉस्पिटल दुर्गापुर: 15 सितंबर 2025 - क्लियरमेडी डीएमएच मल्टी स्पेशियलिटी मुगलसराय: 25 फरवरी 2027

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