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Hindi Newsझारखंड न्यूज़देवघरPolice Crack Down on Cyber Crime Two Arrested for Fraudulent Customer Care Scams

फर्जी पदाधिकारी बनकर लोगों से ठगी करने वाले दो गिरफ्तार

देवघर में पुलिस ने साइबर अपराधियों के खिलाफ छापेमारी की। दो आरोपियों, जय कुमार रवानी और मुकेश यादव, को गिरफ्तार किया गया, जो बैंक के फर्जी कस्टमर केयर अधिकारी बनकर ठगी कर रहे थे। उनके पास से मोबाइल...

Newswrap हिन्दुस्तान, देवघरWed, 18 Sep 2024 07:54 PM
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देवघर, प्रतिनिधि। साइबर अपराध पर नकेल कसने के लिए पुलिस प्रशासन लगातार अभियान चला रहे हैं। एसपी अजीत पीटर डुंगडुग के निर्देश पर साइबर थाना की टीम ने करौं थाना क्षेत्र में छापेमारी कर दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार दोनों अपराधियों ने बैंक के फर्जी कस्टमर केयर पदाधिकारी बनकर आम लोगों से ठगी कर रहे थे। गिरफ्मतार आरोपियों में 27 वर्षीय जय कुमार रवानी व 22 वर्षीय मुकेश यादव है। जय कुमार रवानी करौं थाना क्षेत्र के जांत गांव का निवासी है, जबकि मुकेश यादव करौं ग्राम के क्रेशर इलाके का रहने वाला है। पुलिस ने आरोपियों की तलाशी के दौरान उनके पास से दो मोबाइल फोन और तीन सिम कार्ड बरामद किए हैं। प्रारंभिक जांच में इन मोबाइल और सिम कार्डों का उपयोग साइबर ठगी में किए जाने का साक्ष्य प्राप्त हुआ है। साथ ही दोनों के पास से मिला मोबाइल फोन में कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं, जिनसे साइबर अपराध के नए तरीकों का खुलासा हुआ है।

फर्जी कस्टमर केयर बन करते थे ठगी : पूछताछ के दौरान आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे बैंक के फर्जी कस्टमर केयर पदाधिकारी बनकर लोगों से ठगी करते थे। यह अपराधी लोगों को फोन करके उनके बैंक खातों की जानकारी मांगते थे और उन्हें झांसे में लेकर उनके खातों से पैसे निकाल लेते थे। यह साइबर ठगी का एक सामान्य लेकिन प्रभावी तरीका है, जिसका शिकार जिले भर में कई लोग हो चुके हैं।

प्रतिबिंब ऐप व लिंक से हुआ बड़ा खुलासा : गिरफ्तार आरोपियों के पास से बरामद मोबाइल फोन की जांच के दौरान पुलिस को साइबर अपराध से जुड़ी एक और महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लगी। पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल में पाए गए कुछ संदिग्ध नंबरों को प्रतिबिंब ऐप व लिंक के माध्यम से जांचा, जिससे एक फर्जी मोबाइल नंबर की पहचान हुई। यह नंबर देशभर में साइबर क्राइम की कई घटनाओं में शामिल पाया गया है। इस सुराग से पुलिस को इस गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके अपराध के तरीकों को समझने में मदद मिल रही है।

पुलिस की छानबीन और जांच जारी : पुलिस फिलहाल इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। पुलिस को संदेह है कि यह गिरोह केवल स्थानीय स्तर पर ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी साइबर अपराध से जुड़ा हो सकता है। इस संभावना को ध्यान में रखते हुए पुलिस इस मामले से जुड़े और भी लोगों की तलाश कर रही है। पुलिस का मानना है कि गिरफ्तार किए गए अपराधियों के पास से मिली जानकारी के आधार पर आगे और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

छापेमारी दल में कौन-कौन थे शामिल : छापेमारी अभियान में साइबर थाना की टीम का नेतृत्व थाना के इंस्पेक्टर नागेंद्र प्रसाद सिन्हा ने किया। उनके साथ एसआई संदीप कुमार भगत, एसआई अजय कुमार और करौं थाना प्रभारी एसआई अमर कुमार ने भी इस कार्रवाई में महत्वपूर्ण योगदान दिया। छापेमारी के दौरान पुलिस ने पूरी सतर्कता और रणनीति के साथ इस अभियान को अंजाम दिया।

साइबर अपराध से निपटने के लिए पुलिस की लगातार कोशिश :-

जिले में साइबर अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ा है, लेकिन पुलिस प्रशासन इस पर अंकुश लगाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। एसपी अजित पीटर डुंगडुग के नेतृत्व में जिले की साइबर पुलिस ने कई अभियानों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। एसपी ने बताया कि साइबर अपराधियों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है, और इस तरह की छापेमारी आगे भी जारी रहेगी। पुलिस प्रशासन की प्राथमिकता है कि जिले में साइबर अपराध को जड़ से खत्म किया जाए, ताकि आम जनता को ठगी का शिकार न होना पड़े।

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