चारधाम यात्रा रूट पर गाड़ियों के लिए गाइडलाइन, इतने बजे के बाद नहीं चलेंगी गाड़ियां
यात्रा रूट पर टैक्सियों, टैंपो ट्रेवलर, कारें सहित अन्य कमर्शियल व प्राइवेट गाड़ियों की आवाजाही को लेकर नई एडवाइजरी जारी हुई है। यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम यात्रा हेतु नई कार्य योजना बनाई।
उत्तराखंड चारधाम यात्रा के शुरू होने के साथ ही तीर्थ यात्रियों की भारी भीड़ आ रही है। केदारनाथ-बदरीना समेत चारों धामों में गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, एमपी, यूपी आदि राज्यों से श्रद्धालु भारी संख्या में दर्शन करने को पहुंच रहे हैं। चारधाम यात्रा रूट पर तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा को लेकर प्लानिंग की गई है।
यात्रा रूट पर टैक्सियों, टैंपो ट्रेवलर, कारें सहित अन्य कमर्शियल व प्राइवेट गाड़ियों की आवाजाही को लेकर नई एडवाइजरी जारी हुई है। यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम यात्रा हेतु उत्तरकाशी पुलिस ने नई कार्य योजना बनाई है।
जिसमे डामटा, नौगांव, बडकोट, दोबाटा, खरादी व पालीगाड से यमुनोत्री जाने वाले वाहनों को रात्रि 8 बजे के बाद आगे नहीं जाने दिया जायेगा। गंगोत्री रूट पर नगुण, उत्तरकाशी मुख्यालय, हीना, भटवाड़ी व गंगनानी से गंगोत्री धाम जाने वाले वाहनों को रात 8 बजे के बाद आगे जाने नहीं दिया जाएगा।
एसपी अर्पण यदुवंशी ने बताया कि यमुनोत्री धाम पैदल मार्ग पर प्रात 4 बजे से यात्रा का आवागमन शुरु हो जायेगा। यमुनोत्री के अंतिम पडाव जानकीचट्टी से श्रद्धालुओं को सायं 5 बजे के बाद यमुनोत्री धाम दर्शन हेतु नहीं भेजा जायेगा। इसके बाद डण्डी-कण्डी व घोडा-खच्चर भी प्रतिबंधित रहेगें।
उन्होंने बताया की धामों पर रात्रि 8.30 बजे मां गंगा व यमुना की आरती के उपरांत कोई भी श्रद्धालु अनावश्यक मंदिर परिसर में नहीं रहेगा। गंगोत्री धाम जाने वाले श्रद्वालुओं के वाहनों को सूर्यास्त के बाद सोनगाड़ होल्डिंग प्वाईंट में रोका नहीं जाएगा। होल्डिंग स्थान पर वाहनों को 2 घण्टे से अधिक नहीं रोका जाएगा।
रुद्रनाथ ट्रैक पर यात्री भोजन-पानी को तरसे
रुद्रनाथ पैदल मार्ग से कच्ची दुकानें और टेंटों को हटाने का विरोध शुरू हो गया है। वहीं यात्रा पथ पर सोमवार को यात्री और पर्यटक पानी के लिए भी तरसते दिखे। केदारनाथ वन्य जीव वन प्रभाग द्वारा रुद्रनाथ ट्रैक पर से अतिक्रमण हटाने के विरोध में पुंग और ल्वींठी बुग्याल में भी सोमवार को सभी अस्थाई दुकानें बंद रही।
वन विभाग की कार्रवाई का तीर्थयात्रियों ने भी विरोध जताया है। रुद्रनाथ ट्रैक पर पिछले पंद्रह बीस सालों से अस्थाई ढाबे चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे स्थानीय ग्रामीणों के ढाबों को केदारनाथ वन विभाग ने हटा दिया है।
पुंग से सोमवार को लेकर रुद्रनाथ तक सभी अस्थाई ढाबे और छानियों का संचालन बंद रहा। रुद्रनाथ की तीर्थयात्रा पर जा रहे पर्यटक और श्रद्धालु पानी के लिए भी तरस रहे हैं। रुद्रनाथ ट्रैक पर अपना व्यवसाय चलाने वाले जगत सिंह नेगी, दिलवर सिंह भंडारी, किशन सिंह बिष्ट, प्रेम सिंह बिष्ट आदि प्रभावित दुकानदारों का कहना है कि वे पिछले 15-20 सालों से रुद्रनाथ ट्रैक पर अपना अस्थाई व्यवसाय चला रहे हैं।
यात्रा व्यवस्था की हर हफ्ते समीक्षा
चारधाम यात्रा के शुरूआती दस दिन की गहन समीक्षा कर सरकार खामियों और अच्छे प्रयोगों का ब्योरा तैयार करेगी। इस रिपोर्ट के आधार पर खामियों का स्थायी समाधान तलाशा जाएगा। जबकि यात्रा व्यवस्था में सुधार से जुड़े प्रयोगों को बड़े स्तर पर लागू किया जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को इसके निर्देश दिए। अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। चारधाम यात्रा की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कहा कि पिछले 10 दिनों में चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं और प्रबंधन में रही कर्मियों और उनकी वजह का विश्लेषण किया जाए।
साथ ही यह भी देखा जाय कि यात्रा के दौरान कौन से सराहनीय कार्य किये गये। वस्तुस्थिति सामने आने पर यात्रा प्रबंधन को और भी बेहतर किया जा सकेगा। उन्होंने अपर मुख्य सचिव को कहा कि अब से नियमित रूप से यात्रा प्रबंधन की साप्ताहिक रिपोर्ट तैयार की जाए।
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