मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने बताया कि अगले कुछ दिनों के अंदर प्रदेशभर में बारिश होने से तापमान में गिरावट आएगी और लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी। बारिश पर अलर्ट है।
चारधाम यात्रा पर जाने के लिए ऑनलाइन या फिर ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। शनिवार को सुबह सात बजे से हरिद्वार और ऋषिकेश में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू होंगे। इसको लेकर तैयारी पूरी है।
पहाड़ी जिलों में मध्यम से भारी बारिश और मैदानी इलाकों में हल्की बारिश होने की संभावना है। तेज हवाएं भी चल सकती हैं। भीषण गर्मी में आग की घटनाएं बढ़ने की भी आशंका है। बारिश का पूर्वानुमान है।
केदारनाथ धाम के लिए तीर्थयात्रियों की संख्या में काफी वृद्धि हो रही है। लिहाजा, सरकार ने पुराने पैदल रास्ते को दुरुस्त करने जा रही है। लगभग चार किमी लंबा पुराना पैदल रास्ता नए सिरे से बनना है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़, टिहरी, अल्मोड़ा और चंपावत जिले में आज कहीं-कहीं हल्की बारिश का पूर्वानुमान है।
चारधाम यात्रा रूट पर ज्यादात्तर मौतें हार्ट अटैक से हुई हैं। हेल्थ स्क्रीनिंग के दौरान ही ऐसे लोगों को यात्रा करने से मना कर दिया जाता है। अपने रिस्क पर यात्रा करने वालों से फॉर्म भरवाया जा रहा है।
यात्रा रूट पर टैक्सियों, टैंपो ट्रेवलर, कारें सहित अन्य कमर्शियल व प्राइवेट गाड़ियों की आवाजाही को लेकर नई एडवाइजरी जारी हुई है। यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम यात्रा हेतु नई कार्य योजना बनाई।
दरभंगा से पुरानी दिल्ली, समर स्पेशल - 17 घंटे, श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा से नई दिल्ली, वंदे भारत एक्सप्रेस 16 घंटे, अमृतसर से बिलासपुर, छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस - 15 घंटे आदि ट्रेनें लेट हुईं।
अटलाकोटी से हेमकुंड तक अब भी छह फीट तक बर्फ है। हालांकि सेना ने पूरे यात्रा मार्ग को आवाजाही के लिए सुचारु कर दिया है। गोविन्दघाट गुरुद्वारे के प्रबंधक सेवा सिंह ने बताया, सजावट भी की जा रही।
चारमधाम रजिस्ट्रेशन करवाने को लेकर सुबह से ही तीर्थ यात्रियों की भारी भीड़ जुटी हुई थी। हरिद्वार के ऋषिकुल मैदान में लोगों की भारी भीड़ देखी जा सकती है। पुलिस-प्रशासन की पूरी तैयारी है।
विदित हो कि 10 मई से शुरू चारधाम यात्रा में तीर्थ यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। एमपी, राजस्थान, महाराष्ट्र, यूपी सहित देश के अन्य राज्यों से भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
इससे चार धाम यात्रा के दौरान पहाड़ी क्षेत्रों में लगने वाले जाम से निजात मिलेगी जिससे चार धाम यात्रा सरल और सुगम्य होगी। विदित हो कि यात्रा रूट पर तीर्थ यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है।
10 मई से शुरू चारधाम यात्रा में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। देश के कई राज्यों एमपी, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों से श्रद्धालु दर्शन करने को पहुंच रहे।
चारधाम में 50 साल से अधिक उम्र के यात्रियों की हेल्थ स्क्रीनिंग पर विशेष फोकस किया जाएगा। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने कहा कि चारधाम यात्रा में यात्रियों की बढ़ती संख्या चुनौती है।
मई तक ऑफ लाइन स्लॉट बुक होने के कारण चारधाम जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। एमपी इंदौर से चारधाम यात्रा करने पहुंचे 12 दल के सदस्य विनोद गोस्वामी ने बताया कि स्लॉट खत्म हो गए।
ऐसे में यात्रा के लिए दूसरे विकल्प चुनने होंगे। मुख्य आरक्षण पर्यवेक्षक राजीव शर्मा ने बताया कि रुड़की, हरिद्वार से गुजरने वाली ग्यारह ट्रेनों में वेटिंग की स्थिति 70 से 100 के बीच चल रही है।
ऐसे में एक तरफ से गंगोत्री जाने वाले वाहन और दूसरी तरफ से लौट रहे वाहन संकरे रास्तों में फंसने लगे। सोमवार को गंगोत्री जा रहे वाहन जहां गंगनानी में जाम में फंस गए। तीर्थ यात्रियों को परेशानी हुई।
बदरीनाथ धाम में ब्रह्म बेला पर सुबह चार बजे से कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हुई। हल्की बारिश के बीच आर्मी बैंड एवं ढोल नगाडो की मधुर धुन और स्थानीय महिलाओं के पारम्परिक संगीत के साथ शुभारंभ हुआ।
सीनियर डीसीएम मुरादाबाद आदित्य गुप्ता ने बताया कि इनमें इंटरसिटी एक्सप्रेस को दोनों तरफ से 7 मई तक और जन शताब्दी को दोनों तरफ से 4 मई तक निरस्त रखने के आदेश मुख्यालय ने दिए हैं।
इसमें कहा गया है कि सभी राज्य अपने स्तर से ही ऐसे वाहनों को आने से रोकने की व्यवस्था करें। इससे इन वाहनों के खिलाफ होने वाली कार्रवाई से यात्रियों को परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। सरकार का ऐक्शन होगा।