FACEBOOK ने आत्महत्या रोकने के लिए नीतियों को सख्त किया
विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर फेसबुक ने सेल्फ हार्म, अत्महत्या व इटिंग डिसऑर्डर को लेकर अपनी नीतियों को कड़ा किया है और अपने सेफ्टी पॉलिसी टीम में एक स्वास्थ्य व कल्याण विशेषज्ञ के नियुक्ति की घोषणा...
विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर फेसबुक ने सेल्फ हार्म, अत्महत्या व इटिंग डिसऑर्डर को लेकर अपनी नीतियों को कड़ा किया है और अपने सेफ्टी पॉलिसी टीम में एक स्वास्थ्य व कल्याण विशेषज्ञ के नियुक्ति की घोषणा की है। फेसबुक, ग्लोबल हेड ऑफ सेफ्टी एंटीगोन डेविस ने मंगलवार को एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा, “इस साल की शुरुआत में हमने आत्महत्या और खुद को चोट पहुंचाने (सेल्फ हार्म) से जुड़े कुछ ज्यादा कठिन विषयों पर चचार् करने के लिए दुनिया भर के विशेषज्ञों के साथ नियमित परामर्श का आयोजन शुरू किया। इसमें सुसाइड नोट से, ऑनलाइन दुख भरे कंटेट के जोखिस से कैसे निपटें, यह शामिल है।”
सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी कुछ सालों से आत्महत्या की रोकथाम के उपायों पर काम कर रही है और 2017 में इसने अपनी कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) आधारित आत्महत्या रोकथाम साधनों को पेश किए। डेविस ने कहा, “हम इस सामग्री को कैसे हैंडल करें, इस पर सुधार के लिए कई बदलाव किए हैं। हमने सेल्फ हार्म को अनजाने में बढ़ावा देने और बचाव के लिए ग्राफिक कटिंग इमेजों को अनुमति नहीं देने के लिए नीति को कड़ा किया है।” फेसबुक के स्वामित्व वाले इंस्टाग्राम ने इस साल से सेल्फ हार्म चित्रों को 'सेंसटिविटी स्क्रीन' के पीछे छिपाना शुरू किया है। फोटो शेयरिंग प्लेटफार्म सेल्फ हार्म कंटेंट को अपने 'एक्सप्लोर टैब' पर आने से रोकता है।
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