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Hindi Newsविदेश न्यूज़Russia angry over Western countries support to Ukraine, says change in nuclear doctrine soon

यूक्रेन को पश्चिमी देशों के समर्थन से गुस्साया रूस, कहा- परमाणु सिद्धांत में बदलाव जल्द

यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध में रूस का धैर्य अब जवाब देने लगा है। रूस के उपविदेश मंत्री ने कहा है यूक्रेन को लेकर पश्चिमी देशों की रणनीति उकसाऊ है। हम जल्द ही अपने परमाणु सिद्धांतों में बदलाव करेंगे।

Upendra Thapak रॉयटर्सSun, 1 Sep 2024 01:03 PM
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यूक्रेन और रूस के बीच चल रहा युद्ध अब दुनियाभर के लिए खतरे की घंटी साबित हो रहा है। इस युद्ध में पश्चिमी देशों ने पूरी तरह से यूक्रेन का समर्थन किया है। पश्चिमी देशों की इन कार्रवाइयों के कारण अब रूस अपने परमाणु सिद्धांतों को बदलने के फैसले पर गंभीरता के साथ विचार कर रहा है। हालांकि रूस की तरफ से यह काफी बार कहा जा चुका है लेकिन इस बार रूस के उपविदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने कहा है कि हम इस मामले पर गंभीरता के साथ विचार कर रहे हैं और हम जल्दी ही किसी नतीजे पर पहुंचेंगे।

रूसी समाचार एजेंसी तास के मुताबिक, रयाबकोव ने यह नहीं बताया कि बदलाव क्या होंगे लेकिन जितना जोर देकर और जिन हालात में उन्होंने यह बात कही है उससे इस बात का महत्व काफी बढ़ जाता है।

अभी पहले हमला न करने की है रूसी परमाणु नीति

रूस के परमाणु सिद्धांतों को 2020 में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक डिक्री के रूप में निर्धारित किया था। इन सिद्धांतों के रूस तब तक किसी के ऊपर परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं करेगा जब तक की कोई देश उसके ऊपर परमाणु हमला न कर दे या फिर उसके अस्तित्व को खतरे में डालने वाला कोई हमला न कर दे, सीधे शब्दों में कहें तो रूस पहले किसी पर परमाणु बम का प्रयोग नहीं करेगा।

कई न्यूज रिपोर्टेों के अनुसार, रूस कई तरह के टेक्टिकल परमाणु हथियारों का निर्माण कर चुका है। हालांकि इन हथियारों का इस्तेमाल करना रूस को और परेशानी में डाल सकता है इसलिए यूक्रेन युद्ध में रूस ने इन टेक्टिकल परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया है।

रूस अपनी पश्चिमी सीमा पर करीब ढाई साल से ज्यादा समय से युद्ध कर रहा है। जब यह हमला किया गया था तो पूरी दुनिया ने यह अनुमान लगाया था कि कीव का किला कुछ ही दिनों में गिर जाएगा। लेकिन उसके बाद रूसी सेना लगातार संघर्ष करती रही। आज तक कीव अपनी जगह पर बना हुआ है। पश्चिमी देशों की तरफ से पूरी तरह से यूक्रेन की मदद की गई है। उन्होंने यूक्रेन को न सिर्फ गोला-बारूद देकर मदद की बल्कि साथ ही साथ पैसे भी भेजे। रूस को कमजोर करने के लिए उसके ऊपर तमाम तरीके के प्रतिबंध लगाए। अब इस युद्ध में यूक्रेन एक लाभ की स्थिति में पहुंचता हुआ दिख रहा है। लगातार रक्षात्मक यु्द्ध करते आ रहे यूक्रेन ने पिछले महीने से हमलावर होकर युद्ध करना शुरु कर दिया है। यूक्रेन की तरफ से दावा किया गया है कि उसने रूसी कुर्स्क क्षेत्र में करीब 1000 वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर लिया है। इसके जवाब में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि हम जल्दी ही दुश्मनों को अपनी जमीन से निकाल फेकेंगे और अब यूक्रेन के साथ कोई शांति समझौता नहीं होगा।

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