CBSE 10th result: अभी तक नहीं किया सीबीएसई 10वीं का रिजल्ट चेक, इस लिंक से तुरंत चेक करें
अगर आप अभी तक सीबीएसई 10वीं क्लास का रिजल्ट चेक नहीं कर पाएं हैं, नीचे दिएगए लिंक को क्लिक करके आप रिजल्ट चेक कर सकते हैं। आधिकारिक वेबसाइट पर अभी लिंक एक्टिव नहीं हुआ है। कई स्टूडेंट्स इस समय अपने रिजल्ट चेक करने के लिए परेशान हो रहे हैं, तो यहां आसानी से नतीजे चेक कर सकते हैं।

अगर आप अभी तक सीबीएसई 10वीं क्लास का रिजल्ट चेक नहीं कर पाएं हैं, नीचे दिएगए लिंक को क्लिक करके आप रिजल्ट चेक कर सकते हैं। आधिकारिक वेबसाइट पर अभी लिंक एक्टिव नहीं हुआ है। कई स्टूडेंट्स इस समय अपने रिजल्ट चेक करने के लिए परेशान हो रहे हैं, तो यहां आसानी से नतीजे चेक कर सकते हैं। https://umangresults.digilocker.gov.in/Cbse202510thnzvkaajguitwiqpqaw.html
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 12वीं के बाद 10वीं परीक्षा का रिजल्ट भी जारी कर दिया है। परीक्षार्थी 10वीं और 12वीं दोनों का रिजल्ट results.cbse.nic.in और www.digilocker.gov.in पर जाकर चेक कर सकते हैं। इस वर्ष 10वीं में 93.66 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए हैं जो कि पिछले साल से 0.06 फीसदी अधिक है। 2385079 विद्यार्थियों ने परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था। इसमें से 2371939 विद्यार्थी एग्जाम में बैठे। एग्जाम में उपस्थित इन छात्रों में से 2221636 पास हुए हैं।
लड़कियां 95 फीसदी पास हुईं जबकि लड़के 92.63 फीसदी पास हुए। यानी लड़कियों का रिजल्ट लड़कों से 2.37 फीसदी अधिक रहा। वहीं सीबीएसई 12वीं परीक्षा में 88.39 प्रतिशत विद्यार्थी पास हुए हैं जो पिछले वर्ष की तुलना में 0.41 प्रतिशत अधिक है। 10वीं की तरह सीबीएसई 12वीं में भी लड़कियों का प्रदर्शन लड़कों से काफी बेहतर रहा। सीबीएसई 12वीं रिजल्ट में 91 प्रतिशत छात्राएं पास हुईं जबकि छात्रों का पास प्रतिशत 85.06 प्रतिशत रहा है। कुल 1,11,544 स्टूडेंट्स ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं, जबकि 24,867 स्टूडेंट्स ने 95 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं। 1.29 लाख से अधिक बच्चों को कंपार्टमेंटल की कैटेगरी में डाला गया है। हर साल की तरह इस बार भी सीबीएसई ने टॉपरों की लिस्ट जारी नहीं की है। कुछ साल पहले सीबीएसई ने अनहेल्दी कंपीटिशन को रोकने के लिए मेरिट लिस्ट जारी करना बंद कर दिया था। बोर्ड सभी विद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों को ये निर्देश भी देता है कि किसी भी बच्चे को स्कूल या जिले का टॉपर घोषित न करें।