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यमन में भारतीय नर्स को मौत की सजा मिलने पर सामने आया यह देश, बोला- हम करेंगे मदद

  • Indian nurse in yemen: यमन में भारतीय नर्स निमिषा प्रिया को मौत की सजा मिलने पर ईरान मदद के लिए सामने आया है। ईरान के एक अधिकारी ने इस पूरे मामले पर कहा है कि वह मानवीय आधार पर जो भी मदद हो सकती है वह करने के लिए तैयार है।

Upendra Thapak लाइव हिन्दुस्तानThu, 2 Jan 2025 04:42 PM
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यमन में भारतीय नर्स निमिषा प्रिया को सजा-ए-मौत मिलने पर ईरान मदद के लिए सामने आया है। एक ईरानी अधिकारी ने इस घटना को लेकर कहा कि ईरान मानवीय सहायता के तौर पर इस मुद्दे पर भारत की मदद करने के लिए तैयार है। यमन में काम करने वाली भारतीय नर्स निमिषा पर आरोप हैं कि उसने यमन के एक नागरिक की हत्या कर दी है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक निमिषा को 2020 में यमन की एक अदालत ने इस मामले में मौत की सजा सुना दी गई थी। इस फैसले के खिलाफ निमिषा यमन की सर्वोच्च न्याय परिषद में गई लेकिन इस अदालत ने भी मौत की सजा को बरकरार रखा। कथित तौर पर यमन के राष्ट्रपति रशद अल-अमीनी ने भी प्रिया की मौत की सजा को अपनी मंजूरी दे दी है। इस पूरे मामले पर ईरान की तरफ से प्रतिक्रिया सामने आई है। एजेंसी के मुताबिक ईरान की तरफ से कहा गया है कि इस मामले में मानवीय मदद के आधार पर हम जो कुछ भी कर सकते हैं, वह करने के लिए तैयार हैं।

क्या है मामला

भारतीय मूल की नर्स निमिषा प्रिया एक प्रशिक्षित नर्स है। भारत से यमन जाने पर उन्होंने काफी समय तक यमन के तमाम अस्पतालों में काम किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक वर्ष 2014 में जब यमन में गृहयुद्ध जारी था, तब निमिषा के पति और उनका नाबालिग बच्चा भारत लौट आए, जबकि निमिषा ने वहीं यमन में ही रहने का फैसला किया। बाद में जब पति और बच्चे ने वापस यमन जाने की कोशिश की तो उन्हें वहां का वीजा नहीं मिल सका।

वित्तीय समस्याओं से जूझ रही निमिषा ने यमन में ही क्लिनिक खोलने के लिए यमन के ही एक नागरिक तलाल अब्दो महदी के साथ हाथ मिलाया। दोनों ने क्लिनिक खोल कर उसे बेहतर तरीके से चलाना शुरू कर दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक इसी दौरान दोनों लोग केरल घूमने के लिए गए। कथित तौर पर इसी दौरान मेहदी ने निमिषा की शादी की एक तस्वीर चुरा ली। निमिषा की मां की तरफ से दायर याचिका के अनुसार यमन पहुंच कर मेहदी ने उन तस्वीरों को एडिट करके दावा किया कि निमिषा और उसकी शादी हो चुकी है। निमिषा को अपनी पत्नी बताकर उसने क्लिनिक के दस्तावेजों में हेरफेर कर पैसे निकालना शुरू कर दिया।

निमिषा के परिवार के मुताबिक मेहदी लगातार उसे और उसके परिवार को परेशान करने लगा। वह लगातर ड्रग्स लेकर निमिषा के साथ मारपीट करन लगा। निमिषा को भारत जाने से रोकने के लिए उसका पासपोर्ट भी छिपा दिया। जब निमिषा ने इस बारे में यमन की पुलिस के पास जाकर रिपोर्ट दर्ज करवाई तो यमनी पुलिस ने मेहदी के खिलाफ कोई कार्रवाई करने की जगह निमिषा को ही गिरफ्तार करके 6 दिनों के लिए जेल में डाल दिया। जेल से लौटने पर मेहदी ने निमिषा को बंदूक के दम पर पूरे परिवार को खत्म करने की धमकी दी और उसके साथ मारपीट भी की।

जुलाई 2017 में निमिषा अपनी जिंदगी से परेशान हो गई तो उसने अपने पास ही रहने वाली एक जेल वार्डन से मदद मांगी। वार्डन ने उसे सलाह दी कि उसे मेहदी को बेहोश कर देना चाहिए और फिर उसे पासपोर्ट देने के लिए मनाना चाहिए।

निमिषा ने ऐसा ही किया लेकिन चूंकि मेहदी काफी मात्रा में ड्रग्स का सेवन करता था इसलिए उस पर बेहोशी की दवा का कोई असर नहीं हुआ। ऐसे में जब निमिषा ने एक और डोज दिया तो फिर मेहदी की ओवर डोज की वजह से मौत हो गई, जिसके बाद यमन पुलिस ने निमिषा को गिरफ्तार कर लिया।

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