संगठन में अब वो बात नहीं; इजरायल युद्ध के बाद गाजावासियों का हमास से उठा भरोसा
- गाजा में किए गए एक सर्वे के मुताबिक करीब 70 फीसदी लोगों का मानना है कि इस युद्ध में हमास को बहुत ज्यादा हानि हुई है। ऐसे में हमास का गाजा पर अपनी पकड़ बनाए रखना और शासन करना आसान नहीं है।

गाजा पट्टी में 15 महीनों से चल रहा इजरायल-हमास युद्ध लगभग शांति की और है। लेकिन इस युद्ध के साथ ही हमास ने गाजा के लोगों के मन में अपनी जगह गंवानी शुरू कर दी है। हाल ही में किए गए एक सर्वे के मुताबिक गाजा में अब केवल 6 फीसदी लोग ऐसे हैं, जो चाहते हैं कि पट्टी में हमास का शासन और उसके अभियान जारी रहें। जबकि करीब 70 फीसदी लोग ऐसे हैं जिनका मानना है कि हमास के लिए अब गाजा पर शासन करना आसान नहीं है।
फिलिस्तीनी इंस्टीट्यूट फॉर सोशल एंड इकोनॉमिक प्रोग्रेस द्वारा किए गए एक सर्वे के मुताबिक करीब 5.3 प्रतिशत लोगों का कहना है कि हमास को उनका समर्थन हर तरीके से जारी है। अगर भविष्य में गाजा में चुनाव भी होते हैं तब भी वह हमास का समर्थन करेंगे। हालांकि 70 फीसदी से ज्यादा लोगों का मानना है कि इस युद्ध में हमास को बहुत भयंकर हानि हुई है। उसकी मुख्य लीडरशिप मारी जा चुकी है। ऐसे में हमास के पास अब शक्ति नहीं है कि वह गाजा पट्टी पर शासन कर सके। इसके इतर संघर्षविराम के साथ चल रहे बंधक रिहाई पर अपनी राय देते हुए करीब 58 फीसदी गाजा वासियों का मानना है की यह समझौता केवल अमेरिकी ट्रंप प्रशासन के द्वारा ही किया जा सकता है।
डोनाल्ड ट्रंप के गाजा प्लान की घोषणा के पहले किए गए इस सर्वे के मुताबिक आधे से अधिक गाजा वासियों ने कहा कि उनकी प्राथमिकता अब गाजा को पहले से बेहतर बनाने की है। वेस्ट बैंक में शासन कर रही बाकी पार्टियों के लिए भी लोगों के मन में समर्थन दिखा, जबकि हमास के लिए समर्थन घटा है। वहीं करीब 44 फीसदी लोगों ने हमास पर आरोप लगाया कि उन्होंने दुनिया भर से आ रही सहायता राशि में हेराफेरी की है।
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