शादियों में फोटोग्राफी से खराब हो सकता है फोन का कैमरा, ये गलतियां भारी ना पड़ें
शादियों के सीजन में फोटोग्राफी करना किसे अच्छा नहीं लगता लेकिन अगर कुछ बातों को नजरअंदाज किया तो आपके फोन का कैमरा हमेशा के लिए डैमेज हो सकता है। आइए इस बारे में विस्तार से बताते हैं।

ठंड का मौसम दस्तक दे चुका है और इसके साथ ही शादियों का सीजन भी शुरू हो गया है। जाहिर है कि सभी बन-ठन कर ऐसे आयोजनों में शामिल होते हैं और शादियां खुशी और जश्न का मौका होती है तो फोटोग्राफी भी होगी। ज्यादातर लोग खास पलों को अपने स्मार्टफोन कैमरे में कैद करना चाहते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि वेडिंग सीजन में फोटोग्राफी या वीडियोग्राफी के दौरान लापरवाही से आपके फोन का कैमरा खराब हो सकता है।
अगर आपको सुनकर अजीब लग रहा हो कि शादी में इतने साल से फोटोग्राफी हो रही है तो अचानक फोन कैमरा खराब होने की बात कैसे आई, तो बता दें कि अब शादियों में इस्तेमाल होने वाली लाइट्स और डेकोरेशन का तरीका बदला है। तेज रोशनी और खासकर फ्लैश या लेजर लाइट्स की वजह से स्मार्टफोन्स के कैमरा सेंसर को नुकसान पहुंच सकता है। आप लेजर लाइट्स को फोन कैमरे का दुश्मन भी कह सकते हैं।
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इन तरीकों से खराब हो सकता है कैमरा
कई यूजर्स को फोन का कैमरा सेंसर खराब होने के बाद गलती का एहसास होता है। यही वजह है कि हम आपको पहले ही इस बारे में जानकारी दे रहे हैं और जागरूक कर रहे हैं। शादी या ऐसे किसी भी आयोजन में तेज लाइट्स या लेजर लाइट्स के बीच फोटोग्राफी से फोन कैमरा को कई तरह से नुकसान पहुंच सकता है, जिनके बारे में हम नीचे बता रहे हैं।
सेंसर बर्न: लेजर लाइट्स या सीधी रोशनी के कैमरा लेंस पर पड़ने के चलते सबसे ज्यादा मामले सेंसर बर्न के सामने आते हैं। ऐसी रोशनी सेंसर को हमेशा के लिए डैमेज कर सकती है, जिससे उसपर परमानेंट दाग और धब्बे पड़ जाते हैं। इसके बाद आपके फोन से क्लिक हर फोटो में ग्रीन, ऑरेंज या वाइट डॉट्स या लाइन्स दिखने लगती हैं।
ऑटो फोकस में दिक्कत: सीधे लाइट की ओर कैमरा पॉइंट करने की स्थिति में ऑटो-फोकस सिस्टम कन्फ्यूज हो जाता है और कई बार धुंधली या ब्लर फोटोज आने लगती हैं। ऑटो-फोकस को एडजस्ट होने के लिए ज्यादा वक्त देना पड़ता है।
कंट्रास्ट और कलर में बदलाव: लेजर लाइट्स या तेज लाइट के एक्सपोजर से फोटोज में कंट्रास्ट और सैचुरेशन कम हो सकता है और कई बार यह दिक्कत लगातार देखने को मिलती है। यानी आपके फोन से क्लिक फोटोज फीके-फीके से लगते हैं।
सेंसर की सेंसिटिविटी पर असर: बार-बार तेज रोशनी में फोटोज क्लिक करने या वीडियोग्राफी करने पर कैमरा सेंसर की सेंसिटिविटी प्रभावित हो सकती है। ऐसा होने के बाद फोन की लो-लाइट फोटोग्राफी परफॉर्मेंस खराब होने का डर रहता है।
बचाव के लिए ये तरीके आजमाएं
आप चाहें तो कैमरा लेंस फिल्टर्स इस्तेमाल कर सकते हैं, जो रोशनी को कम कर देते हैं। इसके अलावा स्मार्टफोन कैमरे को सीधी रोशनी से बचाना बेहद जरूरी है। आप लेजर लाइट्स की फोटोग्राफी या वीडियोग्राफी करने की गलती ना करें क्योंकि आपको सेंसर बर्न होने के बाद पता चला तो देर हो चुकी होगी। आप प्रोफेशनल कैमरा इस्तेमाल करें या फोटोग्राफर से अपनी तस्वीरें क्लिक करने को कहें।
ऐसा नहीं है कि आपको फोटोज नहीं क्लिक करनीं, बस इस बात का ध्यान रखें कि आप डायरेक्ट लाइट की ओर कैमरा पॉइंट करके फोटोग्राफी तो नहीं कर रहे।
(Photo Credit: Webneel)
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