न बात बन रही; न समझौता टिक रहा: यूक्रेन से गाजा तक ट्रंप के सपनों को कैसे दोहरा झटका
- यूक्रेन ने आपत्ति जताई है कि वह ट्रंप और पुतिन के फैसलों पर विचार नहीं करेगा। उधर, इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू पिछले हफ्ते ही ट्रंप से मुलाकात कर लौटे तो उनके तेवर भी बदले हुए नजर आए।
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डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी सत्ता में शेख-चिल्ली के वादे लेकर सत्ता में आए, लेकिन उन्होंने आते ही दुनिया भर में हड़कंप मचा दिया है। टैरिफ ऐक्शन से चीन, कनाडा और मैक्सिको को मुश्किल में डाला और टैरिफ वॉर की शुरुआत कर दी तो यूक्रेन और गाजा-लेबनान संकट पर भी बन रही बात और उलझा दी है। हुआ यूं है कि यूक्रेन के प्रेजिडेंट वलोडोमिर जेलेंस्की ने पुतिन और ट्रंप की सीक्रेट बातचीत पर सवाल उठाए हैं। यूक्रेन ने आपत्ति जताई कि वह ट्रंप और पुतिन के फैसलों पर विचार नहीं करेगा। उधर, इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू पिछले हफ्ते ही ट्रंप से मुलाकात कर लौटे तो उनके तेवर भी बदले हुए नजर आए। नेतन्याहू के अपने वतन लौटते ही ईरान पर इजरायल के हमले की रिपोर्ट सामने आई। इसके अलावा नेतन्याहू ने गाजा और लेबनान पर तेवर बदले हैं। नेतन्याहू ने धमकी दी कि वे गाजा में नरक के दरवाजे खोल देंगे। वहीं, सीजफायर शर्त के मुताबिक इजरायली सेना ने अभी तक साउथ लेबनान से वापसी नहीं की है।
यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध को समाप्त करने के लिए शांति वार्ता की लगातार उठ रही मांग के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की रविवार देर रात को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) पहुंचे। वहीं अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो सऊदी अरब के दौरे पर अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे जो आगामी दिनों में रूसी अधिकारियों के साथ सीधी बातचीत करेगा।
ट्रंप और पुतिन की जुगलबंदी पर भड़का यूक्रेन
इस बीच जेलेंस्की ने सोमवार को कहा कि उनका देश युद्ध समाप्त करने के उद्देश्य से इस सप्ताह होने वाली अमेरिका-रूस वार्ता में शामिल नहीं होगा। जेलेंस्की ने कहा कि जब वार्ता में यूक्रेन शामिल नहीं होगा तो वह इसके परिणामों को भी स्वीकार नहीं करेगा। संयुक्त अरब अमीरात से एक कॉन्फ्रेंस कॉल पर पत्रकारों से बात करते हुए जेलेंस्की ने कहा कि उनकी सरकार को सऊदी अरब में मंगलवार को होने वाली वार्ता में आमंत्रित नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि वार्ता में यूक्रेन के अधिकारियों के अनुपस्थित होने के कारण इससे ‘‘कोई परिणाम नहीं निकलेगा।’’ राष्ट्रपति ने कहा कि वह सोमवार को तुर्किये और बुधवार को सऊदी अरब की यात्रा करेंगे लेकिन अरब राष्ट्र की उनकी यात्रा का वहां मंगलवार को होने वाली अमेरिका-रूस वार्ता से कोई संबंध नहीं है।
गाजा में नरक का द्वार खोल देंगे- नेतन्याहू
नेतन्याहू ने रविवार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि हमास ने सभी बंधकों को रिहा नहीं किया, तो गाजा में ‘नरक के द्वार’ खोल दिए जाएंगे। यह बयान उन्होंने यरुशलम में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मुलाकात के बाद दिया। नेतन्याहू द्वारा कही ये बातें ट्रंप से मुलाकात के कुछ दिन बाद आई हैं। नेतन्याहू ने ट्रंप को धन्यवाद देते हुए कहा कि शनिवार को तीन और बंधकों की रिहाई में अमेरिका ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने यह भी बताया कि इजरायल ट्रंप प्रशासन के साथ पूर्ण समन्वय और सहयोग में काम कर रहा है।
नेतन्याहू ने यह भी संकल्प लिया कि हमास की सैन्य शक्ति और गाजा पर उसके संभावित नियंत्रण को समाप्त कर दिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ उनकी विभिन्न मुद्दों पर एक "बेहद उपयोगी चर्चा" हुई, जिसमें ईरान से जुड़े मुद्दे सबसे महत्वपूर्ण थे।
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