गाजा में फिर खुलेंगे नरक के दरवाजे! नेतन्याहू की धमकी के बाद भी इतरा रहा हमास, क्या वजह
- गाजा में सीजफायर कुछ ही घंटों में खत्म होने वाला है। इजरायल ने धमकी दी है कि वह एक बार फिर गाजा में नरक के दरवाजे खोल देगा। उधर, हमास ने इजरायली धमकी और प्रस्ताव को सिरे से नकार दिया। इसकी क्या वजह है?

गाजा में छह सप्ताह से चल रहे संघर्ष विराम की मियाद कुछ ही घंटों में खत्म होने वाली है। इससे एक बार फिर गाजा में हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। हमास ने इजरायल की शर्तों को खारिज कर दिया है और साफ कर दिया है कि युद्ध समाप्त करने को लेकर कोई नई बातचीत नहीं हो रही है। उधर, इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास को गाजा में फिर से नरक के द्वार खोलने की धमकी दी। इजरायल सीजफायर के पहले चरण के दौरान हुई कैदियों और बंधकों की अदला-बदली को लेकर चिढ़ा हुआ है। हमास ने 33 जिंदा और 8 बंधकों के शव सौंपे, जवाब में इजरायल ने 2000 से अधिक फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ा।
हमास के प्रवक्ता हाजेम कासिम ने अल-अरबी टीवी से कहा, "इजरायल हालात को शून्य पर वापस ले जाने की कोशिश कर रहा है और उसने गाजा से पूरी तरह हटने की कोई प्रतिबद्धता नहीं जताई है।" इस बीच, नेतन्याहू ने संकेत दिए हैं कि यदि समझौता विफल होता है तो उनकी सेना फिर से हमला शुरू कर सकती है। उन्होंने इसी सिलसिले में अपने रक्षा अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक भी की।
संघर्ष विराम पर खतरा क्यों
इस संघर्ष विराम के तहत इजरायल ने गाजा से 33 बंधकों को छुड़ाया था, जबकि इसके बदले में उसने सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया। यह समझौता रविवार को समाप्त होने वाला है, लेकिन हाल के दिनों में इजरायली अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि यह आगे जारी रहना मुश्किल हो सकता है। जहां इजरायल अधिक बंधकों की रिहाई चाहता है, वहीं उसकी गठबंधन सरकार में मौजूद दक्षिणपंथी दल संघर्ष विराम समाप्त कर फिर से हमले शुरू करने की मांग कर रहे हैं।
यह समझौता कतर और मिस्र की मध्यस्थता से हुआ था और अमेरिका इस पर नजर बनाए हुए था। इसका उद्देश्य युद्ध को पूरी तरह खत्म करने की दिशा में एक कदम बढ़ाना था। इजरायल और अमेरिका चाहते हैं कि हमास का शासन और उसका सैन्य ढांचा समाप्त हो। वहीं, हमास ने संकेत दिया है कि वह सत्ता छोड़ने को तैयार है, लेकिन अपने हथियार नहीं छोड़ेगा।
हमास की शर्तें और इजरायल की रणनीति
हमास चाहता है कि इजरायल गाजा से पूरी तरह हट जाए और बदले में वह 2023 के संघर्ष में पकड़े गए 58 बंधकों को रिहा करेगा। साथ ही, इजरायल 2014 में गाजा में मारे गए अपने एक सैनिक के शव को भी वापस पाना चाहता है, जिसे हमास ने कब्जे में रखा हुआ है।
गाजावासियों पर फिर मंडराया खतरा
संभावित रूप से लड़ाई फिर से शुरू होने से गाजा की स्थिति और बिगड़ सकती है। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया प्रस्ताव ने भी एक नई बहस छेड़ दी है। उन्होंने सुझाव दिया है कि गाजा के 20 लाख निवासियों को वहां से हटा दिया जाए और तटीय इलाके में एक शानदार ‘मेडिटेरेनियन रिजॉर्ट’ बनाया जाए। ट्रंप ने सुझाव दिया कि फिलिस्तीनी शरणार्थियों को मिस्र और जॉर्डन में बसाया जाए, लेकिन दोनों देशों ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है।
इजरायल की सेना तैयार
संघर्ष विराम टूटने की आशंका के कारण इजरायल ने अपनी सेना को अलर्ट पर रख दिया है। गौरतलब है कि 7 अक्टूबर 2023 को हजारों हमास लड़ाके इजरायल में घुस आए थे और 1200 लोगों की हत्या कर दी थी, जबकि 250 लोगों को बंधक बना लिया था। इस हमले के जवाब में इजरायल ने गाजा पर व्यापक हमले किए, जिसमें अब तक हमास के नियंत्रण वाले स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 48,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। इस युद्ध के कारण गाजा का बड़ा हिस्सा मलबे में तब्दील हो गया है।
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